Posts Tag: ग़ज़ल 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read सीख गुलाब के फूल की कांटे होते गुलाब में, तोड़ते है फिर भी उसे। छोड़े खुशबू हाथ में, तोड़कर जो उसे फेंक दे।। तू अपने जीवन पथ में, क्यों डरता है बाधाओं से । मूल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गुलाब और काॅंटे 10 35 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल झुक गयी तलवार जब खुद हौसले हुक्काम की। फिर निहत्थे हाथ से उम्मीद क्या अंजाम की।। सोच की रंजिश हकीकी शौकिया जज़्बात से, शौक में लुटती रही ख़लकत यहाँ इलहाम... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 19 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read चांद सितारों सी मेरी दुल्हन चांद-सितारों सी मेरी दुल्हन कैसे कह दूं चांद तू बहुत खुबसूरत है सुना था लोगों से आईना सच बोलता है देखा जब मैने मेरी दुल्हन को आईने में तो लगा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 10 40 Share Phool gufran 12 May 2024 · 1 min read मां वो लफ़्ज़ ढूंढ़ने से भी मिलता नहीं अखबारों में। मां की ममता अब भी बिकती नहीं बाज़ारों में। ज़माने भर में तलाश उसकी करो तुम मेरे हमदम। मां के जैसा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 39 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read भटक ना जाना मेरे दोस्त भटक ना जाना मेरे दोस्त तुम इन जिंदगी की राहों में राहों में मिलेंगे यहां तुम्हे कई कांटे कई फूल भी जमाना खराब बहुत है लोग लाजवाब बहुत है राहों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 10 64 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read मां का महत्त्व मुंह से निकली बच्चे के पहली पुकार है “मां” आदि और अंत संसार का होती है “मां” आगे जिसके पूरी दुनिया छोटी लगती वो है “मां” आगे जिसके रिश्ते सारे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 10 62 Share Ghanshyam Poddar 11 May 2024 · 1 min read हुस्न छलक जाता है ........ हुस्न छलक जाता है, जब तुम अंगराई लेती हो, मदहोश हो जाता हूं, जब तुम अंगराई लेती हो। हुस्न झलक जाता है, जब तुम नहाकर आती हो, मन -मुग्ध हो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 30 Share Neelam Sharma 11 May 2024 · 1 min read बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## चुप्पियाँ (इयाँ) रदीफ़ ## बिना रदीफ़ 2122 2122 2122 212 गिरह रोज़ हम तो हैं सुलाते देके ग़म को थपकियाँ। बेबसी की सिसकियों में गूँजती सी चुप्पियाँ । १) देखकर ख़ामोश लहरें और सागर चुप्पियाँ। आज... Hindi · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 1 70 Share Mangilal 713 11 May 2024 · 1 min read मां की महत्ता मुंह से निकली बच्चे के पहली पुकार है “मां” आदि और अंत संसार का होती है “मां” आगे जिसके पूरी दुनिया छोटी लगती वो है “मां” आगे जिसके रिश्ते सारे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल · बाल कविता 10 57 Share Mangilal 713 11 May 2024 · 1 min read भटक ना जाना मेरे दोस्त भटक ना जाना मेरे दोस्त तुम इन जिंदगी की राहों में राहों में मिलेंगे यहां तुम्हे कई कांटे कई फूल भी जमाना खराब बहुत है लोग लाजवाब बहुत है राहों... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · मुक्तक 10 47 Share Neelam Sharma 11 May 2024 · 1 min read बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है गिरह चाहत की बानगी से अपना बना रहा है। १) देखो वो जा रहा है। झगड़ा मिटा रहा है। २) वादा किया जो उसने पूरा निभा रहा है। ३) हाथों... Hindi · ग़ज़ल · बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊल 2 53 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read औरत औकात अदा अंदाज़ जन्नत कि जीनत फूल सी नाज़ुक पांव जमीं पे अपसाना।। जमाने का डोलता ईमान तेरे इशारे का खुदा मेहरबान करम अंजाम तेरा जलवा इशारा खुदाई शान दिल जज्बा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 44 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read है शामिल नामुमकिन भूला पाना , ज़िंदगी में इस क़दर है शामिल ।। ज्ज्बा क़िरदार लम्हा लम्हा संजीदा ज़िंदगी का एकरार हैं शामिल।। ख़ामोश ज़िंदगी में ज़ुल्म सितम का एहसास काश कशिश... