आँखों में आँसू क्यों

आज फिर इन आँखों में आँसू क्यों हैं
आज फिर इन …………..
फिर हमें याद आ रहे हैं वो बीते लम्हे
दिल मेरा तड़पा रहे हैं वही बीते लम्हे
आज फिर इन……………
जिंदगी कुछ नही हैं तुम्हारे बिना मेरी
जिंदगी कटती नहीं तुम्हारे बिना मेरी
आज फिर इन……………
कोई कह दे जरा अब हम कहाँ जाएँ
टूटे दिल को हम अपने कैसे समझाएँ
आज फिर इन…………….
‘विनोद’ रंजोगम से ये हमारा नाता है
बीती यादों का झोंका हमें रूलाता है
आज फिर इन……………..
स्वरचित
( विनोद चौहान )