Posts Tag: Indian Poetry 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Bindesh kumar jha 7 Nov 2024 · 1 min read रुसल कनिया रुसल कनिया कनी लूग में आऊ, किया गुमान करै छी, की भेल जे रुसल छी, बात के विख्यान करै छी। इस चमकेत गाल पे, नूर के धारा किया ऐछ, खिलल... Maithili · Bindesh Kumar Jha · Bindesh Kumar Jha Maithili Poe · Hindi Poems · Indian Poetry 10 Share Bindesh kumar jha 18 Jul 2024 · 1 min read तितली और कॉकरोच तितली और कॉकरोच भयभीत हो गई नाजुक सी लड़की, कॉकरोच का देखा जब स्वरूप। भाई ने डंडे से प्रहार किया तब, पा गया साहसी, निडर होने का प्रतिरूप। शाम को... Hindi · Bindesh Kumar Jha · Indian Poetry 64 Share