Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2017 · 1 min read

~~दिल अपना साफ़ रखना~~

गिरते को थाम लेना
हो सके तो,
डूबते को निकाल लेना
गर हो सके तो
लूटतेको बचा लेना,
अगर बचा सको तो
प्यासे की प्यास बुझा देना
गर, बुझा सको तो
भूखे को खाना
खिला देना,
वो भी हो सके तो

किसी की दुआ ले जान
अगर मिल सके तो
इस अनमोल जीवन को
यूं ही बर्बाद न कर देना
अगर हो सके तो
दान अपने हाथो से कर देना
अगर बन सके तो,
याद मुझ को करना या
कभी न करना जीवन में
बस नफरत का बीज न
बोना अपने दिलों के अंदर
अगर हो सके तो
दुनिया यहीं रहेगी
साथ कुछ न जाएगा
खुद का दिल सबके
साथ सदा साफ़ रखना
अगर हो सके तो…

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
487 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
जरूरत के हिसाब से सारे मानक बदल गए
जरूरत के हिसाब से सारे मानक बदल गए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आज देव दीपावली...
आज देव दीपावली...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मानवीय कर्तव्य
मानवीय कर्तव्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कंठ तक जल में गड़ा, पर मुस्कुराता है कमल ।
कंठ तक जल में गड़ा, पर मुस्कुराता है कमल ।
Satyaveer vaishnav
जीभ
जीभ
विजय कुमार अग्रवाल
बाल दिवस पर मेरी कविता
बाल दिवस पर मेरी कविता
Tarun Singh Pawar
गुस्सा दिलाकर ,
गुस्सा दिलाकर ,
Umender kumar
■ सुरीला संस्मरण
■ सुरीला संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
प्रेम लौटता है धीमे से
प्रेम लौटता है धीमे से
Surinder blackpen
चुपचाप सा परीक्षा केंद्र
चुपचाप सा परीक्षा केंद्र"
Dr Meenu Poonia
वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा !
वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा !
जगदीश शर्मा सहज
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*टैगोर शिशु निकेतन *
*टैगोर शिशु निकेतन *
Ravi Prakash
बचपन,
बचपन, "बूढ़ा " हो गया था,
Nitesh Kumar Srivastava
"अभिमान और सम्मान"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"शिक्षक"*
Shashi kala vyas
परिंदा हूं आसमां का
परिंदा हूं आसमां का
Praveen Sain
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
Vishal babu (vishu)
जीवन जीते रहने के लिए है,
जीवन जीते रहने के लिए है,
Prof Neelam Sangwan
गीत
गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
आप वक्त को थोड़ा वक्त दीजिए वह आपका वक्त बदल देगा ।।
आप वक्त को थोड़ा वक्त दीजिए वह आपका वक्त बदल देगा ।।
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
उम्मींदें तेरी हमसे
उम्मींदें तेरी हमसे
Dr fauzia Naseem shad
पर्यावरण दिवस
पर्यावरण दिवस
Satish Srijan
अपना बिहार
अपना बिहार
AMRESH KUMAR VERMA
If your heart is
If your heart is
Vandana maurya
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
गांव की याद
गांव की याद
Punam Pande
कविता
कविता
sushil sarna
भूत प्रेत का भय भ्रम
भूत प्रेत का भय भ्रम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...