लिखती जिनकी लेखनी,मन के सारे भाव। लेखक हैं गतिमान वे,करते नहीं दुराव।। ©सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
दरभंगा,बिहार
Joined September 2019
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