Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2017 · 1 min read

जन्मदिन

शब्द शून्य हैं, भाव शून्य हैं
कैसे तुम्हे बधाई दूँ ;
शीतल प्राणवायु मैं तुमको
क्या स्नेहिल पुरवाई दूँ ।

महके चन्दन सा मन पावन
नित शिखरों के चुम्बन से ;
सुख भी तुमसे सुख ही चाहे
स्नेहशिक्त आलिंगन से ।
जन्म दिवस की इस वेला पर
स्वप्नों की तरुणाई दूँ ;
सोंच रहा हूँ ऐसा क्या दूँ
कैसे तुम्हे बधाई दूँ ….???
शीतल प्राणवायु…….???

राहुल द्विवेदी ‘स्मित’

Language: Hindi
489 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
23/86.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/86.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आँखें
आँखें
Neeraj Agarwal
तेरी वापसी के सवाल पर, ख़ामोशी भी खामोश हो जाती है।
तेरी वापसी के सवाल पर, ख़ामोशी भी खामोश हो जाती है।
Manisha Manjari
मैं और मेरा
मैं और मेरा
Pooja Singh
পৃথিবীর সবচেয়ে সুন্দর মেয়েদের
পৃথিবীর সবচেয়ে সুন্দর মেয়েদের
Sakhawat Jisan
पिछले पन्ने 10
पिछले पन्ने 10
Paras Nath Jha
"तारीफ़"
Dr. Kishan tandon kranti
वयम् संयम
वयम् संयम
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
ज़िंदगी मौत,पर
ज़िंदगी मौत,पर
Dr fauzia Naseem shad
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
पल भर कि मुलाकात
पल भर कि मुलाकात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेहनत तुम्हारी व्यर्थ नहीं होगी रास्तो की
मेहनत तुम्हारी व्यर्थ नहीं होगी रास्तो की
कवि दीपक बवेजा
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
shabina. Naaz
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
Dr Archana Gupta
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
धैर्य धरोगे मित्र यदि, सब कुछ होता जाय
धैर्य धरोगे मित्र यदि, सब कुछ होता जाय
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*यूँ आग लगी प्यासे तन में*
*यूँ आग लगी प्यासे तन में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रूबरू।
रूबरू।
Taj Mohammad
चेहरा देख के नहीं स्वभाव देख कर हमसफर बनाना चाहिए क्योंकि चे
चेहरा देख के नहीं स्वभाव देख कर हमसफर बनाना चाहिए क्योंकि चे
Ranjeet kumar patre
कबूतर इस जमाने में कहां अब पाले जाते हैं
कबूतर इस जमाने में कहां अब पाले जाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए
Shweta Soni
मेरी तो धड़कनें भी
मेरी तो धड़कनें भी
हिमांशु Kulshrestha
बात-बात पर क्रोध से, बढ़ता मन-संताप।
बात-बात पर क्रोध से, बढ़ता मन-संताप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
#देश_उठाए_मांग
#देश_उठाए_मांग
*Author प्रणय प्रभात*
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet kumar Shukla
किसी औरत से
किसी औरत से
Shekhar Chandra Mitra
वृक्ष बड़े उपकारी होते हैं,
वृक्ष बड़े उपकारी होते हैं,
अनूप अम्बर
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
Ram Krishan Rastogi
हकीकत जानते हैं
हकीकत जानते हैं
Surinder blackpen
Loading...