Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2017 · 1 min read

“शब्द आराधना”

शब्द -आराधना करके बनता है
महान मानव
इससे ही सुनता है भाव भगवान
ये कमाल है शब्दों की शक्ति का
जिससे बढ़ती है न सिर्फ़ भक्ति
अपितु ज्ञान का खजाना भी
इसलिये करना चाहिये हमें सदैव
वंदन शब्दों का
यह सोचकर कि होती है
शब्द-आराधना
भाव के मंथन से ही
अनवरत्
जी हाँ,अनवरत्!
इतना ही नहीं
रचता है ईश संसार
भाव शब्दों के मेल से ही
और रचे जाते हैं
शब्द भावों के मेल से ही जगत् के ग्रंथ हजारों
इसलिये आइये करें हम
शब्द-आराधना
गढ शब्द का संसार
जिससे कि न जाये व्यर्थ
भावना
तभी हो सकेगा
कृति का वंदन
जी हाँ,वंदन …!
प्रशांत शर्मा ‘सरल’,नरसिंहपुर

Language: Hindi
266 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Srishty Bansal
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
gurudeenverma198
जवानी
जवानी
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
जिंदगी भर किया इंतजार
जिंदगी भर किया इंतजार
पूर्वार्थ
"हर दिन कुछ नया सीखें ,
Mukul Koushik
स्वाधीनता के घाम से।
स्वाधीनता के घाम से।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*** रेत समंदर के....!!! ***
*** रेत समंदर के....!!! ***
VEDANTA PATEL
" जय भारत-जय गणतंत्र ! "
Surya Barman
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
dks.lhp
"अटल सत्य"
Dr. Kishan tandon kranti
राम वन गमन हो गया
राम वन गमन हो गया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
नूरफातिमा खातून नूरी
बेटी-पिता का रिश्ता
बेटी-पिता का रिश्ता
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*अंगूर (बाल कविता)*
*अंगूर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
चाहिए
चाहिए
Punam Pande
*अद्वितीय गुणगान*
*अद्वितीय गुणगान*
Dushyant Kumar
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
Ranjeet kumar patre
मैने वक्त को कहा
मैने वक्त को कहा
हिमांशु Kulshrestha
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
जो ज़िम्मेदारियों से बंधे होते हैं
जो ज़िम्मेदारियों से बंधे होते हैं
Paras Nath Jha
रक्षक या भक्षक
रक्षक या भक्षक
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
You lived through it, you learned from it, now it's time to
You lived through it, you learned from it, now it's time to
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
💐प्रेम कौतुक-208💐
💐प्रेम कौतुक-208💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जिंदगी में दो ही लम्हे,
जिंदगी में दो ही लम्हे,
Prof Neelam Sangwan
राम अवध के
राम अवध के
Sanjay ' शून्य'
महाकवि नीरज के बहाने (संस्मरण)
महाकवि नीरज के बहाने (संस्मरण)
Kanchan Khanna
"दुमका संस्मरण 3" परिवहन सेवा (1965)
DrLakshman Jha Parimal
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
Rj Anand Prajapati
रूठकर के खुदसे
रूठकर के खुदसे
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि
Arti Bhadauria
Loading...