Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2017 · 1 min read

“मेरे चले जाने के बाद”

मेरे चले जाने के बाद थोड़ा सा गम कर लेना।
जब याद आए तुम्हें हमारी आॅखोंको नम कर लेना।।
सताया है बहुत हमने ,अब और ना सतऐंगे।
नहीं जानता है दिल मेरा,तुम बिन कैसे रह पाऐंगे।।
तन्हाईयों के सहारे जीने का दम भर लेना।
मेरे चले जाने के बाद——————-
कश्मे वादे प्यार वफा को तूने न जाना।
दिल में तेरे रहते रहे हम फिर भी न पहचाना।।
जब मैयत मेरी निकले तेरे दर से अश्कों का दरिया भर लेना।
मेरे चले जाने के बाद———————
तेरे वादों पे करके भरोसा हमें ये शिला मिला है।
लगाया जो दिल आपसे हमे दर्दे दिल मिला है।
मेरी यादों का चाॅद ना आए नजर तो अंधेरों से दोस्ती कर लेना।
मेरे चले जाने के बाद ———————-

रचयिता-इन्द्रजीत सिंह लोधी

256 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
Neelam Sharma
अखबार
अखबार
लक्ष्मी सिंह
यह कौनसा आया अब नया दौर है
यह कौनसा आया अब नया दौर है
gurudeenverma198
ସେହି କୁକୁର
ସେହି କୁକୁର
Otteri Selvakumar
मेरी धुन में, तेरी याद,
मेरी धुन में, तेरी याद,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तूने ही मुझको जीने का आयाम दिया है
तूने ही मुझको जीने का आयाम दिया है
हरवंश हृदय
सावन के झूलें कहे, मन है बड़ा उदास ।
सावन के झूलें कहे, मन है बड़ा उदास ।
रेखा कापसे
#हँसी
#हँसी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
पूछ लेना नींद क्यों नहीं आती है
पूछ लेना नींद क्यों नहीं आती है
पूर्वार्थ
खुशियाँ
खुशियाँ
Dr Shelly Jaggi
Next
Next
Rajan Sharma
चलो मैं आज अपने बारे में कुछ बताता हूं...
चलो मैं आज अपने बारे में कुछ बताता हूं...
Shubham Pandey (S P)
माँ की करते हम भक्ति,  माँ कि शक्ति अपार
माँ की करते हम भक्ति, माँ कि शक्ति अपार
Anil chobisa
"जरा देख"
Dr. Kishan tandon kranti
कभी लौट गालिब देख हिंदुस्तान को क्या हुआ है,
कभी लौट गालिब देख हिंदुस्तान को क्या हुआ है,
शेखर सिंह
2288.पूर्णिका
2288.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
फूल फूल और फूल
फूल फूल और फूल
SATPAL CHAUHAN
"अनकही सी ख़्वाहिशों की क्या बिसात?
*Author प्रणय प्रभात*
*सिखलाऍं सबको दया, करिए पशु से नेह (कुंडलिया)*
*सिखलाऍं सबको दया, करिए पशु से नेह (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
छत्तीसगढ़ के युवा नेता शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana
छत्तीसगढ़ के युवा नेता शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana
Bramhastra sahityapedia
पके फलों के रूपों को देखें
पके फलों के रूपों को देखें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सिखों का बैसाखी पर्व
सिखों का बैसाखी पर्व
कवि रमेशराज
उधेड़बुन
उधेड़बुन
मनोज कर्ण
जय अम्बे
जय अम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जो चीजे शांत होती हैं
जो चीजे शांत होती हैं
ruby kumari
कुछ नहीं बचेगा
कुछ नहीं बचेगा
Akash Agam
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
बर्फ़ के भीतर, अंगार-सा दहक रहा हूँ आजकल-
बर्फ़ के भीतर, अंगार-सा दहक रहा हूँ आजकल-
Shreedhar
साक्षर महिला
साक्षर महिला
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...