Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Mar 2017 · 1 min read

#कुंडलिया//नहीं दानी का सानी

बलिदानी सबसे बड़े , देकर बनें महान।
लेने वाला है ऋणी , चाहे जीत जहान।।
चाहे जीत जहान , एहसान मत भुलाना।
देना आदर मान , याद रखना अफ़साना।
सुन प्रीतम की बात , नहीं दानी का सानी।
पाता तभी सलाम , हुआ जो भी बलिदानी।

#आर.एस. ‘प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित कुंडलिया

285 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
* जन्मभूमि का धाम *
* जन्मभूमि का धाम *
surenderpal vaidya
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
A Little Pep Talk
A Little Pep Talk
Ahtesham Ahmad
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
Ramswaroop Dinkar
Life
Life
C.K. Soni
"साम","दाम","दंड" व् “भेद" की व्यथा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
बाल वीर दिवस
बाल वीर दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जज़्बात-ए-दिल
जज़्बात-ए-दिल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
यात्रा ब्लॉग
यात्रा ब्लॉग
Mukesh Kumar Rishi Verma
ग़जब सा सिलसला तेरी साँसों का
ग़जब सा सिलसला तेरी साँसों का
Satyaveer vaishnav
शीत की शब में .....
शीत की शब में .....
sushil sarna
हिय जुराने वाली मिताई पाना सुख का सागर पा जाना है!
हिय जुराने वाली मिताई पाना सुख का सागर पा जाना है!
Dr MusafiR BaithA
"माँ"
इंदु वर्मा
राधा कृष्ण होली भजन
राधा कृष्ण होली भजन
Khaimsingh Saini
आवारगी मिली
आवारगी मिली
Satish Srijan
उलझी हुई है ज़ुल्फ़-ए-परेशाँ सँवार दे,
उलझी हुई है ज़ुल्फ़-ए-परेशाँ सँवार दे,
SHAMA PARVEEN
शून्य
शून्य
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🤔🤔🤔
🤔🤔🤔
शेखर सिंह
गैरों से क्या गिला करूं है अपनों से गिला
गैरों से क्या गिला करूं है अपनों से गिला
Ajad Mandori
।। धन तेरस ।।
।। धन तेरस ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
💐कुछ तराने नए सुनाना कभी💐
💐कुछ तराने नए सुनाना कभी💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम्ही बताओ आज सभासद है ये प्रशन महान
तुम्ही बताओ आज सभासद है ये प्रशन महान
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
23/134.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/134.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रोज रात जिन्दगी
रोज रात जिन्दगी
Ragini Kumari
~
~"मैं श्रेष्ठ हूँ"~ यह आत्मविश्वास है... और
Radhakishan R. Mundhra
ज्योतिर्मय
ज्योतिर्मय
Pratibha Pandey
जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल।
जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल।
आर.एस. 'प्रीतम'
कुछ टूट गया
कुछ टूट गया
Dr fauzia Naseem shad
Loading...