Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2023 · 1 min read

अपने आप को ही सदा श्रेष्ठ व कर्मठ ना समझें , आपकी श्रेष्ठता

अपने आप को ही सदा श्रेष्ठ व कर्मठ ना समझें , आपकी श्रेष्ठता तभी कम हो जाती है जब आप एक नन्हीं सी चींटी की भांति निरन्तर व अनथक प्रयास नहीं कर पाते ।।
चुनौतियाँ , कठिनाइयाँ , निरन्तर संघर्ष और असफलता अक्सर आपको डगमगा देती है ।
” चींटी हमसे अधिक श्रेष्ठ है ।”
सीमा वर्मा
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

107 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Seema Verma

You may also like:
विश्व तुम्हारे हाथों में,
विश्व तुम्हारे हाथों में,
कुंवर बहादुर सिंह
💐अज्ञात के प्रति-116💐
💐अज्ञात के प्रति-116💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
மர்மம்
மர்மம்
Shyam Sundar Subramanian
ऑनलाईन शॉपिंग।
ऑनलाईन शॉपिंग।
लक्ष्मी सिंह
फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार।
फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार।
सूर्यकांत द्विवेदी
इतना तो आना चाहिए
इतना तो आना चाहिए
Anil Mishra Prahari
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
बाँध लू तुम्हें......
बाँध लू तुम्हें......
Dr Manju Saini
"निरक्षर-भारती"
Prabhudayal Raniwal
🌹मां ममता की पोटली
🌹मां ममता की पोटली
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मन मन्मथ
मन मन्मथ
अशोक शर्मा 'कटेठिया'
नाम दोहराएंगे
नाम दोहराएंगे
Dr.Priya Soni Khare
मेरी कानपुर से नई दिल्ली की यात्रा का वृतान्त:-
मेरी कानपुर से नई दिल्ली की यात्रा का वृतान्त:-
Adarsh Awasthi
भगतसिंह के चिट्ठी
भगतसिंह के चिट्ठी
Shekhar Chandra Mitra
कोई किसी का कहां हुआ है
कोई किसी का कहां हुआ है
Dr fauzia Naseem shad
जीवात्मा
जीवात्मा
Mahendra singh kiroula
*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*
*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
"त्रिशूल"
Dr. Kishan tandon kranti
मालूम है मुझे वो मिलेगा नहीं,
मालूम है मुझे वो मिलेगा नहीं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
subhash Rahat Barelvi
जब से मेरी आशिकी,
जब से मेरी आशिकी,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
कभी जब ग्रीष्म ऋतु में
कभी जब ग्रीष्म ऋतु में
Ranjana Verma
यादें
यादें
Versha Varshney
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम
रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम
Seema Verma
जालिम
जालिम
Satish Srijan
बीज और बच्चे
बीज और बच्चे
Manu Vashistha
सुना था कि इंतज़ार का फल मीठा होता है।
सुना था कि इंतज़ार का फल मीठा होता है।
*Author प्रणय प्रभात*
खिड़की पर किसने बांधा है तोहफा
खिड़की पर किसने बांधा है तोहफा
Surinder blackpen
Loading...