Posts Tag: हास्य-व्यंग्य 351 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid guru saxena 20 Apr 2025 · 1 min read दुराचारियों को सजा दुराचारियों को सजा घनाक्षरी छंद बच्चियों से दुराचार करने वालों के लिए, रखा जाए पूरा पूरा गंदगी से पाटकर। गंदगी से पाटने में सजा नहीं पूरी होगी, गंदगी को साफ... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 28 Share Sudhir srivastava 16 Apr 2025 · 3 min read ये वक्फ की संपत्ति है चिलचिलाती धूप में भागा-भागा यमराज सीधा मेरे कमरे में आया, मैं सो रहा था -झिंझोड़ कर जगाया और कहने लगा वाह हहहहहहह प्रभु! आप चैन से सो रहे हो या... Hindi · हास्य-व्यंग्य 29 Share Chunnu Lal Gupta 13 Apr 2025 · 1 min read /•• सम्हालीं कईसे ••/ /•• सम्हालीं कईसे ••/ ------------------------------ सम्हालीं केईसे हो, सम्हालीं केईसे ----२ तोहरी बनरन के तीनगो सम्हालीं केईसे आज़ादी दिलाई के तुं गईलऽ ए गांधीजी नेहरू के गरवा में, देहऽल् तुं... Hindi · हास्य-व्यंग्य 41 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 9 Apr 2025 · 4 min read "स्वस्थ हूं, इसलिए अपराधी हूं" "स्वस्थ हूं, इसलिए अपराधी हूं" सुनिए, मैं आजकल बहुत दुखी हूं। वजह ये नहीं कि मैं बीमार हूं — असल दुख ये है कि मैं बीमार नहीं हूं! जी हां,... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 1 24 Share Jyoti Pathak 5 Apr 2025 · 2 min read मां-बेटी संवाद कल बेटी ने कहा, मां तुम क्या करती हो, खाना रोज एक-सा ही, क्यों तुम बनाती हो.. समझ न आया क्या जवाब दूं, अपनी लाडली को, हंसकर कहा, जिम्मेदारियां बहुत... Hindi · गीत · हास्य-व्यंग्य 126 Share आकाश महेशपुरी 5 Apr 2025 · 1 min read हास्य ग़ज़ल- आया है जबसे कमा कर शहर से हास्य ग़ज़ल- आया है जबसे कमा कर शहर से ◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️ वो माँ से नहीं बात करता मदर से कि आया है जबसे कमा कर शहर से बहन को कहें सिस,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 36 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 30 Mar 2025 · 1 min read हां! मैं आम आदमी हूं हां! मैं आम आदमी हूं, यूँ तो मुझे, सपने देखने की पूरी आजादी है, किंतु मैं, खुद के लिए सपने नहीं देख सकता, मेरी जिंदगी, जीवन के आपाधापी में उलझी,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 40 Share आकाश महेशपुरी 11 Mar 2025 · 1 min read उसको पीने का जब है नशा हो गया उसको पीने का जब है नशा हो गया खेत बिक ही गया गर तो क्या हो गया कोई मयखाना पी के रहा होश में सूंघ कर ही कोई बावरा हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 36 Share आकाश महेशपुरी 28 Feb 2025 · 1 min read पत्नी की दिव्यदृष्टि रोज लुभाती पति को पत्नी कहकर बाबू सोना, पति सम्मोहित हो जाता है, करती जादू टोना। पहले भेजा गरमाती फिर ठंडा तेल लगाती, कभी गरम तो कभी नरम वह कितने... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 49 Share Sudhir srivastava 12 Feb 2025 · 1 min read यमराज ने ठाना जब से संसद में बजट पेश हुआ तब से बेचारे यमराज का मुँह सबसे ज्यादा फूलकर लटक गया, आज मैंने इसका कारण पूछा तो वह फफक कर रो पड़े। मैंने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 37 Share Sudhir srivastava 12 Feb 2025 · 2 min read कबाब में हड्डी महाकुंभ में हुई एक घटना के बाद विपक्ष के एक नेता जी रोज रोज अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं, अनर्गल आरोप लगा रहे हैं तरह तरह के उलूल- जुलूल सुझाव... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 51 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Feb 2025 · 2 min read ” मित्रों की शिकायत ‘गूगल देवता से “ (व्यंग ) डॉ लक्ष्मण झा परिमल ========================== ” आखिर तुम्हें हो क्या गया है ? इतने दिनों से तुम गूगल के रणक्षेत्र में अपनी कौशलता दिखला रहे हो और तुम्हारे फ्रेंड लिस्ट... Hindi · हास्य-व्यंग्य 71 Share Suryakant Dwivedi 4 Feb 2025 · 1 min read अखिल भारतीय *अखिल भारतीय* हम कहने को लोकल हैं मगर अखिल भारतीय हैं खिल-खिलाकर हँसते हैं इसलिए भारतीय हैं। रोज लिखते हैं रोज तपते हैं अपनी नहीं तो औरों की पढ़ते हैं... Hindi · हास्य-व्यंग्य 47 Share ललकार भारद्वाज 3 Feb 2025 · 1 min read तुम भोली हो तुम गाय के जैसी, और चंचल हिरनी जैसी तुम । मुस्कान तुम्हारी प्यारी सी, साक्षात प्रेम हो आँचल तुम ।। कंठ से बिल्कुल कोयल सी, और कहो बात... