Zindagi
ये जिदंगी भी
अजीब तमाशा करती है,
चाहूं की याद लिखना
तो मेरी जिंदगी लिखती है।
चुप रहूं तो
खामोशी बयां करती है
कुछ बोलूं
तो मेरी बेबसी लिखती है।।
गर लिखूं तन्हाई
तो मेरी खुशनाशीबी लिखती है
चाहूं किसी की याद लिखना
तो मेरी ज़िंदगी लिखती है…।।।