Posts Tag: Rakmish Sultanpuri 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत) नवगीत _23 राजनीति अब धुत्त पड़ी है नेताओं के तलवे चाटे । श्रमिक भूख से तड़प रहे है खाते कूड़ेदान पराठे । औंधे मुँह गिर पड़ी शराफ़त मंहगाई मुँह बाए... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 385 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read लाद ले जाती गरीबी (नवगीत) नवगीत _14 -------------- जीर्ण वस्त्रों में छिपाकर हुक़्म पा धनवान का । लाद ले जाती ग़रीबी ढेर कूड़ेदान का । तंग बचपन की गली में ठोकरों से डगमगाई । धूप... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 259 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read वक्त को जिसने न समझा (नवगीत) नवगीत_13 वक़्त को जिसने न समझा वक़्त पीछे पड़ गया फिर । वक़्त ने उसको लताड़ा और आगे बढ़ गया फिर । उम्र की राहों पे दौड़ी घट रही नित... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · गीत · नवगीत 185 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read आदमी की क्रूरता में कौन सा रस है(नवगीत? नवगीत18 आदमी की क्रूरता में कौन सा रस है ? देख जग की रीति इन आँखों में पावस है । रुग्णता से हार जाती तीक्ष्ण क्षमताएँ, आदमी को तोड़ देती... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत · रकमिश सुल्तानपुरी 210 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read आश दे तो आशना दे (नवगीत) नवगीत_11 आश दे तो आशना दे । देव ! ऐसा ताप न दे । सभ्यताओं को निगलने आज विपदाएं चल पड़ीं हैं व्योम तक ले दुष्ट छमताएँ धर्म चुप है... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 153 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read जिन लोगों ने दर्द (नवगीत) नवगीत_15 जिन लोगों ने दर्द छुआ है , उनमें तुम हो, उनमें मैं हूँ । हरे घाव को तृप्त कर गई ये सन्ध्या की धूप बुढ़ापी नमी दे गई नम... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 180 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहां (नवगीत) नवगीत 24 पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहाँ । खुशिओं की वाट लगी दर्द भाव खाता है सच के दरवाजे पे झूठ मुस्कुराता है कर्मो की फसलों को... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 169 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read सन्नाटे गांवों में पसारे (नवगीत) नवगीत _7 ------------ सन्नाटे गाँवों में पसरे कोलाहल है नदी किनारे वक़्त काटता दर्जी बनकर जीवन को नित लेकर कैंची और बुढ़ापा खोल रहा है निजकर्मो की रोज़ अटैची होमवर्क... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 182 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत) नवगीत_22 --------- एक अँधेरा सा छा जाता है परिवर्तित व्यवहारों में । द्वंद्व अनेकों पलते देखे, संवेदनहीन विचारों में । स्वार्थ लिए निजता बढ़ती है लघुता विस्तृत हो जाती सम्बन्धों... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 246 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read The Third Pillar The Third Pillar She comes slowly with shadowy evenings Around the pavement by turning left On the grassy lands with corn fields As a slow noise breaks the silence And... English · Blank Verse · English Poem · Rakmish Sultanpuri 170 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read चर्चाएं आपस में करते नभ के दोनों (नवगीत) नवगीत चर्चाएं आपस में करते नभ के दोनों छोर निलय में । पुरवाई की विरह– वेदना सुनता है सागर पछुआ की लपटें दहती हैं तपता खूब दिवाकर प्यासी– प्यासी नदियां... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 115 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read हूं नही कवि व्यर्थ अपनी लेखनी (नवगीत? नवगीत 20 हूँ नही कवि व्यर्थ अपनी लेखनी किस पर चलाऊं । सोचता हूँ शांति की छाया कहीं से ढूढ़ लाऊं । भाव में नित लिप्त होकर ठूँठ सी दमदार... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 149 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read स्वप्न केवल स्वप्न बनकर हो गया बेकार तो (नवगीत) नवगीत–4 स्वप्न केवल स्वप्न बनकर हो गया बेकार तो । एक पग तुमको बढ़ाना है दृढ़ विश्वास रखकर हारना क्यों चाहता तू लक्ष्य के नज़दीक आकर मानता हूँ थक गया... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 167 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read निर्भय सोती रही जिंदगी (नवगीत) नवगीत–19 निर्भय सोती रही जिंदगी मौत यहाँ सिरहाने बैठी । जागरूकता खाली पन में पीट रही है रोज ढ़िढोरा आलस की चादर में लिपटा छिछलेपन ने खींस निपोरा पुनः व्यस्तताएं... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 134 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read वक्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी ( नवगीत) नवगीत-25 आधुनिकता वक्त पाकर देख दर्पण मुस्कुराती । वक़्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी आँसू बहाती । जंगलों का काफ़िला अब ख़ौफ़ से सहमा हुआ है ले प्रगति की नव... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 214 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read सच का कोई मूल नही है (नवगीत? नवगीत –5 सच का कोई मूल नही है। __________________ धूप सेंक कर झर जायेगा सच कनेर का फूल नही है । झाँक रही पूरब से संध्या भावी का आश्वासन पाकर... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 1 93 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read कंटकों के मार्ग पे चल (नवगीत) नवगीत –17 वंचनाओं को मिला पथ दो दिनों का हर्ष बोता । कंटकों के मार्ग पे चल गुण दुःखी आँसू सँजोता । जिंदगी की दौड़ में सब बीत जाता वक्त... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 126 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read अनुमानों पर जीवन शैली (नवगीत) नवगीत –16 लक्ष्य निरन्तर धूमिल करती फैल निराशाएँ मटमैली कब तक चलती रहे अकेले अनुमानों पर जीवन शैली कर्मो के अवलम्ब ढहे है निश्चित्ताएँ दूर खड़ी हैं पगुराते अवसर से... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 117 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read आज धूप का चौथा दिन है । (नवगीत) नवगीत एक महीना बारिस खा गई आज धूप का चौथा दिन है । रिमझिम -रिमझिम टपटप- टपटप वर्षा के पदचाप निरन्तर दिनकर सुनता चुपके-चुपके सोया रहता है अपने घर नाले... Poetry Writing Challenge · Kavita · Rakmish Sultanpuri · गीत · नवगीत 76 Share