Posts Tag: रुदन 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Shaily 5 Feb 2024 · 2 min read बिछोह विचलित, हतप्रभ, वो कभी इधर जाती कभी उधर ना उसे ध्यान था वस्त्रों का न आसपास के लोगों पर नज़र बदहवास उसके पास पहुँच जाती उसे बोलने को आँखें खोलने... Poetry Writing Challenge-2 · उन्माद · कविता · मृत्यु · रुदन · शिकायत 1 144 Share