Posts Tag: शायरी 170 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 14 कसम झूठी जो खाओगे, निभाना भूल जाओगे रुलाना मत, वगरना मुस्कुराना भूल जाओगे कोई अपना कभी तुझको चुभायेगा अगर नश्तर नमक दुश्मन के ज़ख़्मों पर लगाना भूल जाओगे हक़ीक़त आईना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 1 280 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 13 उल्फ़त की, दोस्ती की, न शफ़क़त की बात है देखा यहां वहां तो अदावत की बात है गुजरे न रहगुज़र से वफाओं की वो कभी समझाऊं किस तरह ये मुहब्बत... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 258 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 12 क्यूँ तीरगी सी छाई चराग़ों के दरमियान क्या हुस्न छुप गया है नक़ाबों के दरमियान नासूर बन गया कई सालों के दरमियान इक जख़्म जाने कैसा है छालों के दरमियान... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 244 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 11 वो हैं साहिल पे मगर मौज से डर जाते हैं हम तो तूफ़ान के अंदर भी उतर जाते हैं जान दे देते हैं कुछ लोग ज़ुबाँ की ख़ातिर जिनकी आदत... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 327 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 10 साँस और मौत के हैं खाने दो तीर है एक और निशाने दो आपका दिल या आपकी आँखें मेरे दुनिया में हैं ठिकाने दो इक मुहब्बत है इक इबादत है... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 242 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 9 सब को इस बात से इंकार नहीं हो सकता भेड़िया दश्त का सरदार नहीं हो सकता तज़्रबा मेरा है बेकार नहीं हो सकता शक अगर हो तो कभी प्यार नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 328 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 8 वो धड़कनों में बस गए हैं जान की तरह जो दिल में आए थे कभी मेहमान की तरह जज़्बात की हमारी ज़रा क़द्र भी करें बस इस्तेमाल मत करें सामान... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 289 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 7 देख कर उनको गिरफ़्त-ए-ग़म में भी हँसता हुआ अपने आँसू पोंछ डाले हमने ये अच्छा हुआ तर-ब-तर था कल मेरा दिल आज ये सहरा हुआ तुम गए हो जब से... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 332 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 6 तुझे देखे बिना चाहूँ ये हैरानी नहीं जाती मेरे अंदर है मीरा सी जो दीवानी नहीं जाती पता लग जाए दुनिया को मैं तुझसे मिल के जब आऊँ चमक फिर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 235 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 5 ज़मीं पर आसमाँ से आ गिरा हूँ नदी में डूबता ही जा रहा हूँ बताए कोई तो ताबीर इनकी मैं ऐसे ख़्वाब अक्सर देखता हूँ मैं पहले था मैं आगे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 383 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 4 मौत की नींद सो गईं आँखें अपनी हस्ती डुबो गईं आँखें उसने जब प्यार से मुझे देखा कितने सपने सँजो गईं आँखें रात फिर ख़्वाब में वो आया था मेरा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 254 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 3 एक साँस भी जब तक साहिबान बाकी है ज़िंदगी के पर्चे का इम्तहान बाक़ी है कितनी सच है ये दुनिया कितनी सच है वो दुनिया बस इसी पहेली का तो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 404 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 2 कभी चमकते हैं मिस्ल-ए-गौहर, कभी सितारों से जल रहे हैं ये ख़्वाब आँखों से मोती बन कर हमारे गालों पे ढल रहे हैं गई जो दौलत तो दोस्त सारे नज़र... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 242 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 1 कहीं पे सहरा में आब-ए-दरिया बहा रहा है वही ख़ुदा है जो दश्त में भी गुलों की चादर बिछा रहा है वही ख़ुदा है कमी नहीं है जहाँ में आकर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 355 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 9 Jun 2023 · 1 min read यूं चुप से वो यूं चुप से क्यूं हो तुम कुछ तो बोलो क्या हुआ है तुम्हें? खफा हो क्या हमसे या हो उदास तुम किसी ने कुछ कहा या हो तन्हा तुम बताओ... Poetry Writing Challenge · AditiAngel · SilentEyes · शायरी 2 308 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 9 Jun 2023 · 1 min read आज फिर आज फिर उसी दौर से गुजर रही हूं Aaj Fir Usi Daur se Guzr Rhi hu आज फिर दिल मेरा आहत है बहुत Aaj fir dil mera aahat h bahut... Poetry Writing Challenge · AditiAngel · SilentEyes · शायरी 3 445 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 8 Jun 2023 · 1 min read तो क्या टूटा? तो क्या टूटा? कसमें, वादे या भरोसा? तो कौन रोया? आंखें, दिल या तुम फायदा किसे हुआ? उन लोग को या तुम्हें? जिंदगी बर्बाद किसकी हुई मेरी जान! यहां सच्चे... Poetry Writing Challenge · AditiAngel · SilentEyes · शायरी 1 229 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 7 Jun 2023 · 1 min read थक गई हूं ज़िंदगी की उलझनों में मैं खुदको खो सी गई हूं हालातों से लड़ते लड़ते मैं अब थक सी चुकी हूं अपने इस अकेलेपन से मैं टूटके बिखर सी गई हूं... Poetry Writing Challenge · AditiAngel · SilentEyes · शायरी 2 510 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 1 min read जी रहे हैं सब इस शहर में बेज़ार से जी रहे हैं सब इस शहर में बेज़ार से जी रहे हैं सब इस शहर में बेज़ार से कोई तो हो ऐसा अपना कहें जिसे ढूद्ता फिर रहा हूँ मैं... Poetry Writing Challenge · कविता · शायरी 1 325 Share SURYA PRAKASH SHARMA 26 May 2023 · 1 min read शायरी 2 तेरी ये जुल्फ़ें, तेरी ये नज़रें, मेरे तसव्वुर में सिर्फ़ तू है। कहाँ है, तेरा पता नहीं है , मुझे तो बस तेरी जुस्तजू है। यक़ीं भले ही तुम्हें ना... Hindi · Hindi Shayari · Love · कविता · नज्म_औ_शायरी · शायरी 2 2 629 Share SURYA PRAKASH SHARMA 24 May 2023 · 1 min read शायरी 1 सुर्ख़ सफ़ाह, आबनूसी निगाहें, क़मर सी सूरत, ये जामे काही। औ' जुल्फ़ें शुतुरी, अदाएँ क़ातिल, तुम्हारी गर्दन कोई सुराही। तुम्हारे आशिक़ हैं कितने सारे — दिलों पे खंजर के वार... Hindi · Girl · Love · कविता · ग़ज़ल · शायरी 1 529 Share Surya Barman 20 May 2023 · 1 min read दोस्ती तुम समुंदर की दोस्ती पे भरोसा मत करना . . वरना प्यास लब पे सजाए हुए मर जाओगे दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · दिलकीबात · दिलकीबातशायरी143 · शायरी 2 306 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा वक्त के दामन से, दो पल चुरा के दिखा हो सके तो वक़्त को , अपना बना कर के दिखा बादलों... Poetry Writing Challenge · कविता · शायरी 3 314 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read घास को बिछौना बना कर तो देखो घास को बिछौना बना कर तो देखो घास को बिछौना बना कर तो देखो उस पर दो रातें बिताकर तो देखो कितनी खूबसूरत हैं ये खुदा की कायनातें इन सबसे... Poetry Writing Challenge · कविता · शायरी 1 296 Share Vishal babu (vishu) 2 May 2023 · 1 min read मुक्तक रस शायरी जाम पीना है तो सामने आओ, नैनों से नैनो को लड़ाओ। बहुत नशा है उनकी आँखो में एक बार अपनी नज़र तो मिलाओ विशाल बाबू जिला औरैया (उत्तर प्रदेश) 6395966765 Hindi · मुक्तक · शायरी 228 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 30 Apr 2023 · 1 min read तेरी