Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jan 2017 · 1 min read

बेटियाँ

बेटियाँ कच्चे बाँस की तरह,
पनपती आधार हैं।
बेटियाँ ही अनवरत,
प्रकृति की सृजनहार हैं।

किसी भी संदेह में ना,
उन्हें मारा जाय।
उनको भी स्नेह की,
छाँव में दुलारा जाय।

इनसे ही श्रृगार धरा का,
इनसे ही भूमि पावन।
जगत जननी अयुज बेटियाँ,
इन्हें करें सौ बार नमन।

समानता को संकल्प बना,
आगे इनको बढ़ाया जाय।
भूल रूढ़ियाँ सभी चलो,
हर बेटी को पढ़ाया जाय।

1 Like · 511 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पापा जी
पापा जी
नाथ सोनांचली
मम्मास बेबी
मम्मास बेबी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
साथ अगर उनका होता
साथ अगर उनका होता
gurudeenverma198
हकीकत जानूंगा तो सब पराए हो जाएंगे
हकीकत जानूंगा तो सब पराए हो जाएंगे
Ranjeet kumar patre
💐प्रेम कौतुक-482💐
💐प्रेम कौतुक-482💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
🙅अमोघ-मंत्र🙅
🙅अमोघ-मंत्र🙅
*Author प्रणय प्रभात*
आओ,
आओ,
हिमांशु Kulshrestha
हौसला अगर बुलंद हो
हौसला अगर बुलंद हो
Paras Nath Jha
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
भीगे-भीगे मौसम में.....!!
भीगे-भीगे मौसम में.....!!
Kanchan Khanna
सरस्वती वंदना-3
सरस्वती वंदना-3
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
पूर्वार्थ
*किसी से भीख लेने से, कहीं अच्छा है मर जाना (हिंदी गजल)*
*किसी से भीख लेने से, कहीं अच्छा है मर जाना (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
2534.पूर्णिका
2534.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हमारी दोस्ती अजीब सी है
हमारी दोस्ती अजीब सी है
Keshav kishor Kumar
हस्ती
हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
शिक्षित बेटियां मजबूत समाज
शिक्षित बेटियां मजबूत समाज
श्याम सिंह बिष्ट
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ऐसा इजहार करू
ऐसा इजहार करू
Basant Bhagawan Roy
जाति आज भी जिंदा है...
जाति आज भी जिंदा है...
आर एस आघात
पघारे दिव्य रघुनंदन, चले आओ चले आओ।
पघारे दिव्य रघुनंदन, चले आओ चले आओ।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
छोड़ दो
छोड़ दो
Pratibha Pandey
3) “प्यार भरा ख़त”
3) “प्यार भरा ख़त”
Sapna Arora
दोगला चेहरा
दोगला चेहरा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
पत्थर
पत्थर
manjula chauhan
दोहा त्रयी. . . . शीत
दोहा त्रयी. . . . शीत
sushil sarna
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
Harinarayan Tanha
****शिव शंकर****
****शिव शंकर****
Kavita Chouhan
"वरना"
Dr. Kishan tandon kranti
गोर चराने का मज़ा, लहसुन चटनी साथ
गोर चराने का मज़ा, लहसुन चटनी साथ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...