Posts Tag: Gazal ग़ज़ल 107 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत की हंसीं दुनिया में जाना छोड़ देंगें हम बिना शिकवा किए रिश्ते निभाना छोड़ देंगें हम हमारा साथ देने का अगर वादा करो हमसे तुम्हारी एक ही हाँ पर... Poetry Writing Challenge-3 · Gazal ग़ज़ल · अनिल कुमार निश्छल · शिवनी · हमीरपुर 5 Share लवकुश यादव "अज़ल" 23 Mar 2024 · 1 min read कई वर्षों से ठीक से होली अब तक खेला नहीं हूं मैं /लवकुश यादव "अज़ल" तुम्हारे साथ की होली अभी खेला नही हूँ मैं, तुम्हारी खातिर अब अजनबी चेहरा नहीं हूं मैं। न बिखरे आस मेरी अब चले आओ प्रिय हम तक, कई वर्षों से... Hindi · Gazal ग़ज़ल · अज़ल · फागुन होली फागुन होली 1 37 Share Bhupendra Rawat 11 Mar 2024 · 1 min read मैं ख़ुद से ज्यादा तुझसे प्यार करता हूँ मैं कोशिशें हज़ार करता हूँ मैं ख़ुद के दिल में ही वार करता हूँ तेरी जुस्तजू में हूँ आज तलक तेरे दिए वादे पर आज भी एतबार करता हूँ बड़ा... Gazal ग़ज़ल 1 505 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read किसलिए चेहरे पर ये इताब किसलिए | ज़िन्दगी हमसे हिसाब किसलिए | भोर की प्यारी चमक सी तू दिखे, शाम तक गम का ख़िताब किसलिए | पूछतें हाल ओ ख़बर अमीर... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 48 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read हौंसलों की उड़ान हौंसलों की उड़ानें हुईं कम नहीं | कट गये पर मिरे ऐ खुदा ग़म नहीं | कश्तियों को लिए मैं चला जा रहा, रोक ले राह, तूफ़ान में दम नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल · ग़ज़ल 45 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read और हो जाती जफ़ाओं में वफा की ग़र तिजारत और हो जाती | सनम तुझको यहाँ मुझसे मुहब्बत और हो जाती | ज़रा सा मुस्कुराकर फिर पलक क्यों झुक गई आखिर ? पलक... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल 41 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read खुली तस्वीर को घूरती आँखें यहाँ जब हुस्न की तासीर को | इश्क बैठा हारकर फिर कोसता तकदीर को | है कहाँ मासूमियत अब दिल फ़रेबी से सभी, ज़हर की इन प्यालियों में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल 1 2 28 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read बाकी है उल्फ़तों की डगर बाकी है | जुल्म़तो का कहर बाकी है | मुद्दतों बाद मिलने आयी, चाह अब भी उधर बाकी है | हाथ माँ ने रखा जब सर पर,... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · कविता/ग़ज़ल 31 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read मुहब्बत क्या बला है बैठ तन्हा सोंचता अक्सर, मुहब्बत क्या बला है । प्यार में खुशियाँ बहुत कम, दर्द का साया घना है । रात दिन हो एक जैसा, दिल में गर बेचैनियाँ हो,... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 31 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read मैं मकां उसी से बचा गया जो लिखा नसीब में है तेरे, वही ज़िन्दगी में तू पा गया । कहीं कोई रोता ही रह गया, तो कहीं किसी को हँसा गया । कहीं मज़हबी सा बवाल... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 32 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read नहीं है निगाहें वही पर मोहब्बत नहीं है । दिलों में किसी के वज़ाअत नहीं है । नक़ाबों के पीछे छिपाते हैं सूरत, शरीफ़ों के अन्दर शराफ़त नहीं है । न पर्दा... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 43 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read निकलते देखे हैं आँखों से अंगार निकलते देखे हैं । चाहत में बीमाऱ निकलते देखे हैं । दरिया भी कितनी ही राहें बदले पर, पानी से पतवार निकलते देखे हैं । आँसू कम... