Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2024 · 1 min read

When you strongly want to do something, you will find a way

When you strongly want to do something, you will find a way to make it happen.

The desire to do what you love is your passion which propels you towards your goal accomplishment.

Honestly speaking, it’s okay to make excuses for the things you don’t want. But never make excuses for what you love to do, because making repeated excuses is a poor habit manifesting laziness and fear of failure.

Stop making excuses. Instead work towards finding the motivation and willpower within you to do something.

1 Like · 57 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जमाना इस कदर खफा  है हमसे,
जमाना इस कदर खफा है हमसे,
Yogendra Chaturwedi
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नजरों  के वो पास  हैं, फिर भी दिल दूर ।
नजरों के वो पास हैं, फिर भी दिल दूर ।
sushil sarna
"खाली हाथ"
Dr. Kishan tandon kranti
2) भीड़
2) भीड़
पूनम झा 'प्रथमा'
दाग
दाग
Neeraj Agarwal
फूल
फूल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
किरणों का कोई रंग नहीं होता
किरणों का कोई रंग नहीं होता
Atul "Krishn"
रतन चले गये टाटा कहकर
रतन चले गये टाटा कहकर
Dhirendra Singh
कृष्ण जन्माष्टमी
कृष्ण जन्माष्टमी
रुपेश कुमार
गुरु अंगद देव
गुरु अंगद देव
कवि रमेशराज
*आओ पूजें वृक्ष-वट, करता पर-उपकार (कुंडलिया)*
*आओ पूजें वृक्ष-वट, करता पर-उपकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Fantasies are common in this mystical world,
Fantasies are common in this mystical world,
Chaahat
कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले
कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले
gurudeenverma198
वो अब नहीं आयेगा...
वो अब नहीं आयेगा...
मनोज कर्ण
बारिश की बूंदे
बारिश की बूंदे
Praveen Sain
मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं ,
मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं ,
Manju sagar
🇮🇳एक जमाना था...🥹🥺
🇮🇳एक जमाना था...🥹🥺
Rituraj shivem verma
रो रही है मॉं
रो रही है मॉं
SATPAL CHAUHAN
अच्छा खाओ अच्छा पहनो
अच्छा खाओ अच्छा पहनो
अरशद रसूल बदायूंनी
देखते हैं इसमें हम खुद को ,
देखते हैं इसमें हम खुद को ,
Dr fauzia Naseem shad
तीसरी आंख को समझने के सरल तरीके, और जागृत कैसे करें, लाभ व उद्देश्य। रविकेश झा
तीसरी आंख को समझने के सरल तरीके, और जागृत कैसे करें, लाभ व उद्देश्य। रविकेश झा
Ravikesh Jha
3856.💐 *पूर्णिका* 💐
3856.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
Rj Anand Prajapati
मुक्तक –  अंत ही आरंभ है
मुक्तक – अंत ही आरंभ है
Sonam Puneet Dubey
এটা আনন্দ
এটা আনন্দ
Otteri Selvakumar
अलसाई आँखे
अलसाई आँखे
A🇨🇭maanush
अधिकांश होते हैं गुमराह
अधिकांश होते हैं गुमराह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
ये बेटा तेरा मर जाएगा
ये बेटा तेरा मर जाएगा
Basant Bhagawan Roy
परमात्मा
परमात्मा
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
Loading...