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 58 Share ललकार भारद्वाज 29 Jan 2025 · 2 min read मित्र वही हैं लगी आग मे घी जो डाले, सच कहता हूँ मित्र वही हैं । फिर भी तुम को जो बचाले, सच कहता हूँ मित्र वही हैं ।। थोड़ी पिटाई को और... Hindi · हास्य-व्यंग्य 35 Share Kumar Kalhans 3 Jan 2025 · 1 min read दौरा। मेंटलीजेंट और वदराईयन ब्रेकफास्ट कर रहे थे और साथ ही साथ कुछ राजनैतिक गूफ्तगू भी हो रही थी। एंड्रॉयड टेलीविजन पर न्यूज चल रही थी। - बांग्लादेश में हिंदुओं पर... Hindi · हास्य-व्यंग्य 248 Share Sudhir srivastava 24 Dec 2024 · 1 min read संविधान का खेल हमें हमारा संविधान सबसे प्यारा है पर उन लोगों के लिए ये सिर्फ हथियार है, जो संविधान खतरे में है, का बेसुरा राग गा रहे हैं, संविधान की आड़ में... Hindi · हास्य-व्यंग्य 205 Share Ladduu1023 ladduuuuu 16 Dec 2024 · 4 min read Danger Lady 🧛🧟 औरत से प्रेम में अगर आप ये उम्मीद करते हैं कि वो आपसे पूरी तरह खुश है तो आप नादानी में है... ये औरत के मूल में ही नहीं है... Hindi · Ladduu1023 · Ladduuuukiyadein · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 1 304 Share DrLakshman Jha Parimal 27 Nov 2024 · 2 min read " स्वर्ग में पत्रकारों की सभा " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल '' ================== "नये आगंतुक जमाल खाशोग्गी का इस स्वर्गलोक में अभिनन्दन है ! अभी अभी गत २ अक्टूबर २०१८ को टर्की स्थित सऊदी दूतावास में इनकी... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 125 Share Buddha Prakash 19 Nov 2024 · 1 min read बहू एक उड़की-उड़की हुई बहू, चांद-सा चेहरा उसका, क्यो थी लुढकी- लुढकी सी बहू, सुबह सवेरे रेल के सफर में, बैठी चुपकी - चुपकी सी बहू। रूप सुंदर नैना काले, गोरे... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं · हास्य-व्यंग्य 3 122 Share Sudhir srivastava 11 Nov 2024 · 2 min read अवध में राम आये हैं अजीब तमाशा है जैसे हमें पता ही नहीं है कि अवध में राम आये हैं। चलिए! आपने कहा तो हमने मान भी लिया पर क्या आप मेरी भी बात मानेंगे?... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 191 Share मधुसूदन गौतम 21 Oct 2024 · 1 min read आधुनिक दान कर्म व्यंग्य: आधुनिक दान रमेशजी को समाज में अपनी छवि चमकाने का बड़ा शौक था। एक दिन उन्होंने तय किया कि वह बड़े स्तर पर दान करेंगे ताकि लोग उनकी प्रशंसा... Hindi · हास्य-व्यंग्य 124 Share आकाश महेशपुरी 30 Sep 2024 · 1 min read तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं ग़ज़ल- तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं ◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️ दिल के होता है आर-पार नहीं तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं तेरी खातिर मैं छोड़ दूँ दुनिया दिल है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 3 145 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 27 Sep 2024 · 1 min read खटाखट नोट छापो तुम कानून हैं कड़वे, तनिक डर से न कांपो तुम। मजे से तोड़ कर धारा, हिमालय को भी टापो तुम। जो करतीं काम सरकारें, उसी में खुद भी लग जाओ। भगाना... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 213 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 27 Sep 2024 · 1 min read वो कविताचोर है वो कविताचोर है कहकर न ढाओ ज़ुल्म वंदे पर। असर प्रतिकूल होता है, किसी सज्जन के धंधे पर। अगर औलाद है कविता, रहे स्वच्छंद यह अच्छा। कभी मम्मी की गोदी... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 353 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 27 Sep 2024 · 1 min read तूॅं कविता चोर हो जाओ तिकोना हो, बिना मेहनत किए चौकोर हो जाओ। जहाॅं बस ना चले अपना, वहाॅं गमखोर हो जाओ। कमाना नाम हो औ हो, अगर तुम दाद के भूखे। मेरे भाई न... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 266 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 5 Sep 2024 · 1 min read कांतिपति की कुंडलियां पैसा ही है आजकल, जीने का आधार। लेता था स्थान जो, कभी आपसी प्यार। कभी आपसी प्यार, लिए हम जी लेते थे। सारे ग़म व ऑंसू, मिल कर पी लेते... Hindi · कविता · कुण्डलिया · हास्य-व्यंग्य 1 152 Share Sudhir srivastava 30 Aug 2024 · 3 min read यमराज का आफर मेरे प्यारे भाइयों बहनों शुभचिंतकों कुछ दुश्मन हैं तो दुश्मनों आप सब मिलकर या चाहें तो फुटकर फुटकर मेरा बहुत अहसान मानिए, मेरी तारीफों के पुल बांधिए, मेरी जय जयकार... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 134 Share Sudhir srivastava 27 Aug 2024 · 1 min read दोहा भेदभाव करते रहें, बनेंगे सारे काम। तारीफों के संग में, मिल जाएंगे राम।। देशद्रोह के आप सब, करते रहिए काम। खुशहाली के संग में, मिले सुखद परिणाम।। ममता जी ममतामयी,... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 120 Share Buddha Prakash 20 Aug 2024 · 1 min read मान जाने से है वो डरती खबर किस बात की लेनी थी , अक्सर ये मालूम नहीं होता, खबर उनकी जो तकनी थी, उनको मालूम तभी से थी, अब सिर्फ बात बिगड़नी थी, अपनी हर रात... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 152 Share Sudhir srivastava 4 Aug 2024 · 2 min read मुझे शिकायत है मुझे शिकायत है हर किसी से ही नहीं अपने आप से भी क्योंकि यही मेरी आदत है, शायद इससे मुझे सूकून का अहसास होता है, सुख चैन की नींद आती... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 148 Share Sudhir srivastava 25 Jul 2024 · 2 min read रामराज्य का आदर्श राम राज्य का अपना आदर्श था जिसकी चर्चा करना व्यर्थ है, अच्छा होगा पहले रामजी के आदर्श का अपने जीवन में जो अनुराग भरता हो, उसे ही राम याराम राज्य... Hindi · हास्य-व्यंग्य 137 Share Suryakant Dwivedi 22 Jul 2024 · 1 min read मोहल्ला की चीनी मुहल्ले जब से कॉलोनी हुए हैं पता ही नहीं चलता पड़ोसी के घर क्या पका है। पहले कटोरी ले चीनी मांगते थे आये दिन चीनी खत्म हो जाती पड़ोस में... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 249 Share Sudhir srivastava 18 Jul 2024 · 2 min read जल संरक्षण जल संरक्षण की चर्चा परिचर्चा आज कोई नई बात तो नहीं, यह और बात है कि हमनें, आपनें इस पर कभी गौर किया ही नहीं। जब गौर ही नहीं किया... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 110 Share आकाश महेशपुरी 16 Jul 2024 · 1 min read पाइप लागल बाटे बाकिर... पाइप लागल बाटे बाकिर टूटल मिले खड़ंजा कहीं ठेस लागेला कतहीं पड़े कुंड में पंजा छुर-छुर-छुर-छुर सड़की पर बा फेंकत कतहीं पानी केहू बूझे वाला नइखे गाँवन के परसानी कहीं... Bhojpuri · Bhojpuri कविता · हास्य-व्यंग्य 1 174 Share Sunny kumar kabira 4 Jul 2024 · 2 min read चुनाव का मौसम हमारे पर्यावरण में ऐसे तो मुख्यतः चार तरह के ही मौसम (ग्रीष्म,शीत,वर्षा एवं वसंत)है।जो पृथ्वी के परिक्रमण के कारण बदलते रहते हैं। ये मौसम प्राकृतिक होते है,किंतु इसके अपवाद में... Hindi · कहानी · कोटेशन · निबंध · पुस्तक समीक्षा · हास्य-व्यंग्य 1 1 183 Share Shailendra Aseem 4 Jul 2024 · 2 min read दूबे जी का मंच-संचालन एक बार दूबे जी साइकिल से जा रहे थे दूसरे की चुराई हुई कविता गुनगुना रहे थे बड़ा ही आराम था शाहपुर में काम था जाने क्या सोचकर मेरे मोहल्ले... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 106 Share DrLakshman Jha Parimal 27 Jun 2024 · 1 min read “ गोलू का जन्म दिन “ ( व्यंग ) डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ==================== मालिक ! आप सब का जन्म दिन मनाते हैं , सबों के लिए सुंदर – सुंदर कैक आप लाते हैं ! आस-पड़ोस, संगी-साथी... Hindi · हास्य-व्यंग्य 185 Share Sunny kumar kabira 24 Jun 2024 · 1 min read जियो जी भर के, तुझे लगता है ?तुम जिंदा हो, तुझे लगता है ?तुम खुश हो, तुझे लगता है ?तुम स्वस्थ हो, तो वहम है तुम्हारी । जिंदगी के हर एक पल, तुम मृत्यु... Hindi · कविता · मुक्तक · संस्मरण · हास्य-व्यंग्य 3 177 Share Suryakant Dwivedi 23 Jun 2024 · 1 min read राजनीतिक योग राजनीतिक योग गहरी साँस लीजिये तीन उंगली आंख पर लगाइये अंगूठे से कान बन्द कीजिये आँख ऐसे बन्द कीजिये कि बाहर का कुछ दिखाई न दे दोनों कान भी इस... Hindi · Satire · हास्य-व्यंग्य 148 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 18 Jun 2024 · 1 min read सरकारी जमाई -व्यंग कविता रुक गए तीर बाप के ताने के , आने लगे रिश्ते घरजमाई बनाने के। हर तरफ बधाई और वाह वाही है , मुस्कुराइए कि आप सरकारी जमाई हैं। मोहाले की... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 177 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 18 Jun 2024 · 1 min read **कविता: आम आदमी की कहानी** राशन की लम्बी लाइन, थकान से चूर काम हूँ, किश्तों की मार में, पिसता सुबह और शाम हूँ, रेल ,बस की धक्कामुकी और ट्रैफिक जाम हूँ , क्या करूँ में... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 221 Share Suryakant Dwivedi 17 Jun 2024 · 4 min read कारण अकारण व्यंग्य कारण के आगे कारण कारण के पीछे कारण कारण के आगे भी कारण होते हैं। कारण के पीछे भी कारण होते हैं। कारण कभी कारण नहीं होता। कारण कभी... Hindi · लेख · हास्य-व्यंग्य 141 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 16 Jun 2024 · 3 min read "पिता दिवस: एक दिन का दिखावा, 364 दिन की शिकायतें" अरे वाह! पितृदिवस फिर आ गया, अब हम सब एक दिन के लिए 'पापा प्रेमी' बन ही जाते हैं। सोशल मीडिया पर सेल्फियों की बाढ़ आ जाएगी और हम यह... Hindi · कहानी · लेख · संस्मरण · हास्य-व्यंग्य 160 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 11 Jun 2024 · 4 min read आज रविवार है -व्यंग रचना आज रविवार है, आप सोच रहे होंगे जैसे आप सभी के लिए रविवार ख़ास होता है मेरे लिए भी होगा ! नौकरीपेशा लोगों के लिए तो में समझ सकता हूँ... Hindi · लेख · हास्य-व्यंग्य 255 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 11 Jun 2024 · 5 min read परामर्श शुल्क –व्यंग रचना पेशे से डॉक्टर हूँ, और चूंकि मेरे घर का खर्चा भी इसी डॉक्टरी से चलता है, तो जाहिर है, मेरी नज़रें परामर्श शुल्क पर वैसे ही टिकी रहती हैं जैसे... Hindi · लेख · हास्य-व्यंग्य 233 Share Atul "Krishn" 7 Jun 2024 · 3 min read जी हमारा नाम है "भ्रष्ट आचार" जी हमारा नाम "भ्रष्ट आचार" है हमारा स्वाद बड़ा ही तीखा और चटपटेदार है ! वैसे तो हम वैदिक काल से ही हैं ! पर मुग़ल के जमाने से मेरा... Hindi · लघु कथा · हास्य-व्यंग्य 163 Share Sudhir srivastava 5 Jun 2024 · 2 min read पर्यावरण संरक्षण का नारा लो जी! फिर से आ गया पर्यावरण दिवस तो आइए! एक बार फिर इस दिवस की तनिक औपचारिकता मिलकर निभाइए अन्य दिवसों की तरह इस दिवस का भी जमकर उपहास... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 132 Share Sudhir srivastava 4 Jun 2024 · 2 min read मैं जगत नियंता बना अभी अभी जगत नियंता से मुलाकात हो गई मुलाकात क्या हुई चुनावी दौर में मेरी चाल परिणाम आने से पहले ही सफल हो गई । मैंने उन्हें साष्टांग प्रणाम किया... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 210 Share DrLakshman Jha Parimal 4 Jun 2024 · 2 min read “ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति ) डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ==================== सर्पराज आजकल नाराज चल रहे थे ! वो नाराजगी थी सूबेदार छुछुंदर से ! विश्वास करके सर्पराज ने छुछुंदर को सूबे का नेतृत्व... Hindi · हास्य-व्यंग्य 157 Share Page 1 Next