Posts Tag: व्यंग्य 45 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Mukesh 'Aseemit' 3 Jun 2024 · 6 min read “लिखें तो लिखें क्या ?”–व्यंग रचना एक लेखक के लिए क्या चाहिए? खुद का निठल्लापन, उल-जलूल खुराफाती दिमाग, डेस्कटॉप और कीबोर्ड का जुगाड़, और रचनाओं को झेलने वाले दो-चार पाठकगण। कुछ जानकार प्रकाशकों से भी जुगाड़... Hindi · आत्म-प्रतिबिंब · कल्पनाशीलता · रचनाएं · व्यंग्य 1 22 Share SURYA PRAKASH SHARMA 26 May 2024 · 4 min read आगामी चुनाव की रणनीति (व्यंग्य) आगामी चुनाव की रणनीति बनाने के लिए एक बार एक पार्टी के सदस्यों की मुलाकात हुई । 'इस बार फिर से जीत कैसे मिले' इसी मुद्दे पर बात हुई ।... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · व्यंग्य 1 25 Share सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' 24 Mar 2024 · 1 min read बुरा न मानो, होली है! जोगीरा सा रा रा रा रा.... आम आदमी कहते रहते, कट्टर हम सरकार। कट्टर निकले आम आदमी, दारू ठेकेदार।१। जोगीरा सा रा रा रा रा.......... बहुत मिले हैं नेताजी को, कड़के वाले नोट। अबकी तो हम... Hindi · कविता · जोगीरा · व्यंग्य · होली 130 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 Jan 2024 · 1 min read जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य जी करता है बाबा बन जाऊं बाबा बनके प्रॉपर्टी बनाऊं अपना खुद का बिज़नेस चलाऊं जी करता है , बाबा बन जाऊं जी करता है , बाबा बन जाऊं धर्म... Poetry Writing Challenge-2 · व्यंग्य 1 118 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Nov 2023 · 1 min read समझदार बेवकूफ़ एक गधे ने दूसरे गधे से कहा , लोग खामखां हमें बदनाम करते हैं , पर इंसान कुछ ऐसे काम करते हैं , जिन्हें देखकर कहते हमें शर्म आती है... Hindi · कविता · व्यंग्य 2 167 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 3 Sep 2023 · 2 min read कोरोना और मां की ममता (व्यंग्य) व्यंग्य कोरोना और माँ की ममता ""''''''"""""""""""""""""""""""""""" बचपन से लेकर आज अर्थात् दो बच्चों के पिता बनने तक माँ मुख्य रूप से मुझे दो ही बातों पर टोका-टाकी करती थीं।... Hindi · कोरोना · ममता · व्यंग्य 346 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 9 Aug 2023 · 1 min read मोहब्बत बनी आफत जब पाकिस्तान की सीमा भारत के अंदर आ गई किसी ने इसे प्यार की ताक़त कहा किसी ने कहा घुसपैठ हो गई जब चार बच्चों की माँ सरहद पार के... Hindi · Hindi Poem · Poetry · कविता · व्यंग्य · हास्य 9 1 1k Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 5 Aug 2023 · 4 min read छपास रोग की खुजलम खुजलई छपास रोग की खुजलम खुजलई ‘‘हलो।’’ मोबाइल उठाते ही मैंने कहा। ‘‘नमस्कार डाॅक्टर साहब।’’ उधर से आवाज आई। ‘‘नमस्कार, माफ कीजिएगा आपका नम्बर मेरे मोबाइल में सेव नहीं होने से... Hindi · छपास रोगी · व्यंग्य · साहित्यिक प्रदूषण · साहित्यिक विडंबना 154 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 30 Jul 2023 · 1 min read आज का महाभारत 2 आज का महाभारत एक वृद्ध महोदय जोर-जोर से इस युग को सबसे बुरा युग बताते अपने जमाने की ढोल बजाए जा रहे थे। रामायण और महाभारत के पात्रों का आदर्श... Hindi · कविता · महाभारत · व्यंग्य 121 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 30 Jul 2023 · 1 min read आज का महाभारत 1 आज का महाभारत एक वृद्ध महोदय जोर-जोर से इस युग को सबसे बुरा युग बताते अपने जमाने की ढोल बजाए जा रहे थे। महाभारत के पात्रों का आदर्श बखानते आज... Hindi · कविता · मनोरंजन · व्यंग्य 105 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 30 Jul 2023 · 3 min read सीनाजोरी (व्यंग्य) व्यंग्य सीनाजोरी "रामलाल, यू आर अंडर अरेस्ट। देखो, पुलिस ने तुम्हारे घर को चारों तरफ से घेर लिया है। तुम भागने की कोशिश मत करना, वरना मैं गोली मार दूँगा।"... Hindi · नाम परिवर्तन · पुलिस और मुजरिम · व्यंग्य 115 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 25 Jul 2023 · 1 min read फारवर्डेड लव मैसेज फारवर्डेड लव मैसेज रमा :- दीदी, आप तो रमेश से बहुत प्यार करती थीं और चाहती थीं कि वह भी आपसे प्यार करे। जब उसने आपको आई लव यू का... Hindi · व्यंग्य 245 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 21 Jun 2023 · 1 min read कोतवाली कोतवाली एक राहगीर ने दूसरे राहगीर से, जो कि प्रथम दृष्टया गांव का रहने वाला लग रहा था, से पूछा :- "कोतवाली कहाँ पर है भाई जी ?'' कुछ सोचकर... Hindi · व्यंग्य 330 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 21 Jun 2023 · 2 min read नहले पे दहला लघु व्यंग्य नहले पे दहला "हलो... स्वीट हार्ट।" अंजली को अकेली देख मनचला महेश छेड़ने के लिहाज से सीटी मारते हुए कहा। "आँ... क्या हम परिचित हैं ?" अंजली बिना... Hindi · व्यंग्य 151 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 21 Jun 2023 · 1 min read खूबसूरत पड़ोसन का कंफ्यूजन खूबसूरत पड़ोसन का कंफ्यूजन बच्चों का मन एकदम साफ और निष्कपट होता है। उनके मन में छल, कपट, राग, द्वेष का कोई स्थान नहीं होता। बच्चों की यही निष्छलता कभी-कभी... Hindi · व्यंग्य 133 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 21 Jun 2023 · 1 min read सवाल जवाब सवाल का जवाब राज्य शासन के निर्देश पर कई बार छात्र छात्राओं को भी सर्वेक्षण का कार्य सौंप दिया जाता है। ऐसे ही किसी विद्यालय के छात्र सर्वेक्षण के कार्य... Hindi · व्यंग्य 141 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 21 Jun 2023 · 2 min read नाम परिवर्तन नाम परिवर्तन "देखिए देवी जी, मैं आपका पति नहीं हूँ न ही आप मेरी पत्नी हैं। बेवजह क्यों मेरे पीछे पड़ी हैं।" "देखो, आज मैं मजाक के मूड में बिलकुल... Hindi · व्यंग्य 368 Share Anjana banda 11 Jun 2023 · 1 min read देखो है ना मेरा वाला अलग तुम कहती हो ना कि मेरा वाला ऐसा नहीं है वह सबसे अलग है शायद तुम सच कहती हो तुम्हारा वाला सच में अलग है तुम्हे सहेजने को नया फ्रिज... Poetry Writing Challenge · तंदूर कांड · व्यंग्य · श्रद्धा आफताब · साक्षी साहिल 87 Share surenderpal vaidya 30 Apr 2023 · 1 min read चपर-कनाती मुक्तक- १ ~~ समय नष्ट करतें हैं सबका, करते बेमतलब की बातें। इनके लिए बराबर सारे, गर्मी सर्दी और बरसातें। देख लीजिए इस धरती पर, जगह-जगह हैं चपर-कनाती। इनसे बचकर... Hindi · कविता · मुक्तक · व्यंग्य · शब्द-युग्म 158 Share *प्रणय प्रभात* 19 Apr 2023 · 4 min read #मुबारकां_जी_मुबारकां #मुबारकां_जी_मुबारकां ■ बन ही गए आख़िर विश्व-विजेता ◆ चीन को पछाड़ा, झंडा गाढ़ा ◆ 142 करोड़ पार हुए इंडियंस 【प्रणय प्रभात】 आख़िरकार आज मिल ही गई वो ख़ुश-ख़बरी, जिसके लिए... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 1 233 Share *प्रणय प्रभात* 11 Apr 2023 · 1 min read #काव्य_कटाक्ष #काव्य_कटाक्ष ■ सीधी न समझने वालों के लिए उल्टी बात... 【प्रणय प्रभात】 ◆ षड्यंत्रों की फ़सल उगाओ, घूम-घूम कर आग लगाओ। चिर संकट के तुम संवाहक, जितनी चाहो गदर मचाओ।... Hindi · कविता · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 228 Share *प्रणय प्रभात* 9 Feb 2023 · 3 min read ■ सामयिक / रिटर्न_गिफ़्ट #रिटर्न_गिफ़्ट ■ लिए जाओ और दिए जाओ दानवीरों! ★ राज आपका, साम्राज्य आपका 【प्रणय प्रभात】 मैंने बरसों पहले एक ग़ज़ल में एक शेर कुछ यूं कहा था- "दीन पे क्यूं... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · व्यंग्य · हिंदुस्तान 1 155 Share *प्रणय प्रभात* 8 Feb 2023 · 5 min read ■ व्यंग्य आलेख- काहे का प्रोटोकॉल...? ■ प्रोटोकॉल से परे मख़ौल है जहां की परिपाटी ★ बर्चस्व की जंग, कार्यक्रमों का कूंडॉ 【प्रणय प्रभात】 आपने प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाने वाले आयोजन कई बार देखे होंगे। बावजूद... Hindi · अजब गजब · डायरी · प्रोटोकॉल · व्यंग्य 1 205 Share *प्रणय प्रभात* 5 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात / हालात के साथ ■ बेबस दिल की भड़ास... 【प्रणय प्रभात】 "भंवरे जाएं भाड़ में, बने घूमते बॉस। तेल लगाएं तितलियां, माली का क्या लॉस?" आज का यह दोहा संस्कृति और मौजूदा स्वरूप के... Hindi · चिंता और चिंतन · भड़ास · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 206 Share *प्रणय प्रभात* 5 Feb 2023 · 3 min read ■ व्यंग्य / आया वेलेंटाइन डे ■ गुलाब से जुलाव तक : पागलपन का पखवाड़ा ★ चोरी-चोरी चुपके-चुपके हुई तैयारियां ★ बेताब : इधर "बाज़ीगत" उधर "सिमरनें" 【प्रणय प्रभात】 तरुण प्रौढ़ों और अधेड़ युवाओं सहित नौसिखियों... Hindi · अपसंस्कृति · वेलेंटाइन डे · व्यंग्य · सम सामयिक 1 2 205 Share *प्रणय प्रभात* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ व्यंग्य / मूर्धन्य बनाम मूढ़धन्य...? ■ शर्म जिनको कभी नहीं आती! ★ पता न ज़ेर का न जबर का 【प्रणय प्रभात】 आपने अक़्सर ऐसे तमाम नाम पढ़े होंगे, जिनके नीचे बड़े-बड़े विशेषण लिखे होते हैं।... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदी साहित्य परंपरा 1 364 Share *प्रणय प्रभात* 27 Jan 2023 · 3 min read ■ व्यंग्य / बाक़ी सब बकवास...!! ■ ये कैसा गणतंत्र........? ★ निरीह "जन" की छाती पर समूचा "तंत्र" 【प्रणय प्रभात】 बहुत बड़े मैदान के बीच छोटे से सुसज्जित व सुरक्षित पांडाल में नर्म गुदगुदे व कवर... Hindi · गणतंत्र दिवस · राजनीति · लोकतंत्र · व्यंग्य · व्हीआआईपी कल्चर 1 445 