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 37 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read दिल चेहरा आईना आईना चेहरे कि हकीकत दिल की सच्चाई इज़हार अाईना।। लाख छुपाओ चेहरे का राज बता देता दिल चेहरे को जज्बात दिखा देता आईना।। दिल आईना शीशे से भी ज्यादा नाज़ुक... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 37 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read इश्क जाबए इश्क जिंदगी इश्क यकीन जिंदगी ने जाना। हुस्न इश्क आग का दरिया डूबते जाना।। इश्क में जीना मरना मीट जाना इश्क हद से गुजरता जुनून जज्बा इश्क आँसू मुस्कान... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 40 Share Neelam Sharma 11 May 2024 · 1 min read वज़्न - 2122 1212 22/112 अर्कान - फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन/फ़इलुन बह्र - बहर-ए-ख़फ़ीफ़ मख़बून महज़ूफ मक़तूअ काफ़िया: आ स्वर की बंदिश रदीफ़ - न हुआ गिरह जान का रोग है बला है इश्क़ मैं न अच्छा हुआ बुरा न हुआ। १)इश्क़ के मर्ज़ में जो जुदा न हुआ। क्या कहूँ तुमसे मैं कि क्या न... Hindi · ग़ज़ल · वज़्न - 2122 1212 22/112 1 29 Share भरत कुमार सोलंकी 11 May 2024 · 1 min read प्रेम का वक़ात 3.5.37 वक्त के दरियों में कुदने की मेरी औकात नही रक्त के दरिया में नहाने की मेरी सोगात लगी निश्छल भाव से किसी गैर के मन में समाया था। रक्त... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 38 Share भरत कुमार सोलंकी 11 May 2024 · 1 min read आक्रोश तेरे प्रेम का अटल इरादा रख मून म पटल पर देख क्यों खामोश बनी? इसी विचार पर रख मन को नकल कर सका फिर क्यों आक्रोश था ? लिखी अपनी कलम से तेरे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 31 Share भरत कुमार सोलंकी 11 May 2024 · 1 min read आक्रोश प्रेम का अटल इरादा रख मून म पटल पर देख क्यों खामोश बनी? इसी विचार पर रख मन को नकल कर सका फिर क्यों आक्रोश था ? लिखी अपनी कलम से तेरे... Hindi · ग़ज़ल 28 Share Aisha Mohan 10 May 2024 · 1 min read हमारे ख्याब हम बदीया नहीं तकते हम तो ख्याब देखते हैं और जिनके हम ख्याब देखते हैं वो शक् हम पर जान फेकते हैं❤ Hindi · *प्रेम नगरिया* · ग़ज़ल 1 57 Share sudhir kumar 10 May 2024 · 1 min read *मुझे गाँव की मिट्टी,याद आ रही है* ___________________________ मुझे गाँव की मिट्टी , याद आ रही है। मेरे जिस्म की मिट्टी , छटपटा रही है। मुझको याद आ रहे हैं,बचपन के दिन, मेरे साथियों की मंडली ,... Hindi · ग़ज़ल 1 39 Share sudhir kumar 10 May 2024 · 1 min read *भला कैसा ये दौर है* भला कैसा ये दौर है, ये कैसा ज़माना है। ना कोई अपना ही है, ना कोई बेगाना है। भले दिल मिलें या दिल में कोई दरार हो, दस्तूर यही है... Hindi · ग़ज़ल 1 37 Share Phool gufran 10 May 2024 · 1 min read ख्वाब एक रात मुझे ख्वाब में चांद नज़र आया । फिर लोगों ने कहा चांद तेरे आंगन में उतर आया। ये मंज़र देखने बालों की भी आंखें भर आयीं । हर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 30 Share Akash Agam 10 May 2024 · 1 min read चाहतें तुम्हें गाना चाहता हूंँ जैसे गा गए राम को कबीर और कबीर को कुमार गंधर्व तुम्हें देखना चाहता हूंँ जैसे देखा था गैलीलियो ने अनंत अन्तरिक्ष तुम्हें पाना चाहता हूंँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 2 35 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 2 min read वक्त गीत - - - - - - एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का शबब तेरी तारीख का नूर बताने वाला!! एै... