Posts Tag: ग़ज़ल 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 1 Aug 2024 · 1 min read मुलाकातें वो राज़ की बातें भी ज़रा सी थी, तेरी मेरी मुलाकातें भी ज़रा सी थी!! चांद भी अब क्या कहे तकल्लुफ में, इन लफ़्ज़ों में सियासत भी ज़रा सी थी!!... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुलाकात · शेर 122 Share Sunil Gupta 31 Jul 2024 · 1 min read *बस याद ही रह जाएगी* क्या पता आंखों से कब बह जाएगी। याद हैं, बस याद ही रह जाएगी।। क्यूँ गुमाँ करता हैं इन महलों पे तू। हैं इमारत रेत की ढह जाएगी।। रुख हवा... Hindi · ग़ज़ल 1 1 77 Share Dr fauzia Naseem shad 31 Jul 2024 · 1 min read जी भी लिया करो कुछ मुस्कुरा के ज़िन्दगी जी भी लिया करो। रोने से पहले अश्कों को पी भी लिया करो। बाहम अगर तनाज़ा है तो कर दो दर-गुज़र, गुस्से में फ़ैसला न कोई... Hindi · ग़ज़ल 3 134 Share Sunil Gupta 31 Jul 2024 · 1 min read रिश्ता निभाता है कोई इस तरह रिश्ता निभाता है कोई। साथ मेरे मुस्कुराता है कोई।। भूल जाए गर ज़माना ग़म नही। बिछड़ा हुआ पर याद आता है कोई।। मत लुटा ऐसे कमाई और की।... Hindi · ग़ज़ल 1 1 106 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 28 Jul 2024 · 1 min read नफ़रतों का दौर कैसा चल गया नफ़रतों का दौर कैसा चल गया। आदमी इक आदमी से जल गया।। 2122, 2122, 212 आदमीयत भूल कर ये आदमी। आदमी को हर समय पे छल गया।। खा रहा है... Hindi · ग़ज़ल 74 Share Dr.Pratibha Prakash 28 Jul 2024 · 1 min read दोस्ती दोस्तों पर भरोसा छोड़ दिया हमने दुश्मनों से भी नाता तोड दिया हमने परेशान था मैं रोज बदले चेहरों से आईने से रिश्ता जोड़ दिया हमने आज बरसा था सावन... Hindi · ग़ज़ल 1 79 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jul 2024 · 1 min read *जिन पे फूल समझकर मर जाया करते हैं* (*ग़ज़ल*) जिन पे फूल समझकर मर जाया करते हैं l हम इक दिन चोट उन्हीं से खाया करते हैंl वो अपनी हस्ती खुद ही मिटाया करते हैंl जो अपना ही इतिहास... Hindi · Gajal · ग़ज़ल 68 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 26 Jul 2024 · 1 min read "फ़ुरक़त" ग़ज़ल जाने क्यूँ लोग, मिरे दिल को यूँ दुखाते हैं, बिन किसी बात के ही, साथ छोड़ जाते हैं। रस्मे-उल्फ़त का कहाँ इल्म, हुस्न वालों को, हमीं है इक, मगर जो,... Hindi · ग़ज़ल 5 7 114 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 24 Jul 2024 · 1 min read दुनिया बड़ी, बेदर्द है, यह लिख गई, कलम।। डूबे सभी मगन नशे देखो सुनो करम। दूजों में देखते कमी व्योहार सम विषम।।1 221, 2121, 1221, 212 कुछ लोग कह रहे अरे बेकार ही गये। कुछ भी न ठीक-ठाक... Hindi · ग़ज़ल 1 59 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 23 Jul 2024 · 1 min read "यादें" ग़ज़ल दिल मेँ यादों का मालो-ज़र रखिये, कुछ तो पीने को ये ज़हर रखिये। फिर से वादा है उसका मिलने का, आज फिर क्यूँ न दीदे-तर रखिये। तीरगी, रास आ गई... Hindi · ग़ज़ल 3 3 100 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 23 Jul 2024 · 2 min read आँखें (गजल) *कभी आँखों में घर करते, कभी आंखें बिछाते हैं।* *कभी आँखों जगह देकर, कभी खुद को छुपाते हैं।।1* (आँखों में घर करना : आँखों में बसना, आँखों में समाना आँखें... Hindi · ग़ज़ल 1 67 Share Rajender Kumar Miraaj 22 Jul 2024 · 1 min read उसे दुःख होगा उसे दुःख होगा ज़ेहन से उदासियों के लिबास उतार दूँ मगर उसे बड़ा दुःख होगा खुश देखकर मुझे मेरी अना को फिर उसने ज़िंदा कर दिया वो दे रहा था... Hindi · MIRAAJ · ग़ज़ल · मिराज 63 Share Rajender Kumar Miraaj 22 Jul 2024 · 1 min read उसे दुःख होगा उसे दुःख होगा ज़ेहन से उदासियों के लिबास उतार दूँ मगर उसे बड़ा दुःख होगा खुश देखकर मुझे मेरी अना को फिर उसने ज़िंदा कर