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Jan 2023 · 1 min read अनशन उस दिन शहर के चौराहे पर लोगों की नारे लगाती अनशन पर बैठी भीड़ को देखा, उस भीड़ में शामिल एक शख्स से मैंने पूछा, अनशन का मुद्दा क्या है... Hindi · कविता · व्यंग्य 1 248 Share *प्रणय प्रभात* 22 Jan 2023 · 2 min read ■ पूरे है आसार... ■ मच सकता है हाहाकार... ★ लोकशाही के नाम पर जारी तैयारी 【प्रणय प्रभात】 क्या आपको "लोकतंत्र" में लाठी, गाली, दमन, शोषण, हठधर्मिता, मनमानी, तानाशाही, लूटमार, षडयंत्र,चालबाज़ी, दबंगई, ढीठता, निरंकुशता,... Hindi · आलेख · राजनीति · लोकतंत्र · व्यंग्य 1 327 Share *प्रणय प्रभात* 22 Jan 2023 · 3 min read ■ कीजिएगा विचार...!! ■ "तंत्र" आख़िर किसका...? ★ "जन" का या फिर "गण" का...? 【प्रणय प्रभात】 "जनतंत्र" यानि "जनता पर जनता के लिए जनता द्वारा किया जाने वाला शासन।" यही परिभाषा बचपन से... Hindi · राजनीति · लोकतंत्र · विचार · व्यंग्य 1 202 Share *प्रणय प्रभात* 20 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा... ■ बाय वन गेट मोर 【और बनो मुफ़्तखोर】 "चिर-परिचित अंदाज़ में, बोले दीनानाथ। काली रातें मुफ़्त लो, अच्छे दिन के साथ।।" 【प्रणय प्रभात】 Hindi · कटाक्ष · दोहा · राजनीति · व्यंग्य 2 245 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Jan 2023 · 1 min read कुर्सी के दावेदार प्रधानमंत्री की कुर्सी के दावेदार बहुत हैं , एक तो पदयात्रा पर देश को जोड़ने निकले हैं, दूसरे तो गठबंधन की सरकार बनाने निकले हैं, लालसा कुर्सी की सभी को... Hindi · कविता · व्यंग्य 2 1 278 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 19 Dec 2022 · 3 min read चमचागिरी - एक कला चमचागिरी एक कला है l इसमे पारंगत होने के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती l यह आपके द्वारा किए गए सामान्य प्रयासों से आरंभ होकर धीरे - धीरे... Hindi · व्यंग्य · हास्य-व्यंग्य 1 1k Share Shekhar Chandra Mitra 8 Dec 2022 · 1 min read झूठलर ऊ बटलर का चेला है! ओकरा पाछे रेला है!! जीतते जात है लगातार! सब ईवीएम का खेला है!! #revolution #BanEVM #अदालत #Opposition #election #विपक्ष #राजनीति #चुनावआयोग #politics #झूठलर #मदारी #जोकर... Hindi · कटाक्ष · कविता · व्यंग्य 1 267 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Nov 2022 · 1 min read स्वामी विवेकानंद से पंडिता रमाबाई का डिबेट अपने ही भाइयों को अछूत और अपनी ही बहनों को नरक का द्वार कह कर सदियों तक उनका उत्पीड़न, शोषण और अपमान करने वाले लोग आख़िर किस मुंह से दुनिया... Hindi · कटाक्ष · व्यंग्य 328 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 27 Jun 2022 · 1 min read मांँ की लालटेन बड़ी पुरानी मांँ की लालटेन, उनकी याद दिलाती है, अब भी टंँगी यथास्थान, तब की बात बताती है, नित्य शाम की थी दिनचर्या, तेल डाल, बाती साफ कर, उसी स्थान... Hindi · व्यंग्य 9 12 1k Share Ram Krishan Rastogi 25 Jun 2022 · 1 min read महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन बिछड़ रहे है सभी साथी धीरे धीरे। बढ़ रहा शनि का प्रकोप धीरे धीरे।। बदलेगी