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 34 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read बढ़ जाएगी हुस्न की चौखट पे जाकर बेखुदी बढ़ जाएगी । चाहतों में गलतियों से बेरुखी बढ़ जाएगी । पीर दिल की बस जुबां पर चढ़ने तो दो तुम ज़रा, मयकदों में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 41 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुल्क की खातिर सियासत भी जरूरी है । पर सियासत में रफ़ाक़त भी जरूरी है । रख दिया तुमने जलाकर इन च़रागों को, आँधियों से फिर हिफ़ाज़त भी जरूरी है... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 72 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुमसे मिलकर आज राहत है मुझे । तिश्नगी है और चाहत है मुझे । बेवज़ह तुम रूठ जाते हो सनम, प्यार की तेरे जरूरत है मुझे । धड़कनें कहतीं सुनो... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 73 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read मिल गया इक किराये का खाली मकां मिल गया । किसको आखिर मुकम्मल जहां मिल गया । कोई तरसा है दो गज़ ज़मीं के लिए, और किसी को खुला आसमां मिल गया... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 32 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल इश्क़ की हर एक कहानी से किनारा कर लिया । कफ़्न लेकर ज़िन्दगानी से किनारा कर लिया । था बहुत मशगूल यारों उल्फ़तों की शाम में, अब जहां की हर... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 1 40 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल अगर तुम साथ होती तो सफ़र आसान हो जाता । गुनाहों से निकल शायद मैं फिर इंसान हो जाता । नहीं मिलती ज़माने में दिलों की बस्तियाँ उजड़ी, मोहब्बत का... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 33 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल गहरे थे रिश्ते जो उनके रंग क्यों फीके मिले । रेशमी चादर के धागे रोज़ ही उधड़े मिले । आशिकी मासूक से हो या वतन की आन से, इश्क में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 32 Share Vijay kumar Pandey 10 Jan 2024 · 1 min read "प्यासा"के गजल टुटेगा जब दिल ,वफा जान जाओगे। तोड़ने का फलसफा जान जाओगे। यूं हँसते नही तो अच्छा था मुझपे , इक दिन नुकसान नफा जान जाओगे। क्या होता है बढ़ती उम्र... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 100 Share *Author प्रणय प्रभात* 30 Nov 2023 · 1 min read ■ मिली-जुली ग़ज़ल #ग़ज़ल- ■ कौन क्यूं किसलिए पुकारेगा? 【प्रणय प्रभात】 - जो डुबाएगा वो उबारेगा। जिसने तारा है वो ही तारेगा।। - जैसे आए थे वैसे जाना है। वस्त्र अपना कोई उतारेगा।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 104 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Nov 2023 · 1 min read ■ ग़ज़ल (वीक एंड स्पेशल) - #ग़ज़ल- ■ ग़लत रस्ता किसी को क्यूं बताना?? 【प्रणय प्रभात】 ● लिए बैठा है ख़ुद अपना ख़ज़ाना। किसी ग़मगीन को ग़म क्या सुनाना।। ● मज़े बारिश के लेता है ज़माना।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 162 Share *Author प्रणय प्रभात* 23 Nov 2023 · 1 min read #ग़ज़ल :-- #ग़ज़ल :-- ■ कोहराम हो गया.....! 【प्रणय प्रभात】 ★ दिल का क़त्ले-आम हो गया। अपना काम तमाम हो गया।। ★ कल तक सुर्खी में रहता था। वो चेहरा गुमनाम हो... Hindi · Gazal ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 98 Share *Author प्रणय प्रभात* 9 Nov 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ हम नहीं होंगे... 【प्रणय प्रभात 】 ★ अगर ये ज़ख़्म ना होंगे तो फिर मरहम नहीं होंगे। बड़ी बेरंग होगी ज़िन्दगी, जब ग़म नहीं होंगे। ★ भरी महफ़िल... Hindi · Gazal ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 90 Share *Author प्रणय प्रभात* 30 Oct 2023 · 1 min read ■ #ग़ज़ल / #कर_ले #ग़ज़ल ■ ख़यालों को खिलौना कर ले।। 【प्रणय प्रभात】 ◆ हाथ को मोड़ के थोड़ा सा तिकोना कर ले। थक गया हो तो ज़मीं को ही बिछौना कर ले।। ◆... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 80 Share जगदीश शर्मा सहज 19 Oct 2023 · 1 min read गजल मँडरा रहे काले घने बादल भयानक युद्ध के, हर ओर बढ़ते जा रहे विकराल सायक युद्ध के। मल्लाह कश्ती थामकर तटबंध सारे खोल दो, विश्वास पर कायम नहीं हैं आज... Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 74 Share ज़ैद बलियावी 4 Oct 2023 · 1 min read बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है, बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है, हमने भी एक ऐसा मंज़र देखा है.. भाईचारे की धरती जो उपजाऊ थी, हमने ऐसी ज़मी को होते बंजर देखा है.. राम रहीम... Hindi · Article · Gazal · Gazal ग़ज़ल · Poem · ग़ज़ल 123 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Sep 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ नेकी कर दरिया में डाल।। 【प्रणय प्रभात】 ना ग़म हो ना कोई मलाल। नेकी कर दरिया में डाल।। भीड़ लगा पर रह तन्हा। ज़्यादा ख़ुशफ़हमी मत पाल।। सोच... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 76 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Sep 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ क़ायनात तन्हा है।। 【प्रणय प्रभात】 दिन भी तन्हा है रात तन्हा है। सोच तन्हा है बात तन्हा है।। अपनी तन्हाई से डरूं कैसे? जबकि कुल क़ायनात तन्हा है।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 79 Share Ram Krishan Rastogi 18 Sep 2023 · 1 min read दिल से दिल तो टकराया कर कौन कहता है, हाथ से हाथ मिलाया कर, हाथ न सही दिल से दिल तो टकराया कर। छत की धूप मायूस होकर लौट जाती है, छत पर जाके कपड़े कभी... Hindi · Gazal ग़ज़ल 2 2 674 Share *Author प्रणय प्रभात* 12 Sep 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ अनछुआ सा ख़याल आने दो।। 【प्रणय प्रभात】 ◆ इक ग़ज़ल को वजूद पाने दो। अनछुआ सा ख़याल आने दो।। ◆ सबकी चाहत है उम्र भर रोऊँ। तुम मुझे... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 88 Share *Author प्रणय प्रभात* 10 Sep 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ ये प्रणय की दास्तां है...।। 【प्रणय प्रभात】 ◆जिस्म पूरा नातवाँ है। और पथराई ज़ुबाँ है।। ◆रात-दिन दम घोंटता जो। घर के चूल्हे का धुआँ है।। ◆बोल हमदर्दी भरे... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 91 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 Sep 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ वक़्त तमाचे मार रहा है।। 【प्रणय प्रभात】 ◆ मरे जा रहे थे गौहर पर लालों पर। लटके हैं तस्वीर बने दीवालों पर।। ◆कल तक जिसको मुट्ठी में बतलाते... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 275 Share *Author प्रणय प्रभात* 7 Sep 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ हम भीग जाते हैं।। 【प्रणय प्रभात】 - बड़े अंदाज़ से रस्में, मुहब्बत की निभाते हैं। कभी हम याद करते हैं, कभी वो याद आते हैं।। - किसी की... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 66 Share *Author प्रणय प्रभात* 31 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ बिन साथी बेजान सफ़र।। 【प्रणय प्रभात】 ● चेहरों की पहचान सफ़र। मत कहिए आसान सफ़र।। ● कभी तो है वरदान सफ़र। कभी मगर हैवान सफ़र। ● बीच में... Hindi · Gazal ग़ज़ल 97 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ उस परिंदे की प्यास काफ़ी थी...।। 【प्रणय प्रभात】 ● रूह पारो के पास काफ़ी थी। ज़िंदगी देवदास काफ़ी थी।। ● रात जो अनमनी थी पहले से। रात कल... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 168 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ दुल्हन है भगवान भरोसे...!! 【प्रणय प्रभात】 ★ बेशुमार चोटें खाई हैं कई क़रारों की। जगह कहाँ है इस दिवार में और दरारों की।। ★ पत्ते-पत्ते पे पतझड़ की... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक 1 255 Share Roshani jaiswal 24 Aug 2023 · 4 min read चांद पर भारत । शीर्ष शिखर पर वैज्ञानिक, गौरवान्वित हर सीना । चन्द्रयान 3* आज हमारा भारत देश बहुत ही गर्वित महसूस कर रहा है। हम आज उस चन्द्रमा की सतह पर पहुंच गए जहां पहुंचने में हमें कई वर्ष लगे लेकिन... Hindi · 25 कविताएं · Chandrayan 3 · Gazal ग़ज़ल · चन्द्रयान · नए लेखक 1 164 Share *Author प्रणय प्रभात* 21 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ काली शब ने दिखलाए हैं वो मंज़र...! 