Posts Tag: हिन्दी कविता 49 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read शायरी 2 तेरी ये जुल्फ़ें, तेरी ये नज़रें, मेरे तसव्वुर में सिर्फ़ तू है। कहाँ है, तेरा पता नहीं है , मुझे तो बस तेरी जुस्तजू है। यक़ीं भले ही तुम्हें ना... Poetry Writing Challenge-3 · शायरी उर्दू शायरी · शायरी हिंदी · हिन्दी कविता 2 22 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 14 May 2024 · 1 min read गांव प्यारा गाँव प्यारा (गीतिका) भूलता ही नहीं गाँव प्यारा। और सुंदर नदी का किनारा।। याद आती सदा भोर सन्ध्या। वो मधुर प्रात का भानु न्यारा।। वो सुनहरे सजे खेत सारे ।... Poetry Writing Challenge-3 · हिन्दी कविता 1 26 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 13 May 2024 · 1 min read मेरी अम्मा मेरी अम्मा कभी नहीं जताती कुछ थी, मेरा दुःख सह जाती अम्मा। हमें खिलाती बड़े प्यार से , खुद भूखे सो जाती अम्मा। एक एक पाई रही जोड़ती, मुझ पर... Poetry Writing Challenge-3 · हिन्दी कविता 1 25 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 12 May 2024 · 1 min read मेरी अम्मा मेरी अम्मा कभी नहीं जताती कुछ थी, मेरा दुःख सह जाती अम्मा। हमें खिलाती बड़े प्यार से , खुद भूखे सो जाती अम्मा। एक एक पाई रही जोड़ती, मुझ पर... Hindi · हिन्दी कविता 37 Share Shivkumar barman 4 May 2024 · 1 min read 😟 काश ! इन पंक्तियों में आवाज़ होती 😟 हाथ बांधे कब तलक बोलो रहोगे चुप यहां, आज घर उसका जला कल अपने घर होगा धुआं, तोड़ डालो चुप्पियां अब होंठों के पट खोल दो, घर से निकलो और... Hindi · कविता · हिन्दी कविता · हिन्दी-लेखन 37 Share Surya Barman 29 Mar 2024 · 1 min read मुस्कान चाँदनी रात तारों के साथ यु जगमगाते हुए और अपने घर के ऊपर वो खुला आसमान हो । बादलों में छुपा आधा चाँद और तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान घूँघट में... Hindi · Muskan · कविता · मुस्कान · हिन्दी कविता · हिन्दीलेखन 63 Share Gaurav Sharma 25 Feb 2024 · 2 min read तुम से ना हो पायेगा इंसान अपने बुरे वक्त में हमेशा दुखी होता है, लेकिन वो समय गुजर जाने पर उसे याद करके कभी-कभी हंस देता है...कुछ ऐसी ही मेरे जीवन की घटनाओं पर आधारित... Hindi · Sahitya Kavita Himachal · कविता · काव्य · हास्य · हिन्दी कविता 2 2 141 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 15 Feb 2024 · 1 min read *बदले नहीं है आज भी लड़के* भोर हो गई उठते नहीं है रात को देर से सोते ये लड़के चार दिनों तक बदले न कपड़े बदले नहीं है आज भी लड़के जाते हैं कॉलेज पर पढ़ते... Poetry Writing Challenge-2 · Best Poetry · Hindi · कविता · हिन्दी कविता 5 2 824 Share Sadanand Kumar 14 Sep 2023 · 1 min read हिन्दी माई *ज्ञानार्जन का साहस देकर मुस्काती दिखती मां हिंदी पढ़ लिखकर नूतन रचने का ऐसा यश देती मां हिंदी यहां अनेकों भाषा बोली एक सूत्र यह बांधे बोली जब शब्दों ने... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poet From Samastipur · कविता · हिन्दी कविता · हिन्दी दिवस 234 Share Surya Barman 3 Jul 2023 · 1 min read '' फितरत '' यार की दर्दे सितम हैं के जो थमने का नाम नहीं लेती जख्मों को सीया बहुत, ख़ुशी का जाम नहीं,, किसको सुनाऊ मैं हाल ऐ दिल, कोई मेरा महबूब नहीं जी रही... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत · हिन्दी कविता · हिन्दी-लेखन 5 140 Share Radha shukla 20 Jun 2023 · 1 min read राम राज्य द्वार खुले रह जायें कभी तो , न चौरन भीति परै दिखलाई।। साँझ में देहरी के दीप जलैं , तो राह मे राही क दें उजराई।। मीत के हिय जो... Hindi · कवि सम्मेलन · हिन्दी कविता 444 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read मन साफ़ करो अपने मन को साफ करो ना जानबूझ के पाप करो गलती का पश्चाताप करो दूजों की गलती माफ़ करो अपने कार्य को आप करो ख़ुश, अपने मां बाप करो आजाद... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · हिन्दी कविता 1 169 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read प्यास नहीं बुझती मन की प्यास नहीं बुझती मन की कोई इच्छा करता जीवन की कोई सोचे, खुद ही मरण की किसी को चिंता खावे तन की किसी को तृष्णा लागी धन की कोई तो... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कवि आजाद मंडौरी · कविता · ग़ज़ल · हिन्दी कविता 1 112 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read जीवन की जंग मुसीबत क्या होती है, मैं जानकर आया हूं दूध और पानी को आज छानकर आया हूं आफ़त का दौर बहुत कुछ सिखा गया मुझे अपने और परायों को, पहचानकर आया... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कवि आजाद मंडौरी · कविता · ग़ज़ल · हिन्दी कविता 2 212 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read माँ की यादें माँ की यादें… ~~°~~°~~° क्यूँ,रुख़सत हुई, माँ “तेरी यादें , यादों में फिर से समाओ ना। दिल करता रो-रोकर फरियादें , माँ,पास फिर से तो आओ ना… बीता पल उन... Poetry Writing Challenge · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे · हिन्दी कविता 210 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read पितृ महिमा पितृ महिमा ~~°~~°~~° पितृवचन सदा पालन करे जो,दीन हीन वो कभी नहीं होते.. पिता ही प्रतिपालक है जग में,पथ प्रदर्शक भी वही होते। पुत्र श्रीराम ने किया वनगमन,पितृ वचन प्रण... Poetry Writing Challenge · हिन्दी कविता 118 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read पितृ वंदना पितृ वंदना ~~°~~°~~° नमन करें सभी पितृचरणों का,जो जग का आधार है, पूर्ण हो जाए संतति आकांक्षा,मिलती खुशियांँ अपार है, शीश झुकाएं चरणों में उनके,मंजिल फिर होती कदमों में, अपनाएं... Poetry Writing Challenge · पितृ वंदना · हिन्दी कविता 86 Share Surya Barman 31 May 2023 · 1 min read प्यार की कस्ती पे प्यार की कश्ती पे होकर सवार साथ चलने लगे, पथरीली राहों पे भी तुम संग चलने लगे, कभी सुख तो कभी दुःख का सैलाब आया, हाथ तेरा हाथों में लेकर... Poetry Writing Challenge · कविता · प्यार-की-कस्ती · हिन्दी कविता 261 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं, कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं, धड़कने भी मना करने लगी,रहने सीने में,// तिश्नगी मिटी ही नहीं कभी मेरे लवों से, दर्द का दरिया भी सूखने लगा इतना पीने... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दर्द · प्यास · हिन्दी कविता 348 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read जिद कहो या आदत क्या फर्क,"रत्न"को क्यूँ ज़िक्र हैसियत और क़ाबलियत का , बराबर की तलब काफी है,दोनों में इस रिश्ते को निभाने // दिलो का मेल ,और दीदार-ए-तमन्ना, कुछ नहीं और दिलो की दोस्ती,के लिए... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गुप्तरत्न · हिन्दी कविता · हिन्दी काव्य 1 128 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read दफ़न हो गई मेरी ख्वाहिशे जाने कितने ही रिवाजों मैं,l दफ़न हो गई मेरी ख्वाहिशे जाने कितने ही रिवाजों मैं,l फर्क करते करते मंदिर की पूजा और नमाज़ मेंl किस किस को इलज़ाम देती ,अपनी दर्द-ए-तन्हाई का ,l दब गई... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गुप्तरत्न · चाय पर शायरी · हिन्दी कविता 307 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read अब जीत हार की मुझे कोई परवाह भी नहीं , अब जीत हार की मुझे कोई परवाह भी नहीं , क्यूंकि अब तेरे सिवा मेरी ,कोई चाह भी नहीं ll बस तेरी ही गलियों मैं, मुड जाते है यूँ कदम... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गुप्तरत्न · दिल · हिन्दी कविता 269 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read शब्दों मैं अपने रह जाऊंगा। कहा था मैंने,शब्दों मैं अपने रह जाऊंगा। पढोगे जब जब ,मैं तब नज़र मैं आऊंगा।। माना हर क्षण मेरा जाना पीड़ा तुमको देता है। दर्द वियोग का ह्रदय तुम्हारा वर्षो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गुप्तरत्न · गुप्तरत्न कविता · हिन्दी कविता 154 Share गुप्तरत्न 27 May 2023 · 1 min read “गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है, “गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है, “गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है, नहीं मिटेगी मृगतृष्णा,कस्तूरी मन के अन्दर है, सागर सागर भटकूँ मैं,प्यास बुझायें... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गुप्तरत्न · हिन्दी कविता 179 Share SURYA PRAKASH SHARMA 20 May 2023 · 1 min read कोई कह रहा था लोकतंत्र के बारे में — कोई कह रहा था लोकतंत्र के बारे में — कि 'जनता का, जनता के लिए, जनता के द्वारा शासन' लेकिन मैंने पलटकर कहा — ये बात सिर्फ़ जुमला है, और... Hindi · Democracy · हिन्दी कविता 1 306 Share मनोज कर्ण 12 Mar 2023 · 1 min read लहरों पर चलता जीवन लहरों पर चलता जीवन ~~°~~°~~° कभी द्वंद्व रहा,कभी स्वच्छंद रहा , लहरों पर चलता जीवन है । बेफ़िक्र रहा जो हर ग़म से , मन उदात्त कराता वो बचपन है।... Hindi · कविता · लहरों पर चलता जीवन · हिन्दी कविता 1 387 Share मनोज कर्ण 23 Feb 2023 · 1 min read गुनहगार तू भी है... " गुनहगार तू भी है " ~~°~~°~~° गुनहगार तू भी है, जिसने हकीकत को नजरअंदाज किया। तलवारें पास थी पर, खुलेआम खुद पे ही क्यों वार किया। कलम थी कागज... Hindi · कविता · गुनहगार तू भी है · समान नागरिक संहिता · हिन्दी कविता 5 1k Share मनोज कर्ण 19 Feb 2023 · 2 min read वेलेंटाइन डे की प्रासंगिकता वेलेंटाइन डे की प्रासंगिकता ~~°~~°~~° करके विनष्ट संस्कार अपना हम, यदि वेलेंटाइन डे मनाते हैं। तो वेलेंटाइन की आत्मा को हम, अतिघोर कष्ट पहुंचाते हैं। अनीति व्यभिचार पसरा पश्चिम में,... Hindi · कविता · वेलेंटाइन डे की प्रासंगिकता · हिन्दी कविता 2 2 632 Share मनोज कर्ण 15 Feb 2023 · 1 min read शाकाहार बनाम धर्म शाकाहार बनाम धर्म ~~°~~°~~° शाकाहार ही है, धर्म का पहला आधार चाहे कोई भी धर्म हो,शुध्द होवे आहार हिंसा है यदि निर्दोष के प्रति,तो धर्म कैसा दया करूणा से ही... Hindi · कविता · शाकाहार बनाम धर्म · हिन्दी कविता 3 2 392 Share मनोज कर्ण 13 Feb 2023 · 1 min read अंधभक्ति अंधभक्ति_एक विचारधारा ~~°~~°~~° विचारधाराएं पनपती नहीं कहीं भी खुद से , कालक्रम के संग-संग ये बनायी जाती है । विश्व के सफल देशों का इतिहास उलटकर देखो , वतनपरस्ती बचपन... Hindi · अंधभक्ति · कविता · हिन्दी कविता 3 811 Share Kavita Chouhan 5 Nov 2022 · 1 min read नगर से दूर...... नगर से दूर गाँव में छोटी बस्ती सी एक हरे भरे खेतों के समीप सुखद आराम सुगंध भरी वायु बहती मंत्रमुग्ध कर रंग बिरंगे परिदृश्य में नयनाभिराम टूटे फूटे खपरैल... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी · घनाक्षरी · हिन्दी कविता 1 3 236 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 247. "पहली पहली आहट" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 247. शीर्षक: "पहली पहली आहट" (सोमवार, 24 दिसम्बर 2007) ------------------------------------ दस्तक दी है सर्दी की पहली पहली आहट ने। फैला दी है अपनी चादर ठण्ड की कसावट... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 301 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 246. "हमराही मेरे" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 246 . शीर्षक: "हमराही मेरे" (सोमवार, 17 दिसम्बर 2007) ---------------------------- तुम संग चलो हमराही मेरे अब मंजिल एक हमारी है। जो डगर है तेरी वो डगर है... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 454 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 245. "आ मिलके चलें" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 245. शीर्षक: "आ मिलके चलें" (रविवार, 16 दिसम्बर 2007) ---------------------------- आ मिलके चलें खुशियों के देश में कि- गम ना कोई सताए अब। बरसे घटाएं सावन आए... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 209 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 244. "प्यारी बातें" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 244. शीर्षक: "प्यारी बातें" (रविवार, 16 दिसंबर 2007) ---------------------------- कुछ अपनी सुनाओ प्यारी बातें । कैसे हैं दिन कैसी रातें।। क्या तुम्हें भी आती है नीदें या... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 2 526 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read २४३. "आह! ये आहट" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 243. "आह! ये आहट" (वीरवार, 13 दिसम्बर 2007) ----------------------------------- ईक आहट बेवक्त बेवजह होती है क्यूं बेमौसम। याद आए अनजाने यों ही एतबार कर खाई कसम।। ये... Hindi · Hindi Poem · कविता · हिन्दी कविता 1 274 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read २४२. पर्व अनोखा हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 242. शीर्षक: "पर्व अनोखा" (बुधवार, 28 नवम्बर 2007) --------------------------------- दीपावली का पूर्व अनोखा, खुशियों भरा लगे झरोखा | मंगल गाएं चौक पुराएं, आया वर्षों बाद ये मौका।।... Hindi · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 239 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read ::: प्यासी निगाहें ::: 241. "प्यासी निगाहें" (वीरवार, 01 नवम्बर 2007) -------------------------------- मंद चिरागों का ये आलम झुलसे हैं परवाने क्यों। प्यासी है क्यूं फिर से निगाहें छलके नहीं पैमाने क्यों।। बादल बड़ा है... Hindi · Hindi Poem · कविता · हिन्दी कविता 1 354 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read "आधुनिकता का परछावा" हरियाणवी काव्य-रचना संख्या:240. "आधुनिकता का परछावा" (वीरवार, 01 नवम्बर 