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23 Jun 2017 · 1 min read

वास्ता टूट गया

दीया जलाने लगे
आजकल हम आंधी में

आग बुझती ही नहीं
जो लगी है पानी में

सत्य छुपता नहीं है
झूठ की कहानी में

सर झुकता नहीं है
किसी से अभिमानी में

वास्ता टूट गया मेरा तेरा
इक नादानी में
रह गई बातें फकत जुबा पर
इक कहानी में

रीता यादव

Language: Hindi
267 Views
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