Posts Tag: Hindi 94 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 25 Nov 2025 · 1 min read बेटे की चिट्ठी यहां रात है अभी और दूर पहाड़ पर धूप खिली है चिट्ठी जो आई है उसके बेटे की तुम पूछते हो उस माँ के चेहरे पर क्यों मुस्कान खिली है।... Hindi · Hindi · Hindi Kavita · Poetry · कविता 2 2 328 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 30 Oct 2025 · 2 min read इंसानियत के भाव भाव सिर्फ सोने के नहीं बढ़े, भाव अब इंसानों के भी बढ़ गए हैं, चेहरों पर मुस्कान वही पुरानी, मगर दिलों में नए फ़ितूर चढ़ गए हैं। अब रिश्ते भी... Hindi · Hindi · Poetry · Sahitya · Viral Poetry · कविता 4 2 461 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 25 Oct 2025 · 2 min read अरूणोदय की छटा प्रकृति ने श्रृंगार शुरू कर दिया है, हवा ने भी गुनगुनाना शुरू कर दिया है, झील के पानी की झिलमिल सी लहरों ने मानो सूरज को दर्पण दिखाना शुरू कर... Hindi · Hindi · Poem · Poetry · Viral Poetry · कविता 3 515 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 23 Oct 2025 · 2 min read *ज़रूरी तो नहीं* तुम मुस्कुरा दो हर बार, ये ज़रूरी तो नहीं मिलने की चाहत पूरी हो हर दिन, ये ज़रूरी तो नहीं दिल में तुम बसी हो हर लम्हा मेरे, अब लफ़्ज़ों... Hindi · Hindi · Hindi Poetry · Poetry · Sahitya · कविता 5 1 578 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 6 Oct 2025 · 2 min read गिरकर संभलना शर्म किस बात की है इसमें अगर गिर भी जाओ कभी मंज़िल की राह में उनसे तो बेहतर है, जो अपनी ज़िंदगी गुज़ार देते हैं बस मंज़िल की चाह में।... Hindi · Gazal · Hindi · Hindi Kavita · Kavita · Poetry 5 1 607 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 24 Sep 2025 · 2 min read *क्यों, क्या कहते हो?* क्यों, क्या कहते हो? मौसम की तरह हो गए हो। जो कल तक मेरे थे आज परायों से हो गए हो। हर बात में था अपनापन अब वो सब खो... Hindi · Hindi · Poetry · कविता · ग़ज़ल · गीत 5 2 886 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 19 Aug 2025 · 1 min read भारत माता को नमन भारत माता को बेड़ियों से मुक्त कराने वाले जांबाज़ों को नमन, आई है बेला उन जांबाज़ों को याद करने की, जिन्होंने रौशन किया है ये चमन। परतंत्रता के अंधियारे में... Hindi · Hindi · Hindi Poetry · Kavita · Kavya · कविता 4 1 709 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 12 Aug 2025 · 1 min read रास्ता दिखाने वाला तेरी राह में जो दीप जलाए, वो मेंटर कहलाता है, अंधेरों में भी जो साथ निभाए, वो मेंटर कहलाता है। गिरते को थामे शब्दों से, ना ऊँगली पकड़ता है, मंज़िल... Hindi · Hindi · Hindipoem · Mentor · Poetry · कविता 3 2 698 Share Ripal Vyas 8 Jul 2025 · 1 min read श्याम *श्याम* श्याम तुम्हे देखती हूँ तब खो जाती हूं चितवन में तुम्हे ढूंढते ढूंढते पहुंच जाती हूं उपवन में तुम्हे याद करते करते लिन हो जाती हूं तपोवन में तुम्हे... Hindi · Gujarati · Hindi · कवि · कविता 121 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 8 Jun 2025 · 2 min read *पूर्ण होने का भ्रम* जिसको लगता है वो पूर्ण है, वही अपने आप में सबसे अपूर्ण है यहाँ। जो समझता है ख़ुद को फ़ौलाद, और कोई नहीं, वही सबसे जीर्ण है यहाँ। जो बोले... Hindi · Best Poetry · Hindi · Poetry · Sahitya · कविता 6 1 942 Share Page 1 Next