Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

गीत

. …. गीत …..

चिर- पुरातन प्रेम की नित
बह रही नव धवल धारा
थिर धरातल सुखद संगम
रूप सुन्दरतम् तुम्हारा
कोटि तारक अवनि अम्बर
शशि- कला रवि नृत्य वंदन
नाद सुर लय दिक्- दिगंतर
सूक्ष्मतम् अणु- चित्त बन्धन
चिर- प्रकृति संगीत जीवन
से प्रभावित जगत सारा
कामना की सरस कलियों
से खिला मम् हृदय- मधुबन
भावना की रागिनी फिर
गूँजती उर सजग कण- कण
चेतना की रश्मियों से
खिल उठा जग – जलज सारा
सृष्टि निर्मित जीव- जड़ से
किन्तु अभिनय विधि रचित है
जन्म जीवन मृत्यु सुख दुःख
हैं प्रयोजित शुचि निहित है
क्षरण सर्जन रीति कालिक
स्वत्व अभिनव प्रेम द्वारा

डा. उमेश चन्द्र श्रीवास्तव
लखनऊ

Language: Hindi
Tag: गीत
322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
!........!
!........!
शेखर सिंह
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
VINOD CHAUHAN
माँ शारदे
माँ शारदे
Bodhisatva kastooriya
कानाफूसी है पैसों की,
कानाफूसी है पैसों की,
Ravi Prakash
कर्म भाव उत्तम रखो,करो ईश का ध्यान।
कर्म भाव उत्तम रखो,करो ईश का ध्यान।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
💐अज्ञात के प्रति-133💐
💐अज्ञात के प्रति-133💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#स्पष्टीकरण-
#स्पष्टीकरण-
*Author प्रणय प्रभात*
हम बिहार छी।
हम बिहार छी।
Acharya Rama Nand Mandal
कृषक की उपज
कृषक की उपज
Praveen Sain
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
स्वभाव
स्वभाव
अखिलेश 'अखिल'
आ ठहर विश्राम कर ले।
आ ठहर विश्राम कर ले।
सरोज यादव
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
Sonu sugandh
किन्नर-व्यथा ...
किन्नर-व्यथा ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कुछ बातें पुरानी
कुछ बातें पुरानी
PRATIK JANGID
गुलाबी शहतूत से होंठ
गुलाबी शहतूत से होंठ
हिमांशु Kulshrestha
ना तो हमारी तरह तुम्हें कोई प्रेमी मिलेगा,
ना तो हमारी तरह तुम्हें कोई प्रेमी मिलेगा,
Dr. Man Mohan Krishna
ऊँचाई .....
ऊँचाई .....
sushil sarna
"सफ़र"
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्तें - नाते में मानव जिवन
रिश्तें - नाते में मानव जिवन
Anil chobisa
अजीब सूरते होती है
अजीब सूरते होती है
Surinder blackpen
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
शायर देव मेहरानियां
उदघोष
उदघोष
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बन्दिगी
बन्दिगी
Monika Verma
3096.*पूर्णिका*
3096.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"भोर की आस" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
धनमद
धनमद
Sanjay ' शून्य'
हमनें ढूंढा नहीं कभी खुद को
हमनें ढूंढा नहीं कभी खुद को
Dr fauzia Naseem shad
इश्क
इश्क
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
Priya princess panwar
Loading...