Posts Tag: चौपाई 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Kavita Chouhan 23 Oct 2022 · 1 min read ऐसी दीपावली मनाएँ..…. ऐसी दीपावली मनाएँ अंधकार फिर दूर हो जाए ईर्ष्या, द्वेष,निराशा से परे प्रेम,उल्लास से ये मन भरे तमस,अत्याचारों व दुखों से दूर प्रखर दीप्ति शुभारम्भ हो दीपक मन के भीतर... Hindi · Hindi Poetry · कविता · चौपाई 1 2 233 Share लक्ष्मी सिंह 16 Sep 2022 · 1 min read बच्चे थिरक रहे हैं आँगन। छम छम छम छम बरसे सावन। बच्चे थिरक रहे हैं आँगन। पाँव पटक कर छप छप करते। अपनी अँजुरी में जल भरते। झूम-झूम मृदु मुस्कानों सें- मंत्र मुग्ध हो मन... Hindi · गीत · चौपाई · बचपन · बाल कविता · सावन 5 3 338 Share लक्ष्मी सिंह 25 Jul 2022 · 1 min read देखो-देखो आया सावन। देखो-देखो आया सावन। हरियाली की चादर ओढे़, कितना लगता है मनभावन। पात-पात सब निखर रहे हैं, पुष्प खिला है उपवन-उपवन। नव पल्लव, नव कोपल फूटें, हर्षित है धरती का कानन।... Hindi · कविता · चौपाई · सावन 2 1 334 Share लक्ष्मी सिंह 27 Jan 2021 · 1 min read एक तिरंगा मुझको ला दो एक तिरंगा मुझको ला दो, मैं भी इसको फहराऊँगा नील गगन से ऊँचा जाकर, पूरे जग में लहराऊँगा देश हमारा सबसे प्यारा, इस दुनिया को बतलाऊँगा विश्व शांति का दूत... Hindi · कविता · चौपाई · बाल कविता 1 529 Share लक्ष्मी सिंह 18 Jan 2021 · 1 min read मैं छोटी नन्हीं सी गुड़िया । गीतिका-आधार छंद चौपाई मैं छोटी नन्हीं सी गुड़िया । सब कहते जादू की पुड़िया। तुतला कर करती हूँ बातें, हिन्दी लगती है तब उड़िया। छोटे-छोटे बाल घनेरे, छोटी-छोटी मेरी चुटिया।... Hindi · कविता · चौपाई · बाल कविता 2 651 Share लक्ष्मी सिंह 4 Jan 2021 · 1 min read सुन लो बच्चों चौपाई छंद सुन लो बच्चों ध्यान लगाकर, पीलो अमिय ज्ञान का गागर । जल्दी उठना जल्दी सोना , केवल सपनों में मत खोना। नित्य नियम से जीवन जीना, रसना आदर्शों... Hindi · कविता · चौपाई · बाल कविता 1 1 353 Share लक्ष्मी सिंह 14 Dec 2019 · 1 min read वीर बालिका नन्हीं-मुन्हीं वीर बालिका, भय नाशक अरु देश सेविका । शीश उठाकर सीना ताने। ये दीवाने हैं मस्ताने। खाकी वर्दी टोपी डाले। कांधे पर बंदूक सँभाले। श्रम बिन्दु का लगा के... Hindi · कविता · गीत · चौपाई · बाल कविता · बेटी/बेटियां 1 997 Share लक्ष्मी सिंह 8 Aug 2019 · 1 min read गाँधी जी के बंदर गाँधी जी के तीनों बंदर। सबक सिखाते हैं अति सुंदर। प्रथम सिखाता मुख मत खोलो। जब भी बोलो मिश्री घोलो। मौन साध कर करो तपस्या, सभी समस्या ऐसे टालो। मधुर... Hindi · गीत · चौपाई · बाल कविता 282 Share Previous Page 2