Posts Tag: विडंबना 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Lovi Mishra 31 May 2024 · 1 min read बेटी हूं या भूल जिस दिन मेरा जन्म हुआ तुम, फूट फूट क्यों रोई माँ क्या सपनों की माला टूटी, जो तुमने पिरोई माँ जब मैं तेरी कोख में थी , तू कितना प्यार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · महिला दिवस · विडंबना · सामाजिक कुरीति · स्त्री विमर्श 1 88 Share *प्रणय* 1 Dec 2023 · 5 min read #आलेख- #सामयिक_आलेख- ■ "एक्जिट पोल" माने "तीर में तुक्का" ★ केवल मज़ा लें, भरोसा न करें आंकड़ों के झूठे खेल पर ★ गर्भवती से प्रसूता बन ईव्हीएम सामने लाएंगी सच 【प्रणय... Hindi · आलेख · प्रसंगवश · विडंबना · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 249 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 4 Aug 2023 · 2 min read सहयोग आधारित संकलन सहयोग आधारित संकलन साहित्य सेवा का नाम देकर सहयोग आधारित संकलन निकालने के नाम पर हो रही उगाही से दुखी दो वरिष्ठ साहित्यकार गंभीर चर्चा कर रहे थे. पहला :-... Hindi · लघुकथा · विडंबना · व्यवसाय · सहयोग · साहित्यिक प्रदूषण 236 Share *प्रणय* 19 Jun 2023 · 1 min read ■ सारा खेल कमाई का... ■ सारा खेल कमाई का... विवादों को उपजाना, चर्चाओं में आना और करोड़ों की कमाई के लिए मुफ्त में प्रचार पाना मायालोक वालों के लिए खेल बन चुका है। जिसका... Hindi · विडंबना · शर्मनाक 1 346 Share *प्रणय* 28 May 2023 · 3 min read ■ आप भी बनें सजग, उठाएं आवाज़ #आज से करें मुखर विरोध ■ आप भी बनें सजग, उठाएं आवाज़ ★ सेहत और बज़ट को चपत के ख़िलाफ़ 【प्रणय प्रभात】 आप सब कभी न कभी एक रेल-यात्री के... Hindi · आलेख · जनहित · मानवीय सरोकार · लूट की छूट · विडंबना 1 201 Share *प्रणय* 24 May 2023 · 1 min read विशुद्ध व्याकरणीय ■ खुमार बकवास का सबब■ 'विशुद्ध व्याकरणीय हिंदी साहित्य में शीर्ष पर वो लोग हैं, जो मुक्ति और युक्ति को मुक्ती और युक्ती किख कर तुक भिड़ा रहे हैं। भाड़... Hindi · Quote Writer · दुर्भाग्य · विडंबना 1 274 Share *प्रणय* 11 May 2023 · 1 min read 😢 अच्छे दिन....? 😢 #अच्छे_दिन....! ■ ऐसे ही होते हैं शायद...? 【प्रणय प्रभात】 ■ ताबूत उठाते सैनिक। ■ सवाल उठाते विपक्षी। ■ पुष्पचक्र चढ़ाते अफ़सर। ■ शस्त्र उलटती टुकड़ी। ■ मातमी धुन बजाते... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · विडंबना · सम सामयिक · हिंदुस्तान 2 198 Share *प्रणय* 2 May 2023 · 4 min read ■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग #विडंबना. ■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग ★ दूर थी, दूर है, दूर ही रहेगी दिल्ली 【प्रण प्रभात】 "हम हैं मज़दूर हमें कौन सहारा देगा? हम तो... Hindi · आलेख · विडंबना · श्रमिक दिवस विशेष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 243 Share *प्रणय* 1 May 2023 · 3 min read अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज...... ■ अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज... ★ दिवस विशेष पर सहालगी व चुनावी माहौल हावी ★ श्रमिकों को बनी रहेगी दो जून की रोटी की तलाश 【प्रणय प्रभात】 "मैं मज़दूर मुझे... Hindi · आलेख · विडंबना · श्रमिक दिवस विशेष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 549 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 29 Sep 2019 · 1 min read बोझ बोझ "''''''''' "कितनी मशक्कत के बाद पूरे एक लाख रुपए नगद देकर तुम्हारे लिए दिव्यांग सर्टिफिकेट का जुगाड़ किया था और तुम साक्षात्कार के लिए जाकर भी शामिल हुए बिना... Hindi · दिव्यांगता · प्रेरक · फर्जीवाड़ा · लघुकथा · विडंबना 540 Share