Posts Tag: बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 283 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next राकेश श्रीवास्तव 13 Jan 2017 · 1 min read आधी-आबादी की व्यथा आधी-आबादी की व्यथा अश्कों में डूबी कलम, लिख रही मेरी दास्ताँ। मुझको था बस एक भ्रम, मेरे स्वाभिमान को, तुमसे है वास्ता।। मेरा भ्रम, उसी पल टूटा, जब गूंजी मेरी... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 451 Share संगीता शुक्ला 13 Jan 2017 · 1 min read बेटी शक्ति का संचार है बेटी भक्ति का द्वार है बेटी मुक्ति का मार्ग है बेटी सृजन संसार है बेटी मन का भाव है बेटी रामायण का पाठ है बेटी गीता... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 861 Share PAWAN JAIPURI 13 Jan 2017 · 1 min read ● एक बेटी की चाहत ● आई हूँ इस दुनिया में कुदरत की चाहत से, फिर मुझको भी तो जी लेने दो ना पापा । मेरे कोमल अंगो में खून आपका दौड़ रहा फिर यूँ कतरा-कतरा... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share आशीष बहल 13 Jan 2017 · 2 min read बेटीयाँ क्या सच में होती हैं घर का श्रृंगार बेटियां, फिर समाज में क्यों दिखती आज भी लाचार हैं बेटियां माना कि पापा की लाडली ,माँ की दुलारी हैं बेटियां, पर... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 666 Share Lata Agrawal 12 Jan 2017 · 1 min read कटता जंगल कविता ( बेटियों पर ) रचना स्वरचित एवं मौलिक है कटता जंगल जानती हूँ माँ तुम तक पहुंच चुकी है खबर मेरे आने की मगर माँ , मत कर चिंता... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 1 480 Share shyam sundar 12 Jan 2017 · 1 min read बेटी तुझे बचाऊँगा मैं दृढ़ निश्चय कर लिया है, भेदभावी दीवार गिरा के, दुनिया तुझे दिखाऊँगा मैं, हाँ बेटी तुझे बचाऊँगा मैं । कलम की धार से , काट...झड़े रूढ़ियों की, जुल्मी से लड़... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share विजय कुमार नामदेव 12 Jan 2017 · 1 min read बेटी है तो घर, घर है गर घर में बेटी है बेटी है तो खेल हैं,खिलौने हैं मीठी-सी बोली है ढेर सारे सपने हैं हँसी है, ठिठोली है बेटी है तो गुड्डे हैं,... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 8k Share Kokila Agarwal 12 Jan 2017 · 1 min read काश मुझे भी बिटिया होती रचनाकार- Kokila Agarwal विधा- कविता काश मुझे भी बिटिया होती उसकी आंखो में खुद को जीती महकी मेरी बगिया होती मन की बाते मैं उससे करती छन से टूटा ख्वाब... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 1 664 Share Pramila Pandey 12 Jan 2017 · 1 min read मै बेटी हूॅ बेटी पर एक रचना निवेदित--- ------------------------------ मै बेटी हूॅ*--- -----*-*-*------ तुम्हे रिझाने को भूल बैठी अपना अस्तित्व दर्द के कोहरे से बचाना ही तो था हमारा ममत्व । मै बेटी... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 866 Share satyam kumar yadav 12 Jan 2017 · 1 min read तुम्हारी सोच का जवाब नहीं तुम्हारी सोच का जवाब नहीं बेटा होने पर रात्रि भोज बेटी होने पर खबर नहीं तुम्हारी सोच का जवाब नहीं । बेटा होने पर डंका बाजे आतिशबाजी की कमी नहीं,... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 738 Share Rita Singh 12 Jan 2017 · 1 min read बेटी की महिमा सूखा पीड़ित देख नगरी को बेटी ने अवतार लिया , धरती से उत्पन्न होकर उसने जनता का उद्धार किया । अन्न जल बरसा जनकपुरी में पिता जनक को मान दिया... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share डा0 रजनी रंजन 12 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ अर्धनारीश्वर के सृजन में बेटियाँ सहभागी औ सहगामी जीवनपथ में बेटियाँ । धरती और आकाश तक या फिर पाताल तक हैं गूढ अर्थ में बेटियाँ हैं नूर देश में बेटियाँ... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 888 Share रजनी मलिक 12 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ "नींव है परिवार,आँगन,जोड़ती है बेटियां, पर कही अपने ही हक़ को जूझती है बेटियां। शोर सन्नाटे का,पत्थर पर उभरते नक्श सी, पंख लेकर आसमां को,चीरती है बेटियां। अंश,वारिस की लड़ाई... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2k Share Neeloo Neelpari 12 Jan 2017 · 2 min read बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ बधाई हो बधाई, बेटी घर पर आई बधाई हो बधाई, बेटी घर पर आई बेटा था घर का सूरज, रोशनी अब आई घर आँगन चौबारे ज्ञान की ज्योत जलाई बधाई... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 3 3 1k Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 12 Jan 2017 · 1 min read *बेटियाँ* आसमां छू रही आज हैं बेटियाँ ! इक महकता हुआ राज़ है बेटियाँ !! देश के मान को जग में ऊँचा किया ! कम किसी से कहाँ आज हैं बेटियाँ... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 769 Share Rajani Mundhra 12 Jan 2017 · 1 min read बेटियां कहाँ नहीं है बेटियाँ कहाँ नहीं थी बेटियाँ कहाँ ना होंगी बेटियाँ हरकाल ,सदी, वर्ष,पल-पल में अपना परचम बेटियों ने लहराया है इसलिए ईश्वर ने बेटियों को सृष्टि का आधार... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share Ramesh chandra Sharma 12 Jan 2017 · 1 min read बेटी -: बेटी :- मेरे आंगन में आकर जब भी चिड़िया चहचहाती है, मैं रो लेता हूँ मन में, मुझको बेटी याद आती है। कभी इस शाख पर डेरा कभी उस... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 652 Share लक्की सिंह चौहान 12 Jan 2017 · 1 min read बेटियां पिता के जीवन का स्वाभिमान होती है, बेटियां, सब घर वालो की जान होती है, बेटियां। परमात्मा के आशिष के रूप मे, लक्ष्मी का अवतार होती है, बेटियां॥ चिड़ियाँ की... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 890 Share Om Prakash Pandey 12 Jan 2017 · 1 min read लड़कियाँ दूसरी दुनिया का चक्कर काट आयीं लड़कियां, समुन्दर की गहराइयों को पार पायीं लड़कियां। दुश्मनों की जरूरत है इन्हें अब भी क्या, गर्भ में अपने ही माँ के मार खायीं... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1 622 Share Anuj Tiwari 12 Jan 2017 · 1 min read गीत :-- मेरी बेटी है तू ॥ गीत :-- मेरी बेटी है तू ॥ मेरी बेटी है तू , धन की पेटी है तू । अपनें मम्मी की गोदी में लेटी है तू । मेरी बेटी है... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share श्यामू सिंह 12 Jan 2017 · 1 min read बेटी भी तू जननी भी तू बेटी भी तू जननी हुई तू , ममता का समंदर तू। तु ही दुर्गा तू ही काली, खुशियों का बवंडर तू। तुझसे ही है सारी दुनिया, इस बगिया की माली... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 497 Share आनन्द विश्वास 12 Jan 2017 · 1 min read *बेटी-युग* नानी वाली कथा-कहानी, अब के जग में हुई पुरानी। बेटी-युग के नए दौर की,आओ लिख लें नई कहानी। बेटी-युग में बेटा-बेटी, सभी पढ़ेंगे, सभी बढ़ेंगे। फौलादी ले नेक इरादे, खुद... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2k Share Prabhanshu kumar 11 Jan 2017 · 1 min read बेटी ♡♤ बेटी ♤♡ माँ के हाथों का साथ है बेटी, नई मुस्कान की सौगात है बेटी, बेटी का प्रेम आँखों में बसता, परिवार के आँखों की मूरत है बेटी। पिता... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 977 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ #बेटियाँ / दिनेश एल० "जैहिंद" ( १ ) बसी है इनमें मानव जन्म की कुंडलियाँ | छुपी हैं आदि से अंत तक की कहानियाँ | होती हैं हमारी बेटियाँ हमारे... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 887 Share अलका जैन 11 Jan 2017 · 1 min read ज्यों गगन में चान्द चमके...बेटी चमके आंगना में ज्यों गगन में चान्द चमके बेटी चमके आंगना में बेटिया साडी का आंचल बेटिया आंखों का काजल बेटिया चूडी की खन-खन बेटिया मां का है दर्पण बेटिया पूजा की थाली... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 2 522 Share DrDinesh Bhatt 11 Jan 2017 · 1 min read रिश्ते बेटी बिना अधूरे गीतिका ^^^^^^^^^ आधार छन्द-द्विगुण चौपाई (16,16 मात्रा,अंत में 21/गाल वर्जित,आदि में द्विकल+त्रिकल+त्रिकल वर्जित,मापनी मुक्त) ****************************** कचरे के डिब्बे में छोड़ी, किसने ये नवजात कली है भूख प्यास से तड़प-तड़प कर,जो... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 359 Share विनोद कुमार दवे 11 Jan 2017 · 1 min read बेटी की विदाई • बेटी की विदाई बेटी जब-जब सपना देखे बाबुल का घर अपना देखे घर में जब भी अंधियारा था बेटी ने किया उजियारा था उस घर को ही छोड़ चली... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share Smriti Aditya 11 Jan 2017 · 1 min read जन्म लेती रहें बेटियां... मुझे अच्छी लगती है दूसरे या तीसरे नंबर की वे बेटियां जो बेटों के इंतजार में जन्म लेती है.... और जाने कितने बेटों को पीछे कर आगे बढ़ जाती है,... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 411 Share प्रतीक्षा साहू 11 Jan 2017 · 1 min read एक बेटी की अपनी माँ से अपेक्षा मेरी एक अपेक्षा मेरी माँ से कि माँ क्यूँ तू मुझे अपना बेटा नहीं समझती, क्योंकि देखा है तेरी आँखों में मैंने एक बड़े बेटे की कमी को, पढ़ा है... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 1 2k Share ABHISHEK SHARMA 11 Jan 2017 · 1 min read बिटिया बिटिया को खूब पढ़ाया है जीवन को जीना सिखाया है उसे कैसे नम आँखे दिखाऊँ यह सोच के दिल घबराया है नटखट सी है वो मेरी गुड़िया फिर से रूठा... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 916 Share Dr ShivAditya Sharma 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियां ना मुक्तक छंद बेटियां होती है वो कोहिनूर जो अपनी होकर भी गैरों के घर रहती है जिम्मेदारी निभाती हैं निस्वार्थ अविरल धारा जैसे गंगा की बहती है मां बेटी बहन पत्नी कितने... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share बबीता अग्रवाल #कँवल 11 Jan 2017 · 1 min read माँ अब बंदिश हट जाने दो माँ अब बंदिश हट जाने दो बेटी को जग में आने दो गर्भ मे माँ क्युं मार रही हो मुझको दुनिया में आने दो गुलशन में गुल की माफ़िक़ माँ... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियों की हाय (कविता) बेटिओंकी हाय (कविता) सितम से हार कर जब, लब हो जाते हैं खामोशें। अपने हक केलिए लड़ते हुए' जब ख़त्म हो जाये जोश । जब टूट जाती है शैतानो की... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 2 1k Share पृथ्वीराज चौहान 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियां घर स्वर्ग हो जाता है जब घर में आती है बेटियां कण कण सुवासित होता जब घर में वास कर जाती है बेटियां रौनक आती खुशहाली आती जब घर में... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2k Share Lovi Mishra 11 Jan 2017 · 1 min read बेटी हूँ या भूल जिस दिन मेरा जन्म हुआ तुम, फूट फूट क्यों रोई माँ क्या सपनों की माला टूटी, जो तुमने पिरोई माँ जब मैं तेरी कोख में थी , तू कितना प्यार... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 5 4 1k Share जगदीश लववंशी 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियां मंदिर मस्जिद टेका माथा, कर मिन्नतें सबको साधा, तब….. एक छोटी सी नन्ही कली, मेरे घर आँगन में खिली, लाई संग खुशियां हजार, जीवन में आयी नई बहार, वो हैं... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share arti lohani 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ हरमन को मनभावन लगती हैं बेटियाँ, माँ पिता के दिल में बसती हैं बेटियाँ. रंज हो खुशी हो या हो बिजलियाँ, दर्द भी ये हँस कर सहती हैं बेटियाँ. लिबासों,विचारों... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 832 Share MAHESH CHOUHAN 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ मां की ममता है बेटियाँ । पिता की दुर्बलता है बेटियाँ । पति का पूर्णता है बेटियाँ । परिवार की रौनकता है बेटियाँ । समाज की एकता हैं बेटियाँ ।... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share विजय कुमार अग्रवाल 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ खुशियाँ नहीँ मनाई जाती , क्यों बेटी जब जन्म है लेती । हर घर को खुशियोंकाखजाना ,जबकि अधिकतर बेटी देती ॥ ज्यों ज्यों बेटी बढ़ती जाती ,माँ की जिम्मेदारी लेती... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 5 1k Share manan singh 11 Jan 2017 · 1 min read चोटियों को मापती हैं बेटियाँ अब गगन 2122 2122 212 चोटियों को मापती हैं बेटियाँ अब गगन बन बोलती हैं बेटियाँ।1 हो रहे रोशन अभी घर देख तो रूढ़ियों को तोड़तीं है बेटियाँ।2 अब नहीं काँटे चुभेंगे... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1 568 Share hanuman meena 11 Jan 2017 · 1 min read बेटा बेटी में भेदभाव ना कीजिये बेटे को तुम लाड लड़ाते बेटी को क्यों दुत्कार रहे। बेटे ने क्या गुल खिलाया बेटी को क्यूँ नकार रहे।। बेटे को पब्लिक स्कूल बजे बेटी को शिक्षा देते नहीं।... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share Bhupendra Rawat 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियां देखो जन्म लिया जब मैंने सबसे में अंजान थी। लड़के की चाह में जन्मी इस जग मे मैं बढ़ी मुश्किल से, दुनिया तब बढ़ी हैरान और परेशान थी। लुप्त हो... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share Pushpendra Rathore 10 Jan 2017 · 1 min read बिटिया रानी एक अनलिखी अनपढ़ी कहानी हूं, मैं जूही, चंपा व रातरानी हूं, हंसता बचपन और गुड्डे गुङिया, मैं तो बाबा की बिटिया रानी हूं, बङी हुई तो रंगत गोरी निखरी, पर... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 954 Share रितु राज (ritu singh) 10 Jan 2017 · 1 min read माँ..मैं तेरी आत्मजा माँ..मेरी आवाज तो सुनो क्षण भर रुको..तुमसे दो बाते तो कर लूँ इकबार तो सुन लो माँ "मै हूँ तुम्हारी आत्मजा" माँ दिल में तो दर्द बड़ी है और छिपे... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share आनंद बिहारी 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियां हैं तो आँगन है... बेटियां हैं तो ये आँगन है, बेटियां हैं तो घर है बेटियां जग में ना हों, तो कौन नहीं बेघर है।1। मेरी बेटी, तेरी बेटी, सबकी बेटियां इक जैसी बेटियों... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1 818 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ नव प्रभात की लालिमा हैं बेटियां, मां-बाप के लिए वरदान हैं बेटियां। सूनी अंगनाई की बहार हैं बेटियां, कलरव करती मीठा गान हैं बेटियां। पराई नहीं, स्वाभिमान हैं बेटियां, बेटे... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 895 Share हेमा तिवारी भट्ट 10 Jan 2017 · 1 min read जागो कहाँ गुम हो बेटी बहुधा लिखी गयी 'बेटी' लेकिन अवर्णित है 'बेटी' फिर से कलम की नोक पे है काँटों की नोक पे जो बेटी नभ छूकर आयी है 'बेटी' पर्वत चढ़ आयी है'बेटी'... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 744 Share अरविन्द अवस्थी 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ बेटी बचाइये!बेटी बचाइये!! बेटी से सृष्टि चलती नव सभ्यता पनपती दो-दो कुलों में बनकर दीपक की लौ चमकती बेटी पराया धन है मन से निकालिए। बेटी बचाइए! बेटी से घर... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 977 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ छू लूँगी गगन एकदिन न मारो कोख पावन में। फूल-सी खिलने दो मुझको इस दुनिया के चमन में।। देख रिश्तों की लाज की सूरत मैं बसाऊँगी आँखों में। कल्पना की... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share योगेश गुप्ता 10 Jan 2017 · 1 min read बिटिया घर आँगन की शान है बिटिया,माँ की जैसे जान है बिटिया बिटिया घर की रौनक होती, चेहरे की मुस्कान है बिटिया ख़ुशी ख़ुशी हर गम को सहती, हर खुशियों में... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 5k Share Previous Page 5 Next