Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jul 2016 · 1 min read

वर्ण पिरामिड….

वर्ण पिरामिड में प्रथम प्रयास :

है
धूप
ही धूप
हर ओर
हुआ उजला
व्यर्थ गयी हाला
दगा दे गयी बाला

सुशील सरना

Language: Hindi
356 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"मोबाइल फोन"
Dr. Kishan tandon kranti
जब सावन का मौसम आता
जब सावन का मौसम आता
लक्ष्मी सिंह
*खड़ी हूँ अभी उसी की गली*
*खड़ी हूँ अभी उसी की गली*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बादल गरजते और बरसते हैं
बादल गरजते और बरसते हैं
Neeraj Agarwal
ना चराग़ मयस्सर है ना फलक पे सितारे
ना चराग़ मयस्सर है ना फलक पे सितारे
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
💐प्रेम कौतुक-346💐
💐प्रेम कौतुक-346💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गर्व की बात
गर्व की बात
Er. Sanjay Shrivastava
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कभी कभी मौन रहने के लिए भी कम संघर्ष नहीं करना पड़ता है।
कभी कभी मौन रहने के लिए भी कम संघर्ष नहीं करना पड़ता है।
Paras Nath Jha
दुनिया
दुनिया
Jagannath Prajapati
धीरे धीरे
धीरे धीरे
रवि शंकर साह
आत्महत्या
आत्महत्या
Harminder Kaur
मेरी समझ में आज तक
मेरी समझ में आज तक
*Author प्रणय प्रभात*
हज़ारों साल
हज़ारों साल
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
नारी- स्वरूप
नारी- स्वरूप
Buddha Prakash
अंगद के पैर की तरह
अंगद के पैर की तरह
Satish Srijan
2997.*पूर्णिका*
2997.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शोख लड़की
शोख लड़की
Ghanshyam Poddar
मित्रो नमस्कार!
मित्रो नमस्कार!
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
कहते हैं मृत्यु ही एक तय सत्य है,
कहते हैं मृत्यु ही एक तय सत्य है,
पूर्वार्थ
मउगी चला देले कुछउ उठा के
मउगी चला देले कुछउ उठा के
आकाश महेशपुरी
*फाग का रंग : बारह दोहे*
*फाग का रंग : बारह दोहे*
Ravi Prakash
किसी रोज मिलना बेमतलब
किसी रोज मिलना बेमतलब
Amit Pathak
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
सफ़ारी सूट
सफ़ारी सूट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भीड़ की नजर बदल रही है,
भीड़ की नजर बदल रही है,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हक़ीक़त है
हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
यलग़ार
यलग़ार
Shekhar Chandra Mitra
Unki julfo ki ghata bhi  shadid takat rakhti h
Unki julfo ki ghata bhi shadid takat rakhti h
Sakshi Tripathi
शायरी
शायरी
goutam shaw
Loading...