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 41 Share भरत कुमार सोलंकी 10 May 2024 · 1 min read Sahityapedia Sahityapedia मेरी ओकात क्या” समय के फेर बदल में मैं सैकण्ड की सुई टिक टिक कर टिक रहा घण्टा में आसानी से प्यादे के संग में बेखौफ होकर बिक रहा... Hindi · ग़ज़ल 65 Share भरत कुमार सोलंकी 10 May 2024 · 1 min read " मेरी ओकात क्या" " मेरी ओकात क्या" समय के फेर बदल में मैं सैकण्ड की सुई टिक टिक कर टिक रहा घण्टा में आसानी से प्यादे के संग में बेखौफ होकर बिक रहा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 31 Share भरत कुमार सोलंकी 10 May 2024 · 1 min read जीवन को नया जीवन को नया खुद को खुद से ज्यादा खुद पर भरोसा है नास्तिक हूँ इसीलिए दिखावट से परे हूँ आडम्बर का रख बहाना चून , चापलुसी की चतुराई को पतवार... Hindi · ग़ज़ल 32 Share भरत कुमार सोलंकी 10 May 2024 · 1 min read जीवन की नैया जीवन की नैया खुद को खुद से ज्यादा खुद पर भरोसा है नास्तिक हूँ इसीलिए दिखावट से परे हूँ आडम्बर का रख बहाना चून , चापलुसी की चतुराई को पतवार... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 34 Share Ghanshyam Poddar 10 May 2024 · 1 min read खुदा ! (ईश्वर) खुदा ! तू है न, तो क्यों हैं, खौफ का मंजर, बंदों से कह दो कि फेंक दे दरिया में अपने खंजर। सन्नाटा है पसरा, कोई कुछ यहां बोलता नहीं,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 29 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 9 May 2024 · 1 min read खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता ख़यालो ख्वाब पर कब्ज़ा मुझे अच्छा नहीं लगता। मुखौटे में छुपा चेहरा मुझे अच्छा नहीं लगता। ❣️ मुहब्बत में कनीज़¹ और बादशाहत का दिली रिश्ता। कभी भी इश्क़ में शजरा²... Hindi · ग़ज़ल 48 Share Akash Agam 8 May 2024 · 1 min read काश ! काश ! न हम यूंँ अलग होते न मैं जाकर मिलता; अंधेरों से, नफ़रतों से! काश ! तुम अब भी होती मेरे साथ समझा रहा होता तुम्हें गणित का कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 2 80 Share VINOD CHAUHAN 8 May 2024 · 1 min read तस्वीर तुम्हारी देखी तो तस्वीर तुम्हारी देखी तो वो गुजरा जमाना याद आया एक अपनी कहानी याद आई एक तेरा फसाना याद आया एक हम थे अकेले रहते थे एक तुम मेरे जीवन में... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 3 52 Share VINOD CHAUHAN 8 May 2024 · 1 min read लिखा है किसी ने यह सच्च ही लिखा है लिखा है किसी ने यह सच ही लिखा है किसी की खुशी कोई कब देखा है यहाँ देते हैं गम मोहब्बत के बदले या इल्ज़ाम देंगे शराफत के बदले दिल... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 2 49 Share VINOD CHAUHAN 8 May 2024 · 1 min read मेरे कफन को रहने दे बेदाग मेरी जिंदगी लगने दे इस दिल में चाहे आग मेरी जिंदगी मेरे कफन को तूँ रहने दे बेदाग मेरी जिंदगी जिंदगी में अब रहा है क्या सुनाने के लिए मौत भी आ... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 2 51 Share Neelam Sharma 8 May 2024 · 1 min read बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आ रदीफ़ ## कुछ और है गिरह इश्क़ से बढ़कर बताओ क्या सज़ा कुछ और है। जिन्दगी में शायरी हो तो मज़ा कुछ और है । १) साथ तेरे गुनगुनाने का मज़ा कुछ और है ।... Hindi · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 1 53 Share VINOD CHAUHAN 8 May 2024 · 1 min read सुनसान कब्रिस्तान को आकर जगाया आपने सुनसान कब्रिस्तान को आकर जगाया आपने मेरी कब्र के सामने पर्दा उठाया आपने कहती हो पर्दा उठ गया दीदार कर लूँ मैं आवाज देकर अब मुझे क्यों बुलाया आपने लो... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 2 51 Share VINOD CHAUHAN 8 May 2024 · 1 min read छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते तूं नहीं जाम हैं अब मेरे वास्ते छोड़ो टूटा भ्रम.......... तुझको खुशियाँ मिले ये दुआ है मेरी रह गए हैं सनम गम मेरे वास्ते... