Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2016 · 1 min read

हमसे कभी जब बात वो दो चार करेंगे

हमसे कभी जब बात वो दो चार करेंगे
हम प्यार का अपने तभी इजहार करेंगे

नफरत से भरी ज़िन्दगी सुनसान बहुत है
हम फूल खिला प्यार के गुलज़ार करेंगे

तुम आज़मा के देख कभी लेना हमें भी
हम दोस्ती में जान भी कुर्बान करेंगे

चाहें लगा लो प्यार पे पाबंदियां कितनी
हम हार नहीं प्यार की स्वीकार करेंगे

हो जाएगा तब ‘अर्चना’ कद और भी ऊँचा
जब खत्म हम अपना ये अहंकार करेंगे

डॉ अर्चना गुप्ता

2 Comments · 381 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
माता शबरी
माता शबरी
SHAILESH MOHAN
जीतेंगे हम, हारेगा कोरोना
जीतेंगे हम, हारेगा कोरोना
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मोक्ष
मोक्ष
Pratibha Pandey
खींचातानी  कर   रहे, सारे  नेता लोग
खींचातानी कर रहे, सारे नेता लोग
Dr Archana Gupta
" मुझमें फिर से बहार न आयेगी "
Aarti sirsat
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
भाग्य प्रबल हो जायेगा
भाग्य प्रबल हो जायेगा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रभु राम नाम का अवलंब
प्रभु राम नाम का अवलंब
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्रेम जीवन धन गया।
प्रेम जीवन धन गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हम ख़फ़ा हो
हम ख़फ़ा हो
Dr fauzia Naseem shad
"सुगर"
Dr. Kishan tandon kranti
*हमारा संविधान*
*हमारा संविधान*
Dushyant Kumar
नफ़रत के सौदागर
नफ़रत के सौदागर
Shekhar Chandra Mitra
"Let us harness the power of unity, innovation, and compassi
Rahul Singh
2444.पूर्णिका
2444.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कांटों में क्यूं पनाह दी
कांटों में क्यूं पनाह दी
Surinder blackpen
तुम रट गये  जुबां पे,
तुम रट गये जुबां पे,
Satish Srijan
बाबा नीब करौरी
बाबा नीब करौरी
Pravesh Shinde
विजयी
विजयी
Raju Gajbhiye
"जब मानव कवि बन जाता हैं "
Slok maurya "umang"
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमारे दोस्त
हमारे दोस्त
Shivkumar Bilagrami
साथ तेरा रहे साथ बन कर सदा
साथ तेरा रहे साथ बन कर सदा
डॉ. दीपक मेवाती
जय श्री राम
जय श्री राम
आर.एस. 'प्रीतम'
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
Phool gufran
* चाहतों में *
* चाहतों में *
surenderpal vaidya
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
दस्तरखान बिछा दो यादों का जानां
दस्तरखान बिछा दो यादों का जानां
Shweta Soni
■मंज़रकशी :--
■मंज़रकशी :--
*Author प्रणय प्रभात*
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
Loading...