खुशबू गुज़रा होगा वो यहीं से अभी खुशबू हवा की बता रही है है यकीं मुझको आसपास है वो महक उसकी जो आ रही है वो रूठ सकता है मुझसे उसकी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · शायरी 6 1 4k Share *प्रणय प्रभात* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का मुक्तक #मुक्तक ■ सलीक़ा ज़िंदगी का.... जीवन केवल हलचल नहीं सलीके का नाम है। सलीक़ा सिर्फ़ मुस्कुराने या ठहाका लगाने का नहीं, अपने दर्द और अश्क़ छिपाने का भी। ■प्रणय प्रभात■ Hindi · अश्क़ · मुक्तक · शायरी · सलीक़ा 2 530 Share *प्रणय प्रभात* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की ग़ज़ल #ग़ज़ल- ■ इंतज़ार की हद है ना...? 【प्रणय प्रभात】 ★बे-शुमार की हद है ना? हर विचार की हद है ना? ★ पथराई ऑंखें दर पे। इंतज़ार की हद है ना?... Hindi · Gazal ग़ज़ल · शायरी · हद 1 250 Share *प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का मुक्तक #मुक्तक... ■ बोलते हैं खंडहर... दूर रहिए और दूर से ही गुज़र जाइए। जर्जर दीवारें मामूली सी आहट से भी धराशायी हो जाती हैं अक़्सर।। ■ प्रणय प्रभात ■ Hindi · एहसास · दिल · दिल का पैगाम · भक्ति मुक्तक · शायरी 1 552 Share *प्रणय प्रभात* 21 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की ग़ज़ल #ग़ज़ल 😊 अपना-पराया भूल जा......!!" 【प्रणय प्रभात】 ■ साथ कब किसने दिया, किसने सताया भूल जा। चार दिन के खेल में, अपना पराया भूल जा।। ■ किसने तुझ पे संग... Hindi · Gazal ग़ज़ल · शायरी 2 186 Share *प्रणय प्रभात* 19 Mar 2023 · 2 min read ■ नज़्म (ख़ुदा करता कि तुमको) ■ दिल की नज्म : दिमाग़ के नाम 【प्रणय प्रभात】 ★ जिसे तुम इश्क़ समझे हो छलावा बस छलावा है, जिसे चाहत समझते हो, दिखावा ही दिखावा है। तुम्हारा इश्क़... Hindi · इश्क़ · नज़्म · शायरी 1 491 Share *प्रणय प्रभात* 17 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर... ■ ढोल सुहाने दूर के... असलियत का अंदाज़ा नज़दीक जाने के बाद होता है। फिर चाहे वो चाँद हो या इंसान। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · आज का विचार · शायरी · शेर 1 410 Share *प्रणय प्रभात* 15 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ शेर... अंजाम की परवाह करने वाली क़लम अटक-अटक कर चलती है और राह से भटक भी जाती है। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · शायरी · शेर 1 556 Share *प्रणय प्रभात* 11 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ निर्दोष नमक दोष उन उंगलियों का भी नहीं, जो ज़ख्म पर नमक छिड़कती हैं। दोषी वो है, जिसकी उंगलियां हैं। ■ प्रणय प्रभात ■ Hindi · एहसास · शायरी · शेर 1 214 Share *प्रणय प्रभात* 10 Mar 2023 · 1 min read ■ मुक्तक... ■ आज का मुक्तक... दिल अगर एक गुलशन है तो यादें उसमें आज़ादी से उड़ान भरते परिंदों और फूल की पंखुड़ियों जैसी। इनके बलबूते कोई बागवान पतझड़ में भी खुश... Hindi · मुक्तक · शायरी 1 537 Share *प्रणय प्रभात* 10 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर... #आज_का_शेर ■ समय के साथ... कुछ चेहरे समय के साथ पुराने ज़माने के श्वेत-श्याम चित्रों की तरह दिमाग़ से लगभग ग़ायब से हो जाते हैं। जिन्हें एक धुंधली सी आकृति... Hindi · शायरी · शेर 1 486 Share *प्रणय प्रभात* 9 Mar 2023 · 1 min read ■ एक मुक्तक... #मुक्तक- ■ लक़ीरों पे लक़ीरें.... 【प्रणय प्रभात】 "मसाइल आज भी उलझे पड़े हैं। बहुत दुश्वारियां भी बढ़ गई हैं।। लिखी थी नज़्म शब की तीरगी में। लक़ीरों पे लक़ीरें चढ़... Hindi · मुक्तक · शायरी 1 326 Share *प्रणय प्रभात* 9 Mar 2023 · 1 min read ■ मुक्तक... #मुक्तक ■ ख़्वाहिश नहीं बची... 