Posts Tag: विडंबना 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय प्रभात* 28 Nov 2025 · 1 min read #प्रसंगवश #प्रसंगवश ■ आज प्रसाद जी होते तो..! 【प्रणय प्रभात】 हिंदी साहित्य की कालजयी कृति "कामायनी" के प्रणेता और छायावाद के महान कवि श्रद्धेय श्री "जयशंकर प्रसाद" जी ने कभी नारी... Hindi · कटाक्ष · प्रसंगवश · विडंबना · सम सामयिक 1 30 Share *प्रणय प्रभात* 21 Nov 2025 · 6 min read #सामयिक #सामयिक *क्यों ना उठाएं सवाल...?* *आखिर कब जागेगा तंत्र हमारा..?* *(प्रणय प्रभात)* देश की राजधानी दिल्ली में गौरव के प्रतीक लाल किले पर विस्फोट के बाद मीडिया चैनल रोज़ नए... Hindi · आलेख · प्रणय के आलेख · विडंबना · शर्मनाक · सम सामयिक 1 48 Share *प्रणय प्रभात* 17 Nov 2025 · 3 min read #चिंतनीय #चिंतनीय ■ ऐसे होगा तो कैसे होगा न्याय.....? 【प्रणय प्रभात】 कहा जाता था कि जब अन्याय से पीड़ित हों तो न्याय की शरण में जाएं। उस न्याय की, जो एक... Hindi · आलेख · प्रणय के आलेख · विडंबना · शर्मनाक · सम सामयिक 1 41 Share *प्रणय प्रभात* 16 Nov 2025 · 4 min read #सामयिक- #सामयिक- ■ शब्द प्रयोग और बेपरवाह ई-मीडिया ◆ अब तय हों भूमिका की हदें 【प्रणय प्रभात】 ट्रक भीड़ में घुस गई। कार पुल पर पलट गया। क़ानून अपना काम कर... Hindi · प्रसंगवश · विडंबना · शर्मनाक · सम सामयिक 1 31 Share Dr. Rajeev Jain 14 Oct 2025 · 1 min read समझाना नहीं आता नहीं रुठा था तुमसे गम ज़दा जरूर था तुम्हारी ऒर न देखा ये मेरा कसूर था मुसीबतों से घिर गया था शांत हो गया लड़ा अकेले ही नहीं कहा ज़रूर... Hindi · कविता · भूल · विडंबना · समझ · सहयोग 78 Share *प्रणय प्रभात* 12 Sep 2025 · 6 min read #विशेष_आलेख #विशेष_आलेख ◆ साहित्य का अर्थ मात्र "तुकबंदी" आखिर कब तक...? ◆ विमर्श और विविध विधाएं गौण क्यों? ◆ संरक्षण व सहयोग का घोर अकाल 【प्रणय प्रभात】 एक समय तक साहित्य... Hindi · आलेख · प्रणय के आलेख · प्रसंगवश · विडंबना · सम सामयिक 1 86 Share Lovi Mishra 31 May 2024 · 1 min read बेटी हूं या भूल जिस दिन मेरा जन्म हुआ तुम, फूट फूट क्यों रोई माँ क्या सपनों की माला टूटी, जो तुमने पिरोई माँ जब मैं तेरी कोख में थी , तू कितना प्यार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · महिला दिवस · विडंबना · सामाजिक कुरीति · स्त्री विमर्श 1 262 Share *प्रणय प्रभात* 1 Dec 2023 · 5 min read #आलेख- #सामयिक_आलेख- ■ "एक्जिट पोल" माने "तीर में तुक्का" ★ केवल मज़ा लें, भरोसा न करें आंकड़ों के झूठे खेल पर ★ गर्भवती से प्रसूता बन ईव्हीएम सामने लाएंगी सच 【प्रणय... Hindi · आलेख · प्रसंगवश · विडंबना · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 393 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 4 Aug 2023 · 2 min read सहयोग आधारित संकलन सहयोग आधारित संकलन साहित्य सेवा का नाम देकर सहयोग आधारित संकलन निकालने के नाम पर हो रही उगाही से दुखी दो वरिष्ठ साहित्यकार गंभीर चर्चा कर रहे थे. पहला :-... Hindi · लघुकथा · विडंबना · व्यवसाय · सहयोग · साहित्यिक प्रदूषण 381 Share *प्रणय प्रभात* 19 Jun 2023 · 1 min read ■ सारा खेल कमाई का... ■ सारा खेल कमाई का... विवादों को उपजाना, चर्चाओं में आना और करोड़ों की कमाई के लिए मुफ्त में प्रचार पाना मायालोक वालों के लिए खेल बन चुका है। जिसका... Hindi · विडंबना · शर्मनाक 1 440 Share Page 1 Next