Posts Tag: मत्तगयंद सवैया 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संजीव शुक्ल 'सचिन' 25 Oct 2020 · 1 min read मत्तगयंत सवैया (हास्य रस) रस का नाम :- हास्य रस विधा:- मत्तगयंद सवैया मापनी:- 211 211 211 211 211 211 211 22 -------------------------------------------------------------------------- रचना ( ०१ ) बासन माज रहे सजना सजनी चलचित्र न... Hindi · मत्तगयंद सवैया 1 2k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read मत्तगयंद सवैया ( राखी ) रक्षाबंधन की अनंतानंत हार्दिक शुभकामनाएँ, सभी बहनों को मेरा प्रणाम पहुंचे। ______________________________________________ आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइयों से हार्दिक बधाई ______________________________________________ रेशम... Hindi · घनाक्षरी · मत्तगयंद सवैया 3 795 Share लक्ष्मी सिंह 16 Mar 2021 · 1 min read मत्तगयन्द सवैया विधा- मत्तगयन्द सवैया छंद (वर्णिक) शिल्प विधान- 7 भगण+गुरु गुरु मापनी- 211 211 211 211 211 211 211 22 उक्त छंद में एक गुरु के स्थान पर दो लघु की... Hindi · मत्तगयंद सवैया · मुक्तक · वंदना · स्तुति 2 5 674 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 25 Oct 2020 · 1 min read किरीट सवैया (शान्त रस) रस का नाम :- शान्त रस विधा:- किरीट सवैया = भगण X 8 यानि, भगण भगण भगण भगण भगण भगण भगण भगण अर्थात 24 वर्ण का एक पद --------------------------------------------------------------------------- रचना... Hindi · मत्तगयंद सवैया 1 2 335 Share लक्ष्मी सिंह 29 Aug 2019 · 1 min read हे नव प्रात मत्तगयंद सवैया छंद -------------------------------------- मापनी-211/ 211/211/211, 211/211/211/22 हे नव प्रात! सदा नव जीवन, लेकर नित्य धरा पर आना। सूरज की किरणें बिखरा कर, अंतस के तम को हर जाना। हो... Hindi · गीतिका · मत्तगयंद सवैया · विहान/भोर 1 1 353 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 15 Aug 2022 · 1 min read हास्य - व्यंग्य बेलन से भयभीत करो वनिता वनिता प्रभु जाप सदा ही। जाप करे उर क्षोभ घटे तन का मिटता सब ताप सदा ही। भोग - विलास से दूर रहें मन से... Hindi · मत्तगयंद सवैया 5 293 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2022 · 1 min read मत्तगयंद सवैया छंद बृद्ध हुआ मन आज अभी, पर यौवन का मधुमास न भूला। मौज करे निज धर्म सु-संग कुमार्ग तजें पल खास न भूला। काल परिस्थिति होत विरूद्ध सुपंथ चला मन आस... Hindi · मत्तगयंद सवैया 2 2 278 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 24 Sep 2022 · 1 min read क्षोभ आज सनातन क्षोभ लिए उर सोच रहा प्रभु आन पधारो। ले अवतार कृपालु दयानिधि वक्ष अधिष्ठित रावण मारो। शूर्पणखा सम भाव भरे मन से जन को प्रभु आप उबारो। पुण्य... Hindi · मत्तगयंद सवैया 1 191 Share जगदीश शर्मा सहज 28 Dec 2023 · 1 min read मत्तगयंद सवैया लालच ने किसको न ठगा किसको न कभी मद-मोह लुभाया। सुंदरता किसको न छली किसको न यहाँ पर काम सताया।। यौवन-बाण लगा न किसे किसको न भयानक क्रोध जलाया। शोक... Hindi · मत्तगयंद सवैया 121 Share