【प्रणय प्रभात】 "मौसम की और बाढ़ की साज़िश नहीं बची। हम तो समझ रहे थे कि बारिश नहीं बची।। सूखा ग़ुलाब झांक गया डायरी से... Hindi · एहसास · भक्ति मुक्तक · शायरी 1 520 Share *प्रणय प्रभात* 4 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का मुक्तक... ■ एक मुक्तक : एक संदेश चार दिन का जीवन और हर किसी से अलगाव। कुछ नहीं सिवाय एक नादानी के। मिल कर रहो, सुख-दुःख एक साथ सहो। फिर देखो,... Hindi · जीवन · देशभक्ति मुक्तक · नफरत · मुहब्बत · शायरी 1 489 Share *प्रणय प्रभात* 27 Feb 2023 · 1 min read #नज़्म / पता नहीं क्यों...!! #नज़्म:- ■ पता नहीं हम क्यों मिलते हैं? 【प्रणय प्रभात】 "किसी राह में, किसी मोड़ पर, अनायास ही चलते-चलते। मुरझाए गुंचे खिलते हैं, पता नहीं हम क्यों मिलते हैं।। एक... Hindi · दिल · नज़्म · शायरी 1 631 Share *प्रणय प्रभात* 26 Feb 2023 · 1 min read ■ एक और शेर... ■ अटल सत्य... जो अपनी आकांक्षाओं और आवश्यकताओं से विमुक्त हो जाता है, उसे कोई भी अपने अधीन नहीं कर सकता। न कोई मठाधीश, न कोई शासक।। यह हर युग... Hindi · जीवन · दुनियां · शायरी · शेर 1 237 Share *प्रणय प्रभात* 26 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ हिचकी एक भरम.... "हिचकी" एक स्वाभाविक सी दैहिक क्रिया। जिसे विज्ञान अपनी दृष्टि से देखता है और इंसान अपने नज़रिए से। लोक-मान्यताओं के अनुसार हिचकी किसी के याद करने... Hindi · दो पँक्ति दिल की कलम से · मान्यता · शायरी · शेर 1 695 Share *प्रणय प्रभात* 25 Feb 2023 · 1 min read #एक_गजल #एक_ग़ज़ल ■ कौन लिखे पानी पर पानी ..? 【प्रणय प्रभात】 ★ प्यार मुहब्बत सब बेमानी। कोन लिखे पानी पर पानी? ★ गर्म तवे पर जल की बूंदें, यौवन की है... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास · जीवन दर्शन · शायरी 1 593 Share *प्रणय प्रभात* 22 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ रह गई ठहर कर...।। (प्रभात प्रणय) कि ★ मिलता अवसर, बनते अफ़सर। आज भटकते हैं जो दर-दर।। ★ बिछा दिए, क़दमों में कांटे। कहा वक़्त ने, और सफ़र... Hindi · Gazal ग़ज़ल · वक्त · शायरी · हिंदी 1 451 Share *प्रणय प्रभात* 19 Feb 2023 · 1 min read 👉 ताज़ा ग़ज़ल :-- #ग़ज़ल ■ रोना मना है... 【प्रणय प्रभात】 ★ दाग़ दिल पर हैं, मगर धोना मना है। दर्द कितना हो, मगर रोना मना है।। ★ कर के सरगोशी, गया है एक... Hindi · Gazal ग़ज़ल · शायरी 1 249 Share *प्रणय प्रभात* 16 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात... ■ दो टूक..... उजालों में साथ और अँधेरों में गुम। अगर ऐसे हो तुम, तो रहो अपनी बला से। हम धूप-छांव के खेल को भी समझते हैं और परछाइयों के... Hindi · आज की बात · एहसास · मुक्तक · शायरी 1 360 Share *प्रणय प्रभात* 15 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर "कुछ लाशें थीं कल दफ़ना दीं। कुछ आंसू थे ख़ुद सूख गए।।" #ये_भी_होना_ही_था कभी डॉ. बशीर "बद्र" साहब ने फ़रमाया था- "तर्के-तआल्लुक़ात को एक लम्हा चाहिए। लेकिन तमाम उम्र मुझे... Hindi · Quote Writer · एहसास · शायरी · शेर 1 443 Share *प्रणय प्रभात* 14 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का मुक्तक... ■ तसव्वुर की तासीर... जब हम तसव्वुर में होते हैं तो हमारे पास न अल्फ़ाज़ की कमी होती है, न मिसाल की। इसी की मिसाल हैं कैफ़ियत में हुईं यह... Hindi · ख़याल · जज़्बात · तसव्वुर · शायरी · हास्य मुक्तक 1 415 Share Rajeev Dutta 11 Feb 2023 · 1 min read आज की प्रस्तुति: भाग 7 जैसे कल की ही बात हो, हम ऐसे याद करते हैं, गुज़ारा था जो इक बचपन, खुशी और ख्वाब के आंगन में। ~ रचयिता - राजीव भाई घुमंतू निवास -... Hindi · शायरी 241 Share Rajeev Dutta 11 Feb 2023 · 1 min read आज की प्रस्तुति: भाग 6 यादों के कसीदे पढ़ता हूं, जिंदगी की जुबां होठों पे लिए, ये दर्द बड़ा बेगैरत है, चाहे से भी जाता ही नहीं। ~ रचयिता - राजीव भाई घुमंतू निवास -... Hindi · शायरी 354 Share Previous Page 2 Next