Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2023 · 1 min read

“तुम्हारे रहने से”

“तुम्हारे रहने से”
तुम्हारे रहने से
जिन्दादिली आबाद रही
सलामत बरसात रही
कश्तियाँ चलती रही
हर चाहत मचलती रही।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति

6 Likes · 2 Comments · 193 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
"कैसे कह दें"
Dr. Kishan tandon kranti
गंदा धंधा
गंदा धंधा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सुविचार
सुविचार
Sarika Dhupar
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
VINOD CHAUHAN
कोई पागल हो गया,
कोई पागल हो गया,
sushil sarna
पिला रही हो दूध क्यों,
पिला रही हो दूध क्यों,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
Rajesh Kumar Arjun
बड़े मिनरल वाटर पी निहाल : उमेश शुक्ल के हाइकु
बड़े मिनरल वाटर पी निहाल : उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आशिकी
आशिकी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2643.पूर्णिका
2643.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मैं अपनी खूबसूरत दुनिया में
मैं अपनी खूबसूरत दुनिया में
ruby kumari
आज मानवता मृत्यु पथ पर जा रही है।
आज मानवता मृत्यु पथ पर जा रही है।
पूर्वार्थ
मूर्ख बनाकर काक को, कोयल परभृत नार।
मूर्ख बनाकर काक को, कोयल परभृत नार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
“निर्जीव हम बनल छी”
“निर्जीव हम बनल छी”
DrLakshman Jha Parimal
#छंद_शैली_में
#छंद_शैली_में
*Author प्रणय प्रभात*
Exploring Humanism : A Philosophy Celebrating Human Dignity and Rational Inquiry
Exploring Humanism : A Philosophy Celebrating Human Dignity and Rational Inquiry
Harekrishna Sahu
*अकेलेपन की साथी, पुस्तकें हैं मित्र कहलातीं【मुक्तक】*
*अकेलेपन की साथी, पुस्तकें हैं मित्र कहलातीं【मुक्तक】*
Ravi Prakash
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
प्रदीप कुमार गुप्ता
त्रिया चरित्र
त्रिया चरित्र
Rakesh Bahanwal
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
"मैं सोच रहा था कि तुम्हें पाकर खुश हूं_
Rajesh vyas
आदमी बेकार होता जा रहा है
आदमी बेकार होता जा रहा है
हरवंश हृदय
मोहब्बत।
मोहब्बत।
Taj Mohammad
🌱मैं कल न रहूँ...🌱
🌱मैं कल न रहूँ...🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
अपनों की ठांव .....
अपनों की ठांव .....
Awadhesh Kumar Singh
आत्मीय मुलाकात -
आत्मीय मुलाकात -
Seema gupta,Alwar
चांदनी न मानती।
चांदनी न मानती।
Kuldeep mishra (KD)
सदा खुश रहो ये दुआ है मेरी
सदा खुश रहो ये दुआ है मेरी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रेम निभाना
प्रेम निभाना
लक्ष्मी सिंह
रूप जिसका आयतन है, नेत्र जिसका लोक है
रूप जिसका आयतन है, नेत्र जिसका लोक है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...