Posts Tag: स्व–अभिमान 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 8 May 2024 · 1 min read बड़े नहीं फिर भी बड़े हैं । बड़े नहीं फिर भी बड़े हैं इसलिए कि लोग जहाँ गिर पड़े हैं हम वहाँ तने खड़े हैं, द्वंद्व की लड़ाई भी साहस से लड़े हैं; न दुख से डरे,... Poetry Writing Challenge-3 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 9 89 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 10 Feb 2024 · 1 min read लिख रहा हूं। दोस्ती में खाए ज़ख्मो का हिसाब लिख रहा हूँ, तेरे सभी सवालों का मैं जवाब लिख रहा हूं। वो कौन लोग हैं जो बाहों में सुकून ढूंढते हैं? मैं सुकून... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 17 98 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत न झुका किसी के आगे, अब तक यहाँ मैं इतना। ना किसी से प्यार मुझको, न तुमसे लगाव इतना।। है मुझमें कमी क्या कोई, जो मदद किसी की चाहूँ। जरूरत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 34 5 722 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Jun 2023 · 1 min read उलझ नहीं पाते अब चाँद तारों वाले ख़्वाब नहीं आते, कहने को ये रंगीन अल्फाज नहीं आते। करना है दरिया को अब तैरकर ही पार, बस यही सोचकर हम कश्ती नहीं लाते। कोई... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 32 5 622 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 31 Mar 2022 · 1 min read दीवाना हर इंसान होगा दोस्त होंगे, परिवार होगा, फिर भी मन एकांत होगा, दौलत भी होगी, शोहरत भी होगी, फिर भी मन अशांत होगा। क्या गम होगा जिंदगी में, जिससे हर कोई अनजान होगा।... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 47 5 514 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 16 Jan 2022 · 1 min read रूठ जाता है कहां आसान है दुआओं में सबकी खुशियां मांगना, अगर रोशनी को मनाओ तो अंधेरा भी रूठ जाता है। हमारा साथ रहना उनकी बेचैनी का सबब है मगर, इक पल भी... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 48 2 475 Share