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29 Jun 2023 · 1 min read

बेज़ुबान जीवों पर

बेज़ुबान जीवों पर
सवार होकर की जाने वाली
यात्रा तफ़रीह कहलाती है,
तीर्थ-यात्रा नहीं।।
अगर आप अच्छे-ख़ासे हैं।
अशक्त हैं तो भाव-यात्रा करें,
शांति से घर बैठ कर।।

■प्रणय प्रभात■

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