Tic Toc Pe Shayri टिक टॉक पे शायरी
बे शर्मी और हया का जो पिक-पाक हो गया।।
एक्टिंग का जो नशा था वो खाक हो गया ।।
चेहरे उतर गए हैं उन लोगों की दोस्तों ,
जबसे ये बन्द देखो टिक – टाक हो गया ।।
✍️ शाह आलम हिंदुस्तानी
बे शर्मी और हया का जो पिक-पाक हो गया।।
एक्टिंग का जो नशा था वो खाक हो गया ।।
चेहरे उतर गए हैं उन लोगों की दोस्तों ,
जबसे ये बन्द देखो टिक – टाक हो गया ।।
✍️ शाह आलम हिंदुस्तानी