Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2017 · 1 min read

ये प्रातः तुम्हें सजानी है

ओ भारत की भावी नारी !
बहुत सो चुकी अब तो जागो ,
ये प्रातः तुम्हें सजानी है ।

मत बोझ बनो तुम परिवारों पर
सिर्फ भार बनो मत तुम धरती पर
सीखो मत सिर्फ बंधन में रहना,
लक्ष्य बना लो कुछ करके है दिखलाना
इस युग को प्रतीक्षा सिर्फ तुम्हारी है ।
ओ भारत की भावी नारी …..

क्यों सहती हो कष्टों को तुम ,
क्या सहना ही तुम्हारा जीवन है
कम करो सहनशीलता अपनी ,
भावना लाओ मन में कुछ करने की ,
इस नवयुग को प्रतीक्षा सिर्फ तुम्हारी है
ओ भारत की भावी नारी ….

बहुत रो रही हैे यह भारत माँ तुम्हारी
भ्रष्ट हो रही हैं इसकी संताने सारी
सीता और जीजाबाई जैसी माँ
एक बार फिर बन जाओ तुम
लव कुश और वीर शिवा सी
इनकी सीख सिखाओ तुम ।
इस युग को प्रतीक्षा सिर्फ तुम्हारी है ।

ओ भारत की भावी नारी !
बहुत सो चुकी अब तो जागो
ये प्रातः तुम्हें सजानी है ।
ये प्रातः तुम्हें सजानी है ।

डॉ रीता

Language: Hindi
305 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rita Singh
View all
You may also like:
"बेटा-बेटी"
पंकज कुमार कर्ण
विभेद दें।
विभेद दें।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
23/84.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/84.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
“तुम हो तो सब कुछ है”
“तुम हो तो सब कुछ है”
DrLakshman Jha Parimal
* याद कर लें *
* याद कर लें *
surenderpal vaidya
****प्रेम सागर****
****प्रेम सागर****
Kavita Chouhan
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
Sahil Ahmad
"उतना ही दिख"
Dr. Kishan tandon kranti
I am sun
I am sun
Rajan Sharma
कहां खो गए
कहां खो गए
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कीजै अनदेखा अहम,
कीजै अनदेखा अहम,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मित्र कौन है??
मित्र कौन है??
Ankita Patel
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
Ravi Prakash
अंधभक्तो को जितना पेलना है पेल लो,
अंधभक्तो को जितना पेलना है पेल लो,
शेखर सिंह
क्यों मुश्किलों का
क्यों मुश्किलों का
Dr fauzia Naseem shad
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
निशांत 'शीलराज'
ऐतिहासिक भूल
ऐतिहासिक भूल
Shekhar Chandra Mitra
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
Tarun Garg
चुनाव आनेवाला है
चुनाव आनेवाला है
Sanjay ' शून्य'
Der se hi magar, dastak jarur dena,
Der se hi magar, dastak jarur dena,
Sakshi Tripathi
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
gurudeenverma198
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
***संशय***
***संशय***
प्रेमदास वसु सुरेखा
"निरक्षर-भारती"
Prabhudayal Raniwal
हैप्पी होली
हैप्पी होली
Satish Srijan
वर्षा ऋतु के बाद
वर्षा ऋतु के बाद
लक्ष्मी सिंह
#अंतिम_उपाय
#अंतिम_उपाय
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-282💐
💐प्रेम कौतुक-282💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...