Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2017 · 1 min read

बारिस

क्याे इस बरस, रही हाे इतनी बरस,
बहुत हुआ,बरसकर अब मत बरस,
नही बरसती ताे तरसते, इस बरस,
बरसाकर तरसा रही हाे, इस बरस,
नही भूले बारिस जाे हुई पिछले बरस,
आंसू नही सूखे जाे मिले पिछले बरस,
नहर नहर लहर लहर हाे रही कहर कहर,
डगर डगर पहर पहर डूब रहे शहर शहर,
कड़क कड़क चमक चमक दामिनी दमके,
फड़क फड़क धड़क धड़क जिया धड़के,
सड़क सड़क पकड़ पकड़ किस ओर भटके,
गड्डे गड्डे बड़े बड़े भरे पड़े देते झटके,
।।।जेपीएल।।।

Language: Hindi
388 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
कर रही हूँ इंतज़ार
कर रही हूँ इंतज़ार
Rashmi Ranjan
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हमारे सोचने से
हमारे सोचने से
Dr fauzia Naseem shad
पावस की रात
पावस की रात
लक्ष्मी सिंह
" तुम खुशियाँ खरीद लेना "
Aarti sirsat
बुगुन लियोसिचला Bugun leosichla
बुगुन लियोसिचला Bugun leosichla
Mohan Pandey
इल्ज़ाम ना दे रहे हैं।
इल्ज़ाम ना दे रहे हैं।
Taj Mohammad
करते हो क्यों प्यार अब हमसे तुम
करते हो क्यों प्यार अब हमसे तुम
gurudeenverma198
*25_दिसंबर_1982: : प्रथम पुस्तक
*25_दिसंबर_1982: : प्रथम पुस्तक "ट्रस्टीशिप-विचार" का विमोचन
Ravi Prakash
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सतरंगी आभा दिखे, धरती से आकाश
सतरंगी आभा दिखे, धरती से आकाश
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"कुछ खास हुआ"
Lohit Tamta
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
पूर्वार्थ
रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरियाँ
रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरियाँ
कवि रमेशराज
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
कहानी घर-घर की
कहानी घर-घर की
Brijpal Singh
दिल  में हसरत  जगे तो दबाना नहीं।
दिल में हसरत जगे तो दबाना नहीं।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
'अ' अनार से
'अ' अनार से
Dr. Kishan tandon kranti
हिंसा रोकना स्टेट पुलिस
हिंसा रोकना स्टेट पुलिस
*Author प्रणय प्रभात*
3222.*पूर्णिका*
3222.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल का मौसम सादा है
दिल का मौसम सादा है
Shweta Soni
जिंदगी को बोझ नहीं मानता
जिंदगी को बोझ नहीं मानता
SATPAL CHAUHAN
अपने तो अपने होते हैं
अपने तो अपने होते हैं
Harminder Kaur
कभी चाँद को देखा तो कभी आपको देखा
कभी चाँद को देखा तो कभी आपको देखा
VINOD CHAUHAN
दुःख हरणी
दुःख हरणी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरी शक्ति
मेरी शक्ति
Dr.Priya Soni Khare
गीत।।। ओवर थिंकिंग
गीत।।। ओवर थिंकिंग
Shiva Awasthi
कांटा
कांटा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आप आजाद हैं? कहीं आप जानवर तो नहीं हो गए, थोड़े पालतू थोड़े
आप आजाद हैं? कहीं आप जानवर तो नहीं हो गए, थोड़े पालतू थोड़े
Sanjay ' शून्य'
Loading...