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 2 53 Share VINOD CHAUHAN 8 May 2024 · 1 min read लुट गए अरमान तो गम हमें होगा बहुत लुट गए अरमान तो गम हमें होगा बहुत हो गए बदनाम तो गम हमें होगा बहुत कश्ती हमारे प्यार की लहर उठे तो गम नहीं आ गया तूफान तो गम... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 2 54 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 8 May 2024 · 1 min read कमबख़्त ये इश्क़ भी इक आदत हो गई है कमबख़्त ये इश्क़ भी इक आदत हो गई है, उसके लिए तो पूरी ज़वानी ख़राब हो गई है!! सोचता हूं शबनमी होठों पे चिलमन रखूँ, हिज्र में भी उसकी सुकून-ए-दीदार... Hindi · ग़ज़ल 37 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 8 May 2024 · 1 min read शबनम शबनम उठा के देखो नज़रों की क़ायनात, कह रही है ये चाँदनी बस तुम्हारी ही बात!! हर सांवली सूरत में बसी ख़्वाब और वफ़ाएँ, जैसे ख़ुदा ने पूछी हो यूं... Hindi · ग़ज़ल 31 Share Neelam Sharma 8 May 2024 · 1 min read सब तमाशा है । दिल ये कहता है सब तमाशा है । जिंदगी क्या है बस तमाशा है । आदमी है ख़ुदा की कठपुतली देख दुनिया ग़ज़ब तमाशा है । जा उठा करके देख... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · सब तमाशा है । 1 44 Share VINOD CHAUHAN 7 May 2024 · 1 min read एक बेवफा का प्यार है आज भी दिल में मेरे एक बेवफा का प्यार है आज भी दिल में मेरे जिंदगी की हार है आज भी दिल में मेरे मुझसे पुछोगे अगर तो मैं कहूँगा बस यही खुद से गिले... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 2 62 Share VINOD CHAUHAN 7 May 2024 · 1 min read क्यों बदल जाते हैं लोग संग चलके दो कदम क्यों बदल जाते हैं लोग इस तरह विश्वास को क्यों कुचल जाते हैं लोग इस जहां में लोग अपनों पर करें कैसे यकीन अपने ही तो... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 1 60 Share VINOD CHAUHAN 7 May 2024 · 1 min read गज़ल क्या लिखूँ मैं तराना नहीं है गजल क्या लिखूं मैं तराना नहीं है मेरी जिंदगी का फसाना यही है मुझे चलते-चलते था रोका किसी ने मगर आज तो वो जमाना नहीं है पनाह दी है मैंने... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 1 53 Share VINOD CHAUHAN 7 May 2024 · 1 min read डूबता सुरज हूँ मैं डूबता सुरज हूँ मैं या टूटा हुआ ख्वाब हूँ मैं बंद कमरे में अकेला जलता हुआ चिराग हूँ मैं महफिलों में हंसता रहा सांसों में बसता रहा लबलबाते जाम से... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 2 34 Share VINOD CHAUHAN 7 May 2024 · 1 min read जीना सीखा दर्द दिल में हमने छुपाकर जीना सीखा खुद तो रोया सबको हंसाकर जीना सीखा एक बेहया से थी कभी मोहब्बत हमको हर खुशी उस पर लुटाकर जीना सीखा तोड़ दिया... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 1 53 Share VINOD CHAUHAN 7 May 2024 · 1 min read फूल बेजुबान नहीं होते फूल कभी भी सुनो बेजुबां नहीं होते अरमां दिलों के इनके बयां नहीं होते छुपा लेते हैं ये ओश के रूप में आँसू सबको लगता है कि फूल नहीं रोते... Poetry Writing Challenge-3 · V9द चौहान · ग़ज़ल 2 43 Share Neelam Sharma 7 May 2024 · 1 min read बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आते रदीफ़ ## रहे गिरह आपकी तुहमत हमारे आँसुओं में कैद है, गर्दिशों के दौर में हम हँसते मुस्काते रहे। १) क्यों हमारे इश्क़ को वो रोज़ अजमाते रहे। कौन सा है यह चलन... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 3 46 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read सुना है इश्क़ खेल होता है दिल रौशनी से भरा होता है, और जहान में रात होती है!! सच कहता तब मेरी उन दो, जुगनूओं से मुलाकात होती है!! दीवार-ए-दिल दर्द से भरा होता है, कागज-ए-नम... Hindi · ग़ज़ल 29 Share Previous Page 6 Next