Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2017 · 1 min read

हाँ तुम! बस तुम!

झरनों के संगीत में हो तुम
नदियों के हर गीत में हो तुम
सूरज की चाहत में पागल
सूरजमुखी की प्रीत में हो तुम
हाँ तुम! बस तुम!

मेरी सुबहो- शाम में हो तुम
मेरे हर एक काम में हो तुम
मंदिर, मस्जिद और गुरूद्वारे
ईश्वर, अल्ला, राम में हो तुम
हाँ तुम! बस तुम !

जीने के हर ढंग में हो तुम
खुशियों के हर रंग में हो तुम
हार में हो, हर जीत में हो
मेरी हर इक जंग में हो तुम
हाँ तुम ! बस तुम !

लोधी डॉ. आशा ‘अदिति’

Language: Hindi
2 Likes · 641 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तो मेरे साथ चलो।
तो मेरे साथ चलो।
Manisha Manjari
Mere hisse me ,
Mere hisse me ,
Sakshi Tripathi
सत्य होता सामने
सत्य होता सामने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
करती पुकार वसुंधरा.....
करती पुकार वसुंधरा.....
Kavita Chouhan
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
लक्ष्मी सिंह
*सत्य  विजय  का पर्व मनाया*
*सत्य विजय का पर्व मनाया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
??????...
??????...
शेखर सिंह
मुझको कुर्सी तक पहुंचा दे
मुझको कुर्सी तक पहुंचा दे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक नज़्म - बे - क़ायदा
एक नज़्म - बे - क़ायदा
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*आया पहुॅंचा चॉंद तक, भारत का विज्ञान (कुंडलिया)*
*आया पहुॅंचा चॉंद तक, भारत का विज्ञान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
नन्हीं बाल-कविताएँ
नन्हीं बाल-कविताएँ
Kanchan Khanna
विधवा
विधवा
Acharya Rama Nand Mandal
हमें प्यार और घृणा, दोनों ही असरदार तरीके से करना आना चाहिए!
हमें प्यार और घृणा, दोनों ही असरदार तरीके से करना आना चाहिए!
Dr MusafiR BaithA
नारी है नारायणी
नारी है नारायणी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
Ritu Asooja
वर्षा
वर्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🌺ये गर्ल!स्टोरी में ट्विस्ट दे रही🌺
🌺ये गर्ल!स्टोरी में ट्विस्ट दे रही🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वो
वो
Ajay Mishra
ज़िंदगी क्या है ?
ज़िंदगी क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
कवि रमेशराज
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
"तारीफ़"
Dr. Kishan tandon kranti
"प्रेम कभी नफरत का समर्थक नहीं रहा है ll
पूर्वार्थ
ऐ ज़िन्दगी ..
ऐ ज़िन्दगी ..
Dr. Seema Varma
अति मंद मंद , शीतल बयार।
अति मंद मंद , शीतल बयार।
Kuldeep mishra (KD)
श्याम-राधा घनाक्षरी
श्याम-राधा घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
कवि दीपक बवेजा
अगर शमशीर हमने म्यान में रक्खी नहीं होती
अगर शमशीर हमने म्यान में रक्खी नहीं होती
Anis Shah
■ पांचजन्य के डुप्लीकेट।
■ पांचजन्य के डुप्लीकेट।
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...