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20 Sep 2022 · 1 min read

अपने वजूद की

अपनी नज़र में अपनी अगर कीमत को देखता ।
अपने वजूद की न फिर कभी पहचान बेचता ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
7 Likes · 95 Views
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