स्थिति महाराष्ट्र की धीरे धीरे। सत्ता छोड़नी पड़ेगी,पर जरा धीरे धीरे।। परिवर्तन आ रहा है,पर... Hindi · कविता · व्यंग्य 6 10 362 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 29 Sep 2019 · 2 min read मक्खन बाजी हास्य व्यंग्य मक्खनबाजी "कहाँ जाने की तैयारी है ?" पतिदेव को तैयार होते देख श्रीमती जी ने पूछा। "आफिस और कहाँ जानेमन, मियां की दौड़ मस्जिद तक की ही होती... Hindi · कहानी · नोंक-झोंक · व्यंग्य · हास्य 721 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 25 Oct 2018 · 2 min read मेनका की ‘मी टू’ मेनका की ‘मी टू’ ----------------- “राजेश जी आप चांदनी चौक तरफ ही रहते हैं न ?” ऑफिस से निकलते ही डायरेक्टर साहब की स्टेनो मेनका ने पूछा. “जी हाँ, वहीं... Hindi · मी टू · लघुकथा · व्यंग्य · शोषण 338 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 25 Oct 2018 · 2 min read उर्वशी की ‘मी टू’ उर्वशी की ‘मी टू’ ---------------- “राजेश जी आप चांदनी चौक तरफ ही रहते हैं न ?” ऑफिस से निकलते ही डायरेक्टर साहब की स्टेनो उर्वशी जी ने पूछा. “जी हाँ,... Hindi · ब्लैकमेलिंग · मी टू · लघुकथा · व्यंग्य 297 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 25 Oct 2018 · 2 min read रम्भा की ‘मी टू’ रम्भा की ‘मी टू’ ----------------- "हेलो, मुख्यमंत्री साहेब नमस्कार ! मैं रम्भा बोल रहा हूँ, खतरा जनपद पंचायत अध्यक्ष. पहचाना साहेब." "हाँ-हाँ रम्भा जी, हम आपको कैसे भूल सकते हैं... Hindi · ब्लैकमेलिंग · मी टू · लघुकथा · व्यंग्य 1 417 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 25 Oct 2018 · 6 min read मोबाइल महात्म्य (व्यंग्य कहानी) मोबाइल महात्म्य “अजी सुनते हैं।” कहती हुईं हमारी श्रीमती जी मोबाइल हाथ में पकड़े मेरे सामने आकर खड़ी हो गईं। “अजी सुनाइए तो...” हमने भी मोबाइल से नज़रें हटा कर... Hindi · कहानी · मोबाइल · लत · व्यंग्य 551 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 25 Oct 2018 · 4 min read खुशियों का बीमा (व्यंग्य कहानी) खुशियों का बीमा भारतीय सभ्यता और संस्कृति की बात ही निराली है। यहाँ मानव जीवन का ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जिसमेँ धर्म और अध्यात्म की घुसपैठ न हो।... Hindi · कहानी · त्रिया चरित्र · बीमा · व्यंग्य · साम दाम दण्ड भेद 1k Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 25 Oct 2018 · 16 min read पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर (व्यंग्य कहानी) पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर वैसे जानने वाले तो मानते ही हैं लेकिन अब यह बात तो आपको भी मान ही लेनी चाहिए कि मैं बचपन से... Hindi · कहानी · ठगी · मार्केटिंग · व्यंग्य · व्यवसाय 1 610 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 25 Oct 2018 · 3 min read पड़ोसन की ‘मी टू’ (व्यंग्य कहानी) व्यंग्य कहानी ------------ -: पड़ोसन की ‘मी टू’ :- आजकल ‘मी टू’ का कहर किसी सुनामी से कम नहीं, जिसने हमारे जैसे किसी भी बेहद ही शरीफ और संवेदनशील मर्द... Hindi · कहानी · ब्लैकमेलिंग · मी टू · व्यंग्य 342 Share