Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2022 · 1 min read

The spring

Today night is happy
The sky like diamond,
The moon and star
And earth found water,
Sunshine the moon
And all earth decorate,
So any one come
And any one went,
Whose earth welcome one
So when come here,
All nature welcome
The spring season, ।।

Language: English
Tag: Poem
1 Like · 209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जनतंत्र
जनतंत्र
अखिलेश 'अखिल'
*हम नदी के दो किनारे*
*हम नदी के दो किनारे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
!! दूर रहकर भी !!
!! दूर रहकर भी !!
Chunnu Lal Gupta
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak
पिछले पन्ने 8
पिछले पन्ने 8
Paras Nath Jha
जो समय सम्मुख हमारे आज है।
जो समय सम्मुख हमारे आज है।
surenderpal vaidya
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
Vishal babu (vishu)
वक़्त को वक़्त
वक़्त को वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
बेज़ुबान जीवों पर
बेज़ुबान जीवों पर
*Author प्रणय प्रभात*
डॉ अरुण कुमार शास्त्री / drarunkumarshastri
डॉ अरुण कुमार शास्त्री / drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आजकल के परिवारिक माहौल
आजकल के परिवारिक माहौल
पूर्वार्थ
श्रेष्ठ बंधन
श्रेष्ठ बंधन
Dr. Mulla Adam Ali
मैं असफल और नाकाम रहा!
मैं असफल और नाकाम रहा!
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
राहत का गुरु योग / MUSAFIR BAITHA
राहत का गुरु योग / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Sometimes a thought comes
Sometimes a thought comes
Bidyadhar Mantry
बेमतलब सा तू मेरा‌, और‌ मैं हर मतलब से सिर्फ तेरी
बेमतलब सा तू मेरा‌, और‌ मैं हर मतलब से सिर्फ तेरी
Minakshi
बस जिंदगी है गुज़र रही है
बस जिंदगी है गुज़र रही है
Manoj Mahato
आप खास बनो में आम आदमी ही सही
आप खास बनो में आम आदमी ही सही
मानक लाल मनु
राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम्
राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
एक फूल
एक फूल
अनिल "आदर्श"
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
विकृतियों की गंध
विकृतियों की गंध
Kaushal Kishor Bhatt
धारा छंद 29 मात्रा , मापनी मुक्त मात्रिक छंद , 15 - 14 , यति गाल , पदांत गा
धारा छंद 29 मात्रा , मापनी मुक्त मात्रिक छंद , 15 - 14 , यति गाल , पदांत गा
Subhash Singhai
*जीवन के संघर्षों में कुछ, पाया है कुछ खोया है (हिंदी गजल)*
*जीवन के संघर्षों में कुछ, पाया है कुछ खोया है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
Neelam Sharma
2581.पूर्णिका
2581.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आज़ादी के दीवाने
आज़ादी के दीवाने
करन ''केसरा''
मेरा सुकून....
मेरा सुकून....
Srishty Bansal
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सब्र करते करते
सब्र करते करते
Surinder blackpen
Loading...