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3 Sep 2017 · 1 min read

मुक्तक

गाँव के घरों में अब ताले नज़र आते हैं
जंगल के जानवर रखवाले नज़र आते हैं
बसर हो रहा है इन सड़ी गलियों का…
एक ही कमरे में घरवाले नज़र आते हैं
✍#बृजपाल सिंह

Language: Hindi
2 Likes · 340 Views
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