Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2019 · 1 min read

मम्मास बेबी

मम्मास बेबी

जोरू का गुलाम
बहन, भाभी का चमचा
कहलाने के डर से ही
मैं अपने जूठे बर्तन सिंक पर रखना
अपने कपड़े धोना
आटा गूँथना, सब्जी काटना
कभी-कभार खाना बनाना
वाशिंग मशीन से कपड़े धोना
छोटे बच्चों को घुमाना
बाजार से सब्जियाँ खरीदना
बच्चों के होमवर्क में मदद करना
नहीं छोड़ सकता।
दूसरों के कुछ भी कहने या सोचने से
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
क्योंकि मुझे भलीभांति पता है
कि क्या करना है और क्या नहीं।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

Language: Hindi
1 Like · 536 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फागुनी धूप, बसंती झोंके
फागुनी धूप, बसंती झोंके
Shweta Soni
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
VEDANTA PATEL
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
Ms.Ankit Halke jha
रिश्ता ऐसा हो,
रिश्ता ऐसा हो,
लक्ष्मी सिंह
2933.*पूर्णिका*
2933.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रार्थना के स्वर
प्रार्थना के स्वर
Suryakant Dwivedi
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
Ranjeet kumar patre
हाँ ये सच है
हाँ ये सच है
Saraswati Bajpai
मेरे जग्गू दादा
मेरे जग्गू दादा
Baishali Dutta
रहस्य
रहस्य
Shyam Sundar Subramanian
एक नज़्म - बे - क़ायदा
एक नज़्म - बे - क़ायदा
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर एक गाेट कविता
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर एक गाेट कविता
Binit Thakur (विनीत ठाकुर)
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
Ravi Prakash
जरासन्ध के पुत्रों ने
जरासन्ध के पुत्रों ने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कितने बेबस
कितने बेबस
Dr fauzia Naseem shad
हर कभी ना माने
हर कभी ना माने
Dinesh Gupta
तुम्हारे बिन कहां मुझको कभी अब चैन आएगा।
तुम्हारे बिन कहां मुझको कभी अब चैन आएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
" यादों की शमा"
Pushpraj Anant
सबसे कठिन है
सबसे कठिन है
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
एक गजल
एक गजल
umesh mehra
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
शहीद दिवस पर शहीदों को सत सत नमन 🙏🙏🙏
शहीद दिवस पर शहीदों को सत सत नमन 🙏🙏🙏
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।
ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।
Phool gufran
■ मुक्तक / सियासी भाड़
■ मुक्तक / सियासी भाड़
*Author प्रणय प्रभात*
केवट का भाग्य
केवट का भाग्य
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
चुनावी युद्ध
चुनावी युद्ध
Anil chobisa
काश तुम ये जान पाते...
काश तुम ये जान पाते...
डॉ.सीमा अग्रवाल
समय गुंगा नाही बस मौन हैं,
समय गुंगा नाही बस मौन हैं,
Sampada
मैथिली साहित्य मे परिवर्तन से आस जागल।
मैथिली साहित्य मे परिवर्तन से आस जागल।
Acharya Rama Nand Mandal
क्या मुझसे दोस्ती करोगे?
क्या मुझसे दोस्ती करोगे?
Naushaba Suriya
Loading...