Posts Tag: ग़ज़ल 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 28 Jun 2024 · 1 min read सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें। सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें। यूं तो हैं ज़माने में हसीं और भी मंज़र। है नक्स जहनों दिल में पर दिलबर तेरी आंखें।... Hindi · ग़ज़ल 7 Share Kalamkash 27 Jun 2024 · 1 min read तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ, तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ, बहतर है की हाल को बेहाल छोड़ा जाए, जो गर उसूल-परस्ती बढ़ जाए सब हदों से, बहतर होगा की सब उसूलों को... Hindi · Shayar · Urdu Poetry · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 11 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 26 Jun 2024 · 1 min read दिल की रहगुजर **ग़ज़ल** इस दिल की रहगुजर से , गुजर नहीं जाता, गुजरता है हर गली मगर ,इधर नहीं जाता । सजाये हैं हमने भी चमन ए गुलिश्ता , ख्वाबों के चमन... Hindi · ग़ज़ल 1 14 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 23 Jun 2024 · 1 min read "इक ग़ज़ल इश्क़ के नाम करता हूँ" _इक ग़ज़ल इश्क़ के नाम करता हूँ_ _आज किस्सा ये तमाम करता हूँ_ _नफ़रतो के बाज़ार में जाकर_ _उल्फत को आज नीलाम करता हूँ_ _मेरी गली में चर्चे है मेरे... Hindi · ग़ज़ल 1 59 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 23 Jun 2024 · 1 min read "दिलों को आजमाता है" _हजारों तकलीफें देकर_ _दिलों को आजमाता है_ _वो मेरा है मगर फिर भी_ _बड़ा मुझको सताता है_ _अगर मैं रूठ जाऊं तो_ _वो तोहफों से मनाता है_ _रहता है ख़यालों... Hindi · ग़ज़ल 1 33 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 23 Jun 2024 · 1 min read "जब भी ये दिल हताश होता है" _जब भी ये दिल हताश होता है_ _जाने कौन आसपास होता है_ _दीखता नहीं है इन निगाहों से_ _दिल में उसका वास होता है_ _दिख जाए मुझको इक दफा रूबरू_... Hindi · ग़ज़ल 24 Share Sarv Manglam Information technology 22 Jun 2024 · 1 min read KAMAAL HAI YE HUSN KI TAKAT गजब है, ये हुस्न, ये मुस्कान , क्या क्या काम करवा देता है .......... वैसे कहाँ से सीखा ये हुनर, मासूम चेहरा हंसती हुई रहती हो, काम करवाने के लिए... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 17 Share डी. के. निवातिया 21 Jun 2024 · 1 min read आँखों में मुहब्बत दिखाई देती है दिन दिनांक : शुक्रवार, २१ जून-२०२४ विद्या : ग़ज़ल बह्र : बहरे मुतकारिब मुसमन सालिम अरकान :फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन मात्रा भार : 122 122 122 122 उन्वान : आँखों... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 14 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 21 Jun 2024 · 1 min read यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई, यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई, बस इस दिल में रहना चाहता है कोई, काजल यूं जचता है इन सलोने नैनो में, आंखों को खूबसूरत कहना चाहता है... Hindi · ग़ज़ल · मुक्तक 17 Share Tariq Azeem Tanha 20 Jun 2024 · 1 min read मुहब्बत नहीं है आज शराफ़त से कह रहा हूँ शराफ़त नहीं है आज, पहली सी दो दिलों में मुहब्बत नहीं है आज। बाक़ी तो है दैर ओ हरम वही तो सज़दा है, मोमिन की... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 19 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 20 Jun 2024 · 1 min read गजल ए महक हम इश्क के नशे में इस कदर महक रहे हैं, दो पंछी एक डाल पर जैसे चहक रहे हैं। तेरे आने की खबर से दिल का आलम महका , तेरे... Hindi · कविता · ग़ज़ल 18 Share Kalamkash 19 Jun 2024 · 1 min read है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, मुहब्बत है शुरू होती यहीं से। तबीयत आज कुछ अच्छी नहीं है, है शायद हाल ये तेरी कमी से। है हर इक शक्स... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · लेख · शेर 2 20 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 19 Jun 2024 · 1 min read यार नहीं -गजल **ग़ज़ल** कभी गुलजार रहे , चमन में बहार नहीं, खैरियत पूछने वाला, शहर में यार नहीं। यु तो शानो शौकत की सजी हुई महफिलें , कोई दिल से मिले ,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 27 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 18 Jun 2024 · 1 min read "महफिल में रौनक की कमी सी है" _महफिल में रौनक की कमी सी है_ _आज फिर उनकी कमी सी है_ _वो शामिल हो गए रूह में इस कदर_ _याद में उनकी आँखों में नमी सी है_ _लौट... Hindi · ग़ज़ल 91 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Jun 2024 · 1 min read नई ज़िंदगी दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है, यूं दिल में छुपा कर इक जमाना रक्खा है, हर-सम्त सुकून ढूंढने में निकाल दी नई ज़िंदगी, क्या आसमां क्या जमीं बस ठिकाना रक्खा... Hindi · कोटेशन · ग़ज़ल · शेर 16 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 17 Jun 2024 · 1 min read दिल के फ़साने -ग़ज़ल अब वो दिल का फ़साना नहीं रहा, इश्क़ करने का जमाना नहीं रहा। वो मोहब्बत की दीवानगी का आलम , दिल में अब किसी का ठिकाना नहीं रहा। जो कभी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 17 Jun 2024 · 1 min read "दिल को आजमाना चाहता हूँ" _अपने इश्क़ को बचाना चाहता हूँ_ _यूँ दिल को आजमाना चाहता हूँ_ _भुला के शिकवे गिले सारे_ _प्यार फिर से जताना चाहता हूँ_ _इस कदर इश्क़ है की मिटता नहीं_... Hindi · ग़ज़ल 2 41 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 16 Jun 2024 · 1 min read "सादगी" ग़ज़ल भरम भी आशिक़ी का दिल मेँ, पालते रहना, क्या क़यामत था, उफ़, छुप-छुप निहारते रहना। कभी तो बात करो मुझसे दोस्तों की तरह , भले ही बाद मेँ, नुख़्सेँ निकालते... Hindi · ग़ज़ल 5 5 40 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 16 Jun 2024 · 1 min read **ग़ज़ल: पापा के नाम** ज़िन्दगी में खुशियों की लड़ी , हैं पापा अनमोल उपहारों की झड़ी , हैं पापा धरती सा धीरज, आसमां सी महक, जमीनी हकीकत की कड़ी , हैं पापा जब भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 15 Jun 2024 · 1 min read नहीं मैं -गजल ग़ज़ल: गीत कोई नया गाता नहीं मैं। शेर कोई नया सुनाता नहीं मैं ! होंठों पे खामोशी की जमी हुई पर्त, बिना मतलब के हटाता नहीं में | दिल धड़कता... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 14 Jun 2024 · 1 min read *तेरी याद* मैं तुम्हें दिन में हज़ार बार नहीं बस एक बार याद करता हूं फिर सारा दिन बस याद करता जाता हूं जानते है चांद तारे और वृक्ष सारे बस जाने... Hindi · Hindi Kavita · Poetry · कविता · ग़ज़ल · गीत 4 2 118 Share Dr. Rajeev Jain 14 Jun 2024 · 1 min read बीती बिसरी लफ़्ज़ क्या कहेंगे जो अंदाज़ कहता है किस अदा पे दीवाना हुआ, कहां याद रहता है, क्या लेना देना झूठ से और सच भी क्या, शरारत में कहा हर झूठ,... Hindi · Sagari · कविता · ग़ज़ल · राजीव · शेर 1 28 