2007) ------------------------------------- कित खोगी वा छटा निराली हरी-भरी गाँव की हरियाली। आधुनिकता का परछावा पड़गया ना दिक्खें ईब हल ठाए हाळी।।... Hindi · Hindi Poem · कविता · हिन्दी कविता 1 188 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read दीपक हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 239. शीर्षक: "दीपक" (रविवार, 28 अक्तूबर 2007) ----------------------------------- मन में विश्वास जगाए दीपक, ईक आश नई जगाए दीपक | शाम ढले तो आए दीपक, हवा चले तो... Hindi · Hindi Poetry · दीवाली · हिन्दी कविता 2 193 Share Kavita Chouhan 26 Sep 2022 · 1 min read माँ आई शेर पे सवार माँ आई नवरात्रि की सबको बधाई सज गये सब घर और द्वारे जय कारा दे माँ को पुकारे माता के नौ रूप निराले कितने पावन भोले भाले... Hindi · कविता · हिन्दी कविता 344 Share Kavita Chouhan 20 Sep 2022 · 1 min read अनमोल है स्वतंत्रता अनमोल है स्वतंत्रता ............................ हो प्रफुल्लित या स्वतंत्र हो ! पराधीनता मृत्यु तुल्य है क्या स्वछंद हो ? सांसें पहरे के बन्धन में रोआँ तक है कर्ज में डूबा ,... Hindi · Poetry · हिन्दी कविता 1 388 Share MSW Sunil SainiCENA 10 Sep 2022 · 1 min read "कोरोना लहर" "कोरोना लहर" ये लहर, कोरोना लहर, अत्यंत ज्वर इसका कहर, हम तुम न जाने क्यूँ इतने बेखबर, क्यूँ न होता सबर, बेवजह क्यूँ घूमें दर बदर, इधर उधर, ये लहर,... Hindi · Dhruvikastudio · Hindi Poem · Mswsunilsainicena · हिन्दी कविता 1 225 Share MSW Sunil SainiCENA 10 Sep 2022 · 1 min read :::: हवा :::: शीर्षक: "हवा" (मेरी परछाई, हिन्दी काव्य-संग्रह) ये हवा का ज़िक्र है हवा बदल रही है। कैसी हवा चल रही है कुछ लोग हैं हवा में कहीं हवा निकल रही है।।... Hindi · Dhruvikastudio · Hindi Poem · Mswsunilsainicena · हिन्दी कविता 2 230 Share MSW Sunil SainiCENA 9 Sep 2022 · 1 min read :::::जर्जर दीया:::: :::जर्जर दीया:: (मंगलवार, 22 अप्रैल 2008) ------------------------------------- रोशनी की उम्मीद में जर्जर दीया जला तो दिया। मगर- अंधेरा अनन्त है और साथ ही पुरजोर हवा का मध्यम और धीमी बारिश... Hindi · Hindi Poem · हिन्दी कविता 1 194 Share MSW Sunil SainiCENA 9 Sep 2022 · 1 min read :::::::::खारे आँसू::::::::: :::::::::खारे आँसू::::::::: आंख्या के आँसू खारे होगे, अपने थे वो न्यारे होगे। कदे रौनक थी घणी छान की, आज टूटे फूटे ढारे होगे।। कदे बाग बगीचे खूब खिले, इब ओड़ै... Hindi · Hindi Poem · हिन्दी कविता 1 295 Share MSW Sunil SainiCENA 9 Sep 2022 · 2 min read "हाँ! मैं मजदूर हूं..." "हाँ! मैं मजदूर हूँ..." हां! मैं मजदूर हूं मैं भी तो इसी देश का वासी हूं, दिहाड़ीदार कामगार श्रमिक हूं मजबूर हूं। दास हूं सेवक हूं हां मैं मजदूर हूं।।... Hindi · हिन्दी कविता 1 185 Share 789 Yashbardhan Raj 31 Jul 2022 · 6 min read द्रौपदी पूछती है तुमसे महाराज धृतराष्ट्र के दरबार में जब चौसर खेल के उपरांत द्रौपदी का चीर हरण होता है, उस समय द्रौपदी क्या - क्या पूछती और कहती है ? इसी पर मेरी... Hindi · BHU Student Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 1 444 Share अमित नैथानी 'मिट्ठू' (अनभिज्ञ) 25 Jul 2022 · 2 min read साँझ ढल रही है फिर साँझ ढल रही है , बयार चल रही है, तिरोहित होते सूर्य का, पहाड़ी आलिंगन कर रही है नभ नील वर्ण त्यागकर , श्याम में घुल जाएंगे चन्द्र के... Hindi · कविता · हिन्दी कविता 2 336 Share