Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2022 · 1 min read

अपनी क़िस्मत को फिर बदल कर देखते हैं

अपनी क़िस्मत को फिर बदल कर देखते हैं
आओ मुहब्बत को एक बार संभल कर देखते हैं

चाँद तारे फूल शबनम सब रखते हैं एक तरफ
महबूब-ए-नज़र पे इस बार मर कर देखते हैं

जिस्म की भूख तो रोज कई घर उजाड़ देती है
हम रूह-ओ-रवाँ को अपनी जान कर के देखते हैं

छोड़ देते हैं कुछ दिन ये फ़ज़ा का मुक़ाम
चंद रोज़ इस घर से निकल कर देखते हैं

लौह-ए-फ़ना से जाना तो फ़ितरत है सभी की
यार-ए-शातिर पे एतिबार फिर कर कर देखते हैं

कौन सवार हैं कश्ती में कौन जाता है साहिल पर
सात-समुंदर से ‘आसिफ’ गुफ़्तगू कर कर देखते हैं

~ मुहम्मद आसिफ अली (भारतीय कवि)

553 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपनी कमी छुपाए कै,रहे पराया देख
अपनी कमी छुपाए कै,रहे पराया देख
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*मैं बच्चों की तरह हर रोज, सारे काम करता हूँ (हिंदी गजल/गीति
*मैं बच्चों की तरह हर रोज, सारे काम करता हूँ (हिंदी गजल/गीति
Ravi Prakash
चेहरे पे लगा उनके अभी..
चेहरे पे लगा उनके अभी..
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
दौर ऐसा हैं
दौर ऐसा हैं
SHAMA PARVEEN
मार मुदई के रे... 2
मार मुदई के रे... 2
जय लगन कुमार हैप्पी
मुस्कान
मुस्कान
नवीन जोशी 'नवल'
जुदाई - चंद अशआर
जुदाई - चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
लब हिलते ही जान जाते थे, जो हाल-ए-दिल,
लब हिलते ही जान जाते थे, जो हाल-ए-दिल,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Tumhari khahish khuch iss kadar thi ki sajish na samajh paya
Tumhari khahish khuch iss kadar thi ki sajish na samajh paya
Sakshi Tripathi
नई बहू
नई बहू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इंसान हूं मैं आखिर ...
इंसान हूं मैं आखिर ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
राम वन गमन हो गया
राम वन गमन हो गया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
3218.*पूर्णिका*
3218.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
मनोज कर्ण
"दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्ता परिवर्तन
सत्ता परिवर्तन
Bodhisatva kastooriya
नया  साल  नई  उमंग
नया साल नई उमंग
राजेंद्र तिवारी
उसने आंखों में
उसने आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
#dr Arun Kumar shastri
#dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शीर्षक – शुष्क जीवन
शीर्षक – शुष्क जीवन
Manju sagar
पाहन भी भगवान
पाहन भी भगवान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
💐प्रेम कौतुक-243💐
💐प्रेम कौतुक-243💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
VINOD CHAUHAN
किस लिए पास चले आए अदा किसकी थी
किस लिए पास चले आए अदा किसकी थी
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
மழையின் சத்தத்தில்
மழையின் சத்தத்தில்
Otteri Selvakumar
उस दिन
उस दिन
Shweta Soni
सच की ताक़त
सच की ताक़त
Shekhar Chandra Mitra
Gone
Gone
*Author प्रणय प्रभात*
हुआ पिया का आगमन
हुआ पिया का आगमन
लक्ष्मी सिंह
“ ......... क्यूँ सताते हो ?”
“ ......... क्यूँ सताते हो ?”
DrLakshman Jha Parimal
Loading...