अंदाज़े बयाँ
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/ef168ab7ed3564396ced95a5867531b1_0d272ef92d51ff9df63812159e3f9f66_600.jpg)
फूलों से पूछो , दो दिन की जिन्दगी जीने का खुशनुमा एहसास |
बिखेरते खुशबू , कभी हो जाते देवों के क़दमों में बिखर , कभी हो जाते किसी प्रियतमा की वेणी का श्रृंगार ||
फूलों से पूछो , दो दिन की जिन्दगी जीने का खुशनुमा एहसास |
बिखेरते खुशबू , कभी हो जाते देवों के क़दमों में बिखर , कभी हो जाते किसी प्रियतमा की वेणी का श्रृंगार ||