Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jan 2023 · 1 min read

आंसूओं की नहीं

किसी की आंखों में
आंसूओं की नहीं,
मुस्कुराहट की
वजह बने ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
17 Likes · 414 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

सबको राम राम राम
सबको राम राम राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कर्म कांड से बचते बचाते.
कर्म कांड से बचते बचाते.
Mahender Singh
शब्द ढ़ाई अक्षर के होते हैं
शब्द ढ़ाई अक्षर के होते हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
*धनतेरस का त्यौहार*
*धनतेरस का त्यौहार*
Harminder Kaur
..
..
*प्रणय*
कवियों की कैसे हो होली
कवियों की कैसे हो होली
महेश चन्द्र त्रिपाठी
रक्तदान महादान
रक्तदान महादान
डिजेन्द्र कुर्रे
तुम शब्द मैं अर्थ बनूँ
तुम शब्द मैं अर्थ बनूँ
Saraswati Bajpai
दोस्ती एक पवित्र बंधन
दोस्ती एक पवित्र बंधन
AMRESH KUMAR VERMA
*पल  दो पल  मेरे साथ चलो*
*पल दो पल मेरे साथ चलो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सच
सच
Neeraj Kumar Agarwal
रिश्ते भूल गये
रिश्ते भूल गये
पूर्वार्थ
Past Memories
Past Memories
Shyam Sundar Subramanian
यूं किसने दस्तक दी है दिल की सियासत पर,
यूं किसने दस्तक दी है दिल की सियासत पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*उत्साह जरूरी जीवन में, ऊर्जा नित मन में भरी रहे (राधेश्यामी
*उत्साह जरूरी जीवन में, ऊर्जा नित मन में भरी रहे (राधेश्यामी
Ravi Prakash
चम्पारण क्या है?
चम्पारण क्या है?
जय लगन कुमार हैप्पी
ललितम् ललितम्
ललितम् ललितम्
ललकार भारद्वाज
तन्त्र- मन्त्र बेकार सब,
तन्त्र- मन्त्र बेकार सब,
sushil sarna
ठोकर
ठोकर
Shekhar Chandra Mitra
आधुनिकता : एक बोध
आधुनिकता : एक बोध
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
जाडा अपनी जवानी पर है
जाडा अपनी जवानी पर है
Ram Krishan Rastogi
हम तो बस ....
हम तो बस ....
sushil yadav
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
manjula chauhan
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
तुझको पाकर ,पाना चाहती हुं मैं
तुझको पाकर ,पाना चाहती हुं मैं
Ankita Patel
छिपे दुश्मन
छिपे दुश्मन
Dr. Rajeev Jain
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
राम - दोहे - डी के निवातिया
राम - दोहे - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
3121.*पूर्णिका*
3121.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...