Posts Tag: हरवंश श्रीवास्तव 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid हरवंश हृदय 6 Apr 2025 · 1 min read राम कभी जलधि के सम्मुख तनकर क्रोध अग्नि से निखरे राम जंघा पर रख अनुज शीश को बिलख बिलख कर बिखरे राम यूं ही नहीं हुए पुरुषोत्तम, थीं पग पग कठिन... Hindi · Jay Shree RAM · जय श्री राम · मुक्तक · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 1 46 Share हरवंश हृदय 28 Mar 2025 · 1 min read बोझ तुम्हारी यादों का : हरवंश हृदय झुकी झुकी सी पलकों पर है बोझ तुम्हारी यादों का झूठी रह गई कसमों का ... रह गए अधूरे वादों का अब तो संभल गया हूं लेकिन जब था मैं... Hindi · HARVANSH · ग़ज़ल · बोझ तुम्हारी यादों का · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 1 80 Share हरवंश हृदय 1 Mar 2025 · 1 min read दो नाव में रहे : हरवंश हृदय जरूरत पड़ी तो धूप नहीं तो छांव में रहे बेगैरत हैं वो लोग जो दो नाव में रहे हमने तो सौंप दी दिल की सल्तनत उन्हें अफसोस कि वो फिर... Hindi · ग़ज़ल · दो नाव में रहे · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 1 50 Share हरवंश हृदय 27 May 2024 · 1 min read जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय जरूरी तो नहीं ************* इश्क हो फिर जुदाई हो जरूरी तो नहीं हमने भी चोट खाई हो जरूरी तो नहीं उनकी खुशी के खातिर हम दूर हो गए रिश्ते में... Hindi · ग़ज़ल · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 1 230 Share हरवंश हृदय 21 Apr 2024 · 1 min read मैं आदमी असरदार हूं - हरवंश हृदय मैं आदमी असरदार हूं ****************** मुझको नहीं फिकर कोई न जीत की न हार की बस एक ही डगर चला सेवा समर्पण प्यार की छल छिद्र कपट से परे मुश्किलों... Hindi · HARVANSH · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 4 312 Share हरवंश हृदय 17 Nov 2023 · 1 min read यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं कहने को यार साथी मेरे संग बहुत हैं जीत है और मात भी मेरी ही हो रही मेरी ही मुझसे ठन... Hindi · HARVANSH · Quote Writer · मुक्तक · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 1 2 714 Share हरवंश हृदय 15 Sep 2023 · 1 min read बड़ी बात है ....!! . फनकारों में मेरी भला क्या औकात है फिर भी लिखता हूं खुदा की करामात है हर सख्स को एक गम सालता है उम्र भर दर्द ए दिल को यूं... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 2 407 Share हरवंश हृदय 12 Jun 2023 · 1 min read आदमी आदमी को आदमी से हैं खतरे बहुत आदमी की हर चाल पे सम्भल जाता है आदमी फुरसत नहीं किसी को किसी से बात करने की बहुत कम नज़र आजकल आता... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · हरवंश श्रीवास्तव 1 297 Share हरवंश हृदय 9 Jun 2023 · 1 min read तू भी है...! रंगीनियाँ हैं मेरे आस पास तो माहताब तू भी है खुश्बू मेरे सोख बदन में, महकता गुलाब तू भी है कम नहीं आंका है तुझको, मैंने अपने ओहदे से मेरा... Poetry Writing Challenge · गीत · हरवंश श्रीवास्तव 1 481 Share हरवंश हृदय 4 Jun 2023 · 1 min read मृत्यु से पहले मरना नहीं है निज उत्तरदायित्वों से मुकरना नहीं है, मृत्यु से पहले मरना नहीं है …. रात्रि कालिमा बाहुपाश में, है दिव्य दिवाकर को घेरे अंधियारों के पीछे पीछे बेबस दौड़ रहे सवेरे... Poetry Writing Challenge · गीत · हरवंश श्रीवास्तव 5 392 Share हरवंश हृदय 4 Jun 2023 · 1 min read मानव को जीना होगा सुधा बीज बोने से पहले कालकूट पीना होगा पहिन मौत का मुकुट विश्वहित मानव को जीना होगा है रंगमंच यह विश्व धरा, अपना अभिनय करते हैं सब अभिनय बस अभिनय... Poetry Writing Challenge · गीत · हरवंश श्रीवास्तव 2 462 Share हरवंश हृदय 13 Oct 2022 · 1 min read "तुम प्रेम का हो वरदान प्रिये" मेरे आकुल जीवन में, तुम प्रेम का हो वरदान प्रिये । अभिभूत हुआ पाकर तुमको, मिल गई सुखद पहचान प्रिये ।। तुम युग देवी की शोभा हो, मैं भी हूं... Hindi · Karwa Chauth Special · Love · गीत · प्रेम · हरवंश श्रीवास्तव 7 9 684 Share