Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2021 · 1 min read

भारत रहो विजयी सदा

छंद-गीता

2212 2212 2212 221

भारत रहो विजयी सदा दिल में इहे अरमान।
फहरे तिरंगा विश्व में दुनिया करे सम्मान।
जय हिन्द जय, भारत अजय, दुश्मन करे जयकार।
सागर शिखर अम्बर धरा पूजा करे संसार।

उत्तर हिमालय और दक्षिण सिंधु शीतल नीर।
भारत हई जननी सदा पैदा करेली वीर।
पानी अलग बानी अलग बा भेष-भूषा भिन्न।
पर देश खातिर प्रेम दुश्मन कर न पावे छिन्न।

गांधी भगत सुखदेव राणा और अब्दुल वीर।
आजाद अउरी बोस जे सहलन न माँ के पीर।
मारल गइल, फांसी भइल, हारल न माँ के लाल।
अंतिम समय जय हिन्द के नारा रहल हर हाल।

पैंसठ बहत्तर युद्ध तऽ करगिल कबो गलवान।
माटी मिला दिहलें सदा तब हिन्द के बलवान।
चिंता न कइलन जान के, भइलन हवें कुर्बान।
सरहद क रखवाली करत, दिहलन हँ आपन जान।

(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य’
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464

Language: Bhojpuri
Tag: छंद
254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
डाकिया डाक लाया
डाकिया डाक लाया
Paras Nath Jha
ना धर्म पर ना जात पर,
ना धर्म पर ना जात पर,
Gouri tiwari
फितरत
फितरत
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
प्रेम
प्रेम
Shyam Sundar Subramanian
जो धधक रहे हैं ,दिन - रात मेहनत की आग में
जो धधक रहे हैं ,दिन - रात मेहनत की आग में
Keshav kishor Kumar
अपनी लेखनी नवापुरा के नाम ( कविता)
अपनी लेखनी नवापुरा के नाम ( कविता)
Praveen Sain
ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी,
Santosh Shrivastava
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
Phool gufran
खुद से सिफारिश कर लेते हैं
खुद से सिफारिश कर लेते हैं
Smriti Singh
संवेदना मर रही
संवेदना मर रही
Ritu Asooja
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
🙅आदिपुरुष🙅
🙅आदिपुरुष🙅
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बाल कविता: मेरा कुत्ता
बाल कविता: मेरा कुत्ता
Rajesh Kumar Arjun
*वंदन शासक रामपुर, कल्बे अली उदार (कुंडलिया)*
*वंदन शासक रामपुर, कल्बे अली उदार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कभी गिरने नहीं देती
कभी गिरने नहीं देती
shabina. Naaz
2696.*पूर्णिका*
2696.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
Buddha Prakash
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
Aarti sirsat
पुतलों का देश
पुतलों का देश
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
कर ले कुछ बात
कर ले कुछ बात
जगदीश लववंशी
कुंठाओं के दलदल में,
कुंठाओं के दलदल में,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सिर्फ़ वादे ही निभाने में गुज़र जाती है
सिर्फ़ वादे ही निभाने में गुज़र जाती है
अंसार एटवी
हम खुद से प्यार करते हैं
हम खुद से प्यार करते हैं
ruby kumari
मेरा गुरूर है पिता
मेरा गुरूर है पिता
VINOD CHAUHAN
इश्क
इश्क
SUNIL kumar
केवल पंखों से कभी,
केवल पंखों से कभी,
sushil sarna
"वादा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...