Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2021 · 1 min read

विनोद सिल्ला के दोहे

विनोद सिल्ला के दोहे

ताजे खाओ फल सदा, रहोगे तुम निरोग|
फास्ट फूड को छोड़ के, फल का लाओ भोग||

फल खाओ तुम रोज ही, फल हैं गुण की खान|
रोगों से फल लें बचा, वर्णन करे विज्ञान||

पोषक आहार फल में, मिनरल हैं भरपूर|
मात कुपोषण को मिले, रोग रहेंगे दूर||

जी भर खाओ खूब फल, या फिर पी लो जूस|
रोगों से बचकर रहें, स्वस्थ करो महसूस||

आंगन सूना ना रहे, खाली न रहे मेड़|
खा पाएंगे पौत्र फल, उगा फलों के पेड़||

अॉर्गेनिक शहतूत है, बड़ा जायकेदार|
बेर बड़ा गुणवान है, बिना खाद तैयार||

विनोद सिल्ला खा रहा, फल मौसम अनुसार|
दवाओं पर खर्चा नहीं, होता ना बीमार||

-विनोद सिल्ला

Language: Hindi
1 Like · 5 Comments · 687 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं लिखूंगा तुम्हें
मैं लिखूंगा तुम्हें
हिमांशु Kulshrestha
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
कवि रमेशराज
तूझे क़ैद कर रखूं मेरा ऐसा चाहत नहीं है
तूझे क़ैद कर रखूं मेरा ऐसा चाहत नहीं है
Keshav kishor Kumar
बारिश के लिए
बारिश के लिए
Srishty Bansal
🏛️ *दालान* 🏛️
🏛️ *दालान* 🏛️
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
जीना सीख लिया
जीना सीख लिया
Anju ( Ojhal )
घूंटती नारी काल पर भारी ?
घूंटती नारी काल पर भारी ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2609.पूर्णिका
2609.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मानव पहले जान ले,तू जीवन  का सार
मानव पहले जान ले,तू जीवन का सार
Dr Archana Gupta
नदी की मुस्कान
नदी की मुस्कान
Satish Srijan
तथाकथित धार्मिक बोलबाला झूठ पर आधारित है
तथाकथित धार्मिक बोलबाला झूठ पर आधारित है
Mahender Singh
यूंही नहीं बनता जीवन में कोई
यूंही नहीं बनता जीवन में कोई
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बेमेल शादी!
बेमेल शादी!
कविता झा ‘गीत’
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नेताजी सुभाषचंद्र बोस
नेताजी सुभाषचंद्र बोस
ऋचा पाठक पंत
चाय के दो प्याले ,
चाय के दो प्याले ,
Shweta Soni
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
लक्ष्मी सिंह
इसमें हमारा जाता भी क्या है
इसमें हमारा जाता भी क्या है
gurudeenverma198
"कौआ"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी की चाहत में
ज़िंदगी की चाहत में
Dr fauzia Naseem shad
दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों
दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
चुनावी घोषणा पत्र
चुनावी घोषणा पत्र
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गहरा है रिश्ता
गहरा है रिश्ता
Surinder blackpen
रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की
रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की
कवि दीपक बवेजा
मफ़उलु फ़ाइलातुन मफ़उलु फ़ाइलातुन 221 2122 221 2122
मफ़उलु फ़ाइलातुन मफ़उलु फ़ाइलातुन 221 2122 221 2122
Neelam Sharma
इस तरफ न अभी देख मुझे
इस तरफ न अभी देख मुझे
Indu Singh
कश्ती औऱ जीवन
कश्ती औऱ जीवन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*डुबकी में निष्णात, लौट आता ज्यों बिस्कुट(कुंडलिया)*
*डुबकी में निष्णात, लौट आता ज्यों बिस्कुट(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
#कृतज्ञतापूर्ण_नमन
#कृतज्ञतापूर्ण_नमन
*प्रणय प्रभात*
माँ की चाह
माँ की चाह
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...