【प्रणय प्रभात】 ● जो सबकी नज़रों से छिप कर निकलेगा। उसकी आस्तीन से खंज़र निकलेगा।। ● मेरा क़त्ल ज़रूरी है तो... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक 1 122 Share *Author प्रणय प्रभात* 17 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ अपनी ही परछाई से...!! 【प्रणय प्रभात】 ● अक़्सर बैठ के बतियाते हैं हम अपनी तन्हाई से। यादों के मोती लाते हैं, माज़ी की गहराई से।। ● धूप कड़ी... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 147 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 Aug 2023 · 1 min read #देसी_ग़ज़ल- #देसी_ग़ज़ल- ■ वट-वृक्ष उगाने निकले हैं। 【प्रणय प्रभात】 ● मैला मन ले गंग नहाने निकले हैं। सारे पापी पुण्य कमाने निकले हैं।। ● जिन लोगों ने अब तक खेत नहीं... Hindi · Gazal ग़ज़ल · तेवरी · देसी ग़ज़ल 2 89 Share *Author प्रणय प्रभात* 10 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ हर शाम घर जाता हूं मैं...! 【प्रणय प्रभात】 ● अश्क़ हूं मोती सा गालों पे संवर जाता हूं मैं। आंख से बहता हूं जब भी दिल में भर... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 81 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ मेरे ज़ख़्म टटोल रहा था सन्नाटा।। 【प्रणय प्रभात】 - राज़ दिलों के खोल रहा था सन्नाटा। मैने देखा बोल रहा था सन्नाटा।। - नींद उदासी ख़्वाब तसव्वुर तन्हाई।... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 128 Share *Author प्रणय प्रभात* 7 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ अंधेरों में सफ़र के वास्ते।। 【प्रणय प्रभात】 - इससे बढ़कर और क्या होगा बशर के वास्ते। एक दिलकश सा नज़ारा हो नज़र के वास्ते।। - याद का बस... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 86 Share *Author प्रणय प्रभात* 7 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ 【प्रणय प्रभात】 * मैं हूं तुझ में या तू है बस मुझ में? मैं क़फ़स में हूं या क़फ़स मुझ में?? *नूर, ख़ुशबू, छुअन सभी उस की। जो... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 107 Share *Author प्रणय प्रभात* 5 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ ज़मीं पे पड़ी रह गई।। 【प्रणय प्रभात】 - रोशनी क्या गई तीरग़ी रह गई। महफ़िलों में फ़क़त ख़ामुशी रह गई।। - ये कहानी जो कल तक कही ना... Hindi · Gazal ग़ज़ल 2 110 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ पीपल अब भी वैसा है...!! 【प्रणय प्रभात】 - ऐसा है या वैसा है। पैसा आख़िर पैसा है।। - सपने अब भी आते हैं। लेकिन रंग धुएं सा है।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 122 Share *Author प्रणय प्रभात* 31 Jul 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ कब तलक फ़ाक़ा करे...? 【प्रणय प्रभात】 - कोई ग़ैरतमंद इसको, कब तलक भोगा करे? अपना साया दूसरे के, पांव में सजदा करे।। - इस तरह सच को छुपाया,... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 74 Share *Author प्रणय प्रभात* 29 Jul 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ अपने इतना ध्यान रखें...!! 【प्रणय प्रभात】 - अपनेपन में फ़र्क़ न आए, अपने इतना ध्यान रखें। हम दरवाज़े पे दस्तक दें, वो आहट पे कान रखें।। - जीवन... Hindi · Gazal ग़ज़ल 1 100 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Jul 2023 · 1 min read #देसी_ग़ज़ल #देसी_ग़ज़ल / #तेवरी ■वैशाली की नगरवधू ने...।" 【प्रणय प्रभात】 सारे छुटभैये पड़ते हैं लोकतंत्र पे भारी। जिनकी पीठों पे अंकित हैं वरद-हस्त सरकारी।। ◆ जिनके पौरुष से चलते हैं नम्बर... Hindi · Gazal ग़ज़ल · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 147 Share Page 1 Next