Posts Tag: हिन्दी काव्य 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 25 Nov 2023 · 1 min read सर्द हवाएं थोड़ी सर्द हवाओं में एक राह पर हम जाते हैं फिर एक मोड़ पर थोड़ा ठहर हम जाते हैं तकते हैं कुछ देर को अम्बर को फिर तारों संग बतियाते... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · मन का मौसम · सर्द रात · हिन्दी काव्य 2 241 Share जय लगन कुमार हैप्पी 24 Sep 2023 · 1 min read मोदी राग बिजली, पानी, नाली, गैस। राशन दिया बिना कैश।। गरीबों के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया। पांच लाख का आयुष्मान कार्ड दिया।। जिनके अंदर हुनर था उन्हें स्वाभिमान दिया। जो निकले कारीगर... Hindi · Hindi Kavita · कविता · कविता-हिन्दी · नरेन्द्र_मोदी · हिन्दी काव्य 322 Share Mukesh Kumar Sonkar 16 Sep 2023 · 1 min read हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी चाहे हों हम हिंदू मुस्लिम सिख या ईसाई, भारत माता की संतानें हम सब हैं भाई भाई। एक हमारी रगों में बहता खून और एक हैं हमारे... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · हिन्दी काव्य · हिन्दी दिवस · हिन्दी भाषा 2 330 Share मनोज कर्ण 16 Jul 2023 · 1 min read साँप का जहर साँप का जहर ~~°~~°~~° साँप का जहर उतारना जरूरी था, गया वो शहर के आलीशान अस्पताल में। सर्पदंश से पीड़ित था वो दीनहीन मनुष्य, लेटा था इमर्जेंसी वार्ड में फटेहाल... Hindi · कविता · सांप का जहर · हिन्दी काव्य 3 949 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read जिद कहो या आदत क्या फर्क,"रत्न"को क्यूँ ज़िक्र हैसियत और क़ाबलियत का , बराबर की तलब काफी है,दोनों में इस रिश्ते को निभाने // दिलो का मेल ,और दीदार-ए-तमन्ना, कुछ नहीं और दिलो की दोस्ती,के लिए... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गुप्तरत्न · हिन्दी कविता · हिन्दी काव्य 1 191 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read कीमत बढ़ा दी आपकी, गुनाह हुआ आँखों से ll मेरा दिल दुखा तो है तुम्हारी बातों से , अश्क भी बहे है ,कुछ तो इन आँखों से ll न सीखा दो तरफ़ा बातों का हुनर हमने , ज़ुबा कह... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गुप्तरत्न · हिंदी कविताएं · हिन्दी काव्य 335 Share मनोज कर्ण 4 Feb 2023 · 1 min read हिडनवर्ग प्रपंच हिडनवर्ग प्रपंच ~~°~~°~~° पकड़ी है रफ्तार जिस तरह, भारत की अर्थव्यवस्था शनैः शनैः लोट रहा है साँप अहर्निश आक्षिप्त हृदय पर शनैः शनैः फैलाया जो रोग विभीषिका कोहराम मचा था... Hindi · कविता · हिडनवर्ग प्रपंच · हिन्दी काव्य 3 4 884 Share