Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2024 · 1 min read

अपनी सोच का शब्द मत दो

किसी ने प्रेम लिखा
पर उसका दांपत्य जीवन
दुखों से भरा था
लोगों ने उसके लेखन से
उसका चरित्र तौल दिया ,

किसी ने दर्द लिखा
सच में उसको अपनों से
बहुत दर्द मिला था
लोगों ने उसके लेखन को
प्रश्नों से बींध दिया ,

किसी ने अध्यात्म लिखा
अपार चिंतन करके
ख़ुद को उससे आत्मसात किया
लोगों ने उसके लेखन को
सम्मान नहीं दिया ,

किसी ने दूसरे का चोरी करके लिखा
अपना कहकर उसको
सबके आगे पेश किया
लोगों ने चाटुकारिता में
वाह वाह किया ,

लोग आंखों में पट्टी बांध कर
हाथ में तराज़ू लेते हैं
सही ग़लत का फ़र्क देख नहीं पाते
बस अपने हिसाब से
फैसला सुनाते हैं ,

अरे ! उन शब्दों का बारीकी से मर्म समझो
फिर उनके लेखनी की
आलोचना या तारीफ दो
लेकिन उनकी लेखनी को
अपनी सोच का शब्द मत दो ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा )

225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all

You may also like these posts

Two Different Genders, Two Different Bodies, And A Single Soul.
Two Different Genders, Two Different Bodies, And A Single Soul.
Manisha Manjari
शेखर ✍️
शेखर ✍️
शेखर सिंह
कुण्डलिया दिवस
कुण्डलिया दिवस
त्रिलोक सिंह ठकुरेला
हवस दिमाग से पैदा होती है और शरीर के रास्ते बाहर निकलती है द
हवस दिमाग से पैदा होती है और शरीर के रास्ते बाहर निकलती है द
Rj Anand Prajapati
जो आयीं तुम..
जो आयीं तुम..
हिमांशु Kulshrestha
..
..
*प्रणय प्रभात*
मनमीत
मनमीत
D.N. Jha
जो मिले...कायर ही मिले,
जो मिले...कायर ही मिले,
पं अंजू पांडेय अश्रु
हुआ सबेरा प्राची है मुस्काई
हुआ सबेरा प्राची है मुस्काई
Vindhya Prakash Mishra
असत्य पर सत्य की जीत तभी होगी जब
असत्य पर सत्य की जीत तभी होगी जब
Ranjeet kumar patre
वीकेंड
वीकेंड
Mukesh Kumar Sonkar
*सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा
*सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा
Ravi Prakash
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
हुनर से गद्दारी
हुनर से गद्दारी
भरत कुमार सोलंकी
हमराज
हमराज
ललकार भारद्वाज
आज, तोला चउबीस साल होगे...
आज, तोला चउबीस साल होगे...
TAMANNA BILASPURI
वर्षा आई
वर्षा आई
Radha Bablu mishra
बरखा रानी
बरखा रानी
डिजेन्द्र कुर्रे
हर एक तगमा झूठा है
हर एक तगमा झूठा है
Maroof aalam
टूटी हुई टहनियों पर हवा की माफ़ी का कोई असर नही होता
टूटी हुई टहनियों पर हवा की माफ़ी का कोई असर नही होता
jyoti jwala
Life is forgiving. Every experience, failed or successful, i
Life is forgiving. Every experience, failed or successful, i
पूर्वार्थ
जश्न आंखों में तुम्हारी क्या खूब नज़र आ रहा हैं...
जश्न आंखों में तुम्हारी क्या खूब नज़र आ रहा हैं...
Vaibhavwrite..✍️
नंबर पुराना चल रहा है नई ग़ज़ल Vinit Singh Shayar
नंबर पुराना चल रहा है नई ग़ज़ल Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
जीवन यात्रा हमें सिखाती है कि सबसे बड़ी शक्ति हमारे भीतर निह
जीवन यात्रा हमें सिखाती है कि सबसे बड़ी शक्ति हमारे भीतर निह
पूर्वार्थ देव
कृष्ण भजन
कृष्ण भजन
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
बिन गरजे बरसे देखो ...
बिन गरजे बरसे देखो ...
sushil yadav
नज़र नहीं आते
नज़र नहीं आते
surenderpal vaidya
हमे कोई नहीं समझ पाया है
हमे कोई नहीं समझ पाया है
Jyoti Roshni
Is This Life ?
Is This Life ?
Chitra Bisht
दोहा त्रयी. . . . . संसार
दोहा त्रयी. . . . . संसार
sushil sarna
Loading...