दिया वो दे रहा था... Hindi · Ghazal · MIRAAJ · ग़ज़ल 61 Share Santosh kumar Miri 22 Jul 2024 · 1 min read बेवफा सनम *गजल* *बेवफा सनम* तेरी लबों की लाली ने बताया एक दिल है जो दूसरे दिल को सताया तरस आता है तुझ पर भरोसा नहीं है मुझ पर टूटती इमारत की... Hindi · ग़ज़ल 82 Share Santosh kumar Miri 22 Jul 2024 · 1 min read गजल गजल हम तेरे नजरों से कभी घायल हुए ओ मेरे सितम है दुनिया से कहते फिर रहे हम मिले भी तो क्या मिले 2 वही दूरियां वही फासले हुए हो... Hindi · ग़ज़ल 60 Share Kalamkash 21 Jul 2024 · 1 min read फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा, फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा, सो, सारे तअल्लुक भुला दीजे जानाँ Hindi · Hindi Urdu · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख · शेर 1 84 Share Hindi Dictionary 20 Jul 2024 · 1 min read Hindi Dictionary - डिक्शनरी इंग्लिश टू हिंदी - हिंदी डिक्शनरी | Hindwi Dictionary हिंदी डिक्शनरी - Hindi to English dictionary | Hindwi Dictionary रेख़्ता फ़ाउंडेशन के उपक्रम 'हिन्दवी डिक्शनरी' में हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अवधी, कुमाउँनी,... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल 78 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read नज़र उतार देना मेरी उलझी हुई लटों को हाथों से संवार देना। ना नज़र लगे जमाने की, नज़र उतार देना।। कभी खत्म ना हो जीवन में इतना प्यार देना। ना नज़र लगे जमाने... Hindi · ग़ज़ल 79 Share Harinarayan Tanha 16 Jul 2024 · 1 min read अपनी नजरों से आज़ाद कर मुझे अपनी नजरों से आज़ाद कर मुझे अब ना और बर्बाद कर मुझे तू मशहूर है दुनिया बनाने के लिए तो फिर अब आबाद कर मुझे मैं ताराज हूं तेरे ख्यालों... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 69 Share Pratibha Pandey 14 Jul 2024 · 1 min read आप ही बदल गए #दिनांक:-14/7/2024 #विधा:- ग़ज़ल #शीर्षक:-आप ही बदल गए। हम अपने जंजालो में और फंसते चले गए, उन्हे लगा यारों, हम बदल गए । करके नजदीकी, ये दूर तलक भरम गए, कुण्ठा... Hindi · ग़ज़ल 79 Share Nitesh Chauhan 13 Jul 2024 · 1 min read वक़्त की ऐहिमियत वक़्त वक़्त पर ही वक़्त बीत जाने के बाद वक़्त की ऐहिमियत समझ आती हैं| Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता · शेर 2 135 Share Dr fauzia Naseem shad 10 Jul 2024 · 1 min read मिल नहीं सकते ज़ख़्म नफ़रत के सिल नहीं सकते। गुल मुहब्बत के खिल नहीं सकते। दूसरों से तो आप मिलते हैं, क्या कभी हम से मिल नहीं सकते। मेरे ख़्वाबों में ही चले... Hindi · ग़ज़ल 2 109 Share Ranjeet kumar patre 10 Jul 2024 · 1 min read दिल की बात मुझे कागज़ क़लम दे दो ज़रा हालात लिखने दो मेरे दिल में छुपे है वो सब जज़्बात लिखने दो ll Hindi · ग़ज़ल 1 95 Share Sandeep Thakur 9 Jul 2024 · 1 min read बिन तिरे इक कमी रही बरसों - संदीप ठाकुर बिन तिरे इक कमी रही बरसों दुनिया वीरान सी रही बरसों चाँद बस एक पल रुका लेकिन मेरे घर चाँदनी रही बरसों अश्क छलके नहीं कभी लेकिन आँख में कुछ... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 218 Share अमित 8 Jul 2024 · 1 min read आंखो मे छुपे सपने आंखो मे छुपे सपने कुछ कुछ धूमिल से होने लगे है दिल में दबी ख़्वाहिशे थोड़े थोड़े उदास से होने से लगे है पर हौसला है, हम उठेगे फिर से... Hindi · कविता · ग़ज़ल 3 1 96 Share Dr.Pratibha Prakash 6 Jul 2024 · 1 min read कुछ लोग बातों में माहिर और बड़े शातिर होते हैं कुछ लोग खूबसूरत मगर कातिल होते हैं कुछ लोग करीब आते ही गले मिल के मुसकुराते हैं पीठ-पीछे तो खंजर चलाते हैं... Hindi · ग़ज़ल 1 85 Share Anurag Mehta Suroor 1 Jul 2024 · 1 min read ग़ज़ल डर रहा था मैं जिनको खोने से कितने ख़ुश हैं वो मेरे रोने से बोझ सांसों का रोज़ ढोने से कौन ज़िन्दा है जिस्म होने से जिस्म को धो लें... Hindi · ग़ज़ल · शेर 1 1 77 Share Kumar Kalhans 30 Jun 2024 · 1 min read बन गई हो एक नगमा। बन गईं हो एक नगमा गुनगुनाता है कोई। अपनी ख़ामोशी में भी तुझको बुलाता है कोई। तुम जहां पर पांव रखती हो वहाँ की धूल को। अपने हाथों से उठा... Hindi · ग़ज़ल 111 Share Kumar Kalhans 30 Jun 2024 · 1 min read वक्त के संग हो बदलाव जरूरी तो नहीं। वक्त के संग हो बदलाव जरूरी तो नहीं। वक्त भर देगा हर एक घाव जरूरी तो नहीं। तमाम उम्र तपिश में ही गुजर सकती है। बुझेगा वक्त का अलाव जरूरी... Hindi · ग़ज़ल 69 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 30 Jun 2024 · 1 min read बचा लो जरा -गजल लुटी हुई तकदीरों को बचा लो जरा , इन हाथों की लकीरों को बचा लो ज़रा। मैं गुजर रहा हूँ मुद्दत से इस कशमकश में, में खो न जाऊ भीड़... Hindi · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 69 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 28 Jun 2024 · 1 min read सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें। सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें। यूं तो हैं ज़माने में हसीं और भी मंज़र। है नक्स जहनों दिल में पर दिलबर तेरी आंखें।... Hindi · ग़ज़ल 92 Share Kalamkash 27 Jun 2024 · 1 min read तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ, तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ, बहतर है की हाल को बेहाल छोड़ा जाए, जो गर उसूल-परस्ती बढ़ जाए सब हदों से, बहतर होगा की सब उसूलों को... Hindi · Shayar · Urdu Poetry · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 122 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 26 Jun 2024 · 1 min read दिल की रहगुजर **ग़ज़ल** इस दिल की रहगुजर से , गुजर नहीं जाता, गुजरता है हर गली मगर ,इधर नहीं जाता । सजाये हैं हमने भी चमन ए गुलिश्ता , ख्वाबों के चमन... Hindi · ग़ज़ल 2 99 Share Sarv Manglam Information technology 22 Jun 2024 · 1 min read KAMAAL HAI YE HUSN KI TAKAT गजब है, ये हुस्न, ये मुस्कान , क्या क्या काम करवा देता है .......... वैसे कहाँ से सीखा ये हुनर, मासूम चेहरा हंसती हुई रहती हो, काम करवाने के लिए... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 60 Share डी. के. निवातिया 21 Jun 2024 · 1 min read आँखों में मुहब्बत दिखाई देती है दिन दिनांक : शुक्रवार, २१ जून-२०२४ विद्या : ग़ज़ल बह्र : बहरे मुतकारिब मुसमन सालिम अरकान :फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन मात्रा भार : 122 122 122 122 उन्वान : आँखों... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 120 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 21 Jun 2024 · 1 min read यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई, यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई, बस इस दिल में रहना चाहता है कोई, काजल यूं जचता है इन सलोने नैनो में, आंखों को खूबसूरत कहना चाहता है... Hindi · ग़ज़ल · मुक्तक 51 Share Tariq Azeem Tanha 20 Jun 2024 · 1 min read मुहब्बत नहीं है आज शराफ़त से कह रहा हूँ शराफ़त नहीं है आज, पहली सी दो दिलों में मुहब्बत नहीं है आज। बाक़ी तो है दैर ओ हरम वही तो सज़दा है, मोमिन की... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 108 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 20 Jun 2024 · 1 min read गजल ए महक हम इश्क के नशे में इस कदर महक रहे हैं, दो पंछी एक डाल पर जैसे चहक रहे हैं। तेरे आने की खबर से दिल का आलम महका , तेरे... Hindi · कविता · ग़ज़ल 102 Share Kalamkash 19 Jun 2024 · 1 min read है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, मुहब्बत है शुरू होती यहीं से। तबीयत आज कुछ अच्छी नहीं है, है शायद हाल ये तेरी कमी से। है हर इक शक्स... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · लेख · शेर 2 73 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 19 Jun 2024 · 1 min read यार नहीं -गजल **ग़ज़ल** कभी गुलजार रहे , चमन में बहार नहीं, खैरियत पूछने वाला, शहर में यार नहीं। यु तो शानो शौकत की सजी हुई महफिलें , कोई दिल से मिले ,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 94 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Jun 2024 · 1 min read नई ज़िंदगी दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है, यूं दिल में छुपा कर इक जमाना रक्खा है, हर-सम्त सुकून ढूंढने में निकाल दी नई ज़िंदगी, क्या आसमां क्या जमीं बस ठिकाना रक्खा... Hindi · कोटेशन · ग़ज़ल · शेर 50 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 17 Jun 2024 · 1 min read दिल के फ़साने -ग़ज़ल अब वो दिल का फ़साना नहीं रहा, इश्क़ करने का जमाना नहीं रहा। वो मोहब्बत की दीवानगी का आलम , दिल में अब किसी का ठिकाना नहीं रहा। जो कभी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 89 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 16 Jun 2024 · 1 min read "सादगी" ग़ज़ल भरम भी आशिक़ी का दिल मेँ, पालते रहना, क्या क़यामत था, उफ़, छुप-छुप निहारते रहना। कभी तो बात करो मुझसे दोस्तों की तरह , भले ही बाद मेँ, नुख़्सेँ निकालते... Hindi · ग़ज़ल 5 5 126 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 16 Jun 2024 · 1 min read **ग़ज़ल: पापा के नाम** ज़िन्दगी में खुशियों की लड़ी , हैं पापा अनमोल उपहारों की झड़ी , हैं पापा धरती सा धीरज, आसमां सी महक, जमीनी हकीकत की कड़ी , हैं पापा जब भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 116 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 15 Jun 2024 · 1 min read नहीं मैं -गजल ग़ज़ल: गीत कोई नया गाता नहीं मैं। शेर कोई नया सुनाता नहीं मैं ! होंठों पे खामोशी की जमी हुई पर्त, बिना मतलब के हटाता नहीं में | दिल धड़कता... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 116 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 14 Jun 2024 · 1 min read *तेरी याद* मैं तुम्हें दिन में हज़ार बार नहीं बस एक बार याद करता हूं फिर सारा दिन बस याद करता जाता हूं जानते है चांद तारे और वृक्ष सारे बस जाने... Hindi · Hindi Kavita · Poetry · कविता · ग़ज़ल · गीत 4 2 255 Share Dr. Rajeev Jain 14 Jun 2024 · 1 min read बीती बिसरी लफ़्ज़ क्या कहेंगे जो अंदाज़ कहता है किस अदा पे दीवाना हुआ, कहां याद रहता है, क्या लेना देना झूठ से और सच भी क्या, शरारत में कहा हर झूठ,... Hindi · Sagari · कविता · ग़ज़ल · राजीव · शेर 2 87 Share Sandeep Thakur 14 Jun 2024 · 1 min read इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें अनकहे और अनसुने लम्हें आओ मिलकर जियें दुबारा से सर्द रातों के गुनगुने लम्हें संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 247 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 14 Jun 2024 · 1 min read " कैसा हूँ " " कैसा हूँ " जनाब पूछना ही है तो , आकर पूछो कैसा हूँ, हाल अपने दिल का भी , सुनाकर पूछो कैसा हूँ। जज्बात बिखरे पड़े हैं बेखबर से... Hindi · कविता · ग़ज़ल 118 Share shabina. Naaz 14 Jun 2024 · 1 min read कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है जिंदगी तू भी क्या कमाल है कमाल है......!!! तारीफ़ तेरी क्या करूँ सब तेरा ही हुस्नऔजमाल है जिंदगी तू भी क्या कमाल... Hindi · Book3 · ग़ज़ल 127 Share Previous Page 5 Next