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 14 Jun 2024 · 1 min read " कैसा हूँ " " कैसा हूँ " जनाब पूछना ही है तो , आकर पूछो कैसा हूँ, हाल अपने दिल का भी , सुनाकर पूछो कैसा हूँ। जज्बात बिखरे पड़े हैं बेखबर से... Hindi · कविता · ग़ज़ल 17 Share shabina. Naaz 14 Jun 2024 · 1 min read कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है जिंदगी तू भी क्या कमाल है कमाल है......!!! तारीफ़ तेरी क्या करूँ सब तेरा ही हुस्नऔजमाल है जिंदगी तू भी क्या कमाल... Hindi · Book3 · ग़ज़ल 23 Share Dr. Rajeev Jain 12 Jun 2024 · 1 min read आज़ादी की शर्त फ़ैसले ख़ुद ही ख़ुद तो सारे लिख दिये जिरह किए बिना हमको सज़ा लिख दिये क्या करे आज़ाद पंछी क्या करे ये असमां उड़ान को पाबंदी नहीं पंख गिरवी रख... Hindi · Nazm · Rajeev · उलझन · कविता · ग़ज़ल 1 24 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 12 Jun 2024 · 1 min read जीवन की रंगीनियत जीवन की रंगीनियत बदल ना जाए , ये हसीं शाम कहीं ढल ना जाए | मयखाने से निकले बहके हुए कदम, दुनिया के रस्मो रिवाज में संभल न जाए |... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 11 Jun 2024 · 1 min read कहां कहां ढूंढू तुझे मैं गज़लों में, चंद बातें यहां, चंद ख़्वाब हैं हँसते, मैं हूँ एक आवाज़, विचारों के अनंत सागर में!! कविता के गीत, सुरमयी धुन में सजाते, ह्रदय को मन मोह देते, रूह को... Hindi · कविता · ग़ज़ल · रूपक · शगुन 23 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 10 Jun 2024 · 1 min read जज्बात की बात -गजल रचना जज्बातों का सिलसिला कुछ इस कदर चला है , तेरे मेरे दरमियाँ बहार ए गुलिश्ता खिला है। मुलाकातों की वो महफिल सज गई जब, चाँदनी रात में मुलाक़ातों का सिलसिला... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 29 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 9 Jun 2024 · 1 min read "मुगालता बड़ा उसने पाला है" _अहम् का वहम उसने पाला है_ _मुगालता बड़ा उसने पाला है_ _समझें ख़ुद को बड़ा तुर्रमखाँ_ _बेड़ागर्क खुद का करने वाला है_ _हवा में उड़ रहा है बहुत ही ज्यादा_... Hindi · ग़ज़ल 49 Share Dr fauzia Naseem shad 8 Jun 2024 · 1 min read हाल- ए- दिल (वज़्न--2122-1212-22/112) *ग़ज़ल* हाल-ए-दिल मैंने जब सुनाया है। तूने बस मज़हका उड़ाया है। हम तो ख़ुद चोट खाये बैठे हैं, तेरा दिल हमने कब दुखाया है। जिसकी ता'बीर ही नहीं कोई,... Hindi · ग़ज़ल 2 30 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 8 Jun 2024 · 1 min read **"कोई गिला नहीं " ज़िंदगी के सफर में हैं ,मंजिल का पता नहीं, हर मोड़ दे रहा सबक , हमें कोई गिला नहीं। किसी ने फूल से नवाजा ,किसी ने बिछाए कांटे , खाए... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गिला 29 Share Vinit kumar 7 Jun 2024 · 1 min read चेहरे पे चेहरा (ग़ज़ल – विनीत सिंह शायर) आँखों पे अपनी ज़ुल्फ का पहरा लगाए हैं इस दिल पे मेरे घाव जो गहरा लगाए हैं ग़म भरी आँखों पे उनकी हँसी है क़ायम जैसे चेहरे पे एक और... Hindi · ग़ज़ल · शेर 25 Share Atul "Krishn" 7 Jun 2024 · 1 min read "सहर होने को" कई और "पहर" बाक़ी हैं .... पूछ के उम्र मेरी कम ना कर मेरी ज़िन्दगी के पल साक़ी , सालों बाद तो मिला हूँ फिर अपने आप से ... अभी - अभी तो सुरूर आया है... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 27 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Jun 2024 · 1 min read *कागज पर जिंदगी* जब कुछ लिखा मैंने जीवन की कठिनाई को, उजड़े हुये मण्डप की खामोश शहनाई को!! सपनों के नील गगन में, जज्बातों को बोने लगे, कागज पर लिखी जिंदगी, तो शब्द-शब्द... Hindi · कविता · ग़ज़ल · जिंदगी · बागबान 29 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Jun 2024 · 1 min read बिखरे हुए सपने हैं मेरे बिखरे हुए सपने हैं मेरे, गुमसुम सा दरिया है जहां, अकेलेपन की ठंडी हवा है, खुशियों भरी शांति है यहां!! लगता है बदला किसी से है, हर चीज़ यहां बेज़ार... Hindi · कविता · ग़ज़ल · दरिया · सपने 25 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Jun 2024 · 1 min read बस तुझे अब दुआओं में मांगा करते हैं बस तुझे अब दुआओं में मांगा करते हैं, तुझमें तू नहीं, मुझे ख़ुदा दिखाई देता है!! शौक़-ए-तमन्ना में मुझे वो शख्स ना मिला, मुझे भी वो ख़ुद से जुदा दिखाई... Hindi · कविता · खुदा · ग़ज़ल · दुआ 21 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Jun 2024 · 1 min read ज़िंदगी का जंग बेहतर होता कि मोड़ते जाते कोरा कागज़, बोझल पलकें न देंगे ज़िंदगी का हर संग!! यूं लगता है जैसे अधूरा है ज़िंदगी का चेहरा, बस उतर गया कहीं पर्दे से... Hindi · कविता · ग़ज़ल · जिंदगी · मोहब्बत 19 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 6 Jun 2024 · 1 min read लोकतंत्र के प्रहरी लोकतंत्र के प्रहरी - झूठे वादों की धुन पर नाचते जनतंत्र के प्रहरी , हर वादा किताबी किस्से की झूठी दास्तान है । दबी सच की आवाज ,सजने लगा राजनीति... Hindi · कविता · ग़ज़ल · लोकतंत्र · सीमा प्रहरी/सिपाही 1 30 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 Jun 2024 · 1 min read उस बेवफ़ा से क्या कहूं दरकते दीवार को सिया नहीं जाता, छलके जाम को पिया नहीं जाता!! जो अपना था अब पराया हो गया, उसपे ऐतबार किया नहीं जाता!! आज भी उन तंग गलियों को... Hindi · ग़ज़ल · दीवार · बेवफ़ा शायरी 1 23 Share Vinit kumar 5 Jun 2024 · 1 min read नंबर पुराना चल रहा है नई ग़ज़ल Vinit Singh Shayar दीवानों का ठिकाना चल रहा है तेरे पीछे ज़माना चल रहा है भूलना तो हमें आया ही नहीं वही रोना रुलाना चल रहा है ज़रा नाज़ुक है तबिअत हमारी वैसे... Hindi · ग़ज़ल 2 36 Share Dr.Pratibha Prakash 4 Jun 2024 · 1 min read बिखरा सबकुछ बिखरा बिखरा सा लगता है सबकुछ उखड़ा उखड़ा सा लगता है डूब रहा है आदमी जिस कदर मतलब में हर परिन्दा खुद से जुदा जुदा सा लगता है ख्वाहिशें... Hindi · ग़ज़ल 1 26 Share Inder Bhole Nath 4 Jun 2024 · 1 min read तुम,दर-दर से पूछ लो फिर रहे हैं दर बद्दर, तुम, दर दर से पूछ लो कि मेरे सफर का निशां हर शहर से पूछ लो न खत लिखा कोई न किसी की याद आई... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · शेर 30 Share Neelam Sharma 4 Jun 2024 · 1 min read बहर- 121 22 121 22 अरकान- मफ़उलु फ़ेलुन मफ़उलु फ़ेलुन #मतला ज़मीं में उगती या आसमाँ से। ये हसरतें आईं किस जहाँ से। #शेर जो नाम तेरा पुकारती थी, वो इक सदा आई किस मकां से। #शेर सफ़र नया था... Hindi · ग़ज़ल · बहर- 121 22 121 22 अरकान- 33 Share Neelam Sharma 4 Jun 2024 · 1 min read बहर- 121 22 121 22 ये दिल परिंदे सा फड़फड़ाए। क़फ़स से लेकिन निकल न पाए। सुबह ने आ कर मुझे सुलाया, हज़ार सपने मुझे दिखाए। कि रुख हवा का जा रोको कोई, अँधेरी शब... Hindi · ग़ज़ल · बहर- 121 22 121 22 28 Share Neelam Sharma 4 Jun 2024 · 1 min read वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है एक झटपट #मैगी जैसा प्रयास😃 बात -बातों में सताना भी बुरा लगता है। वो अगर रूठे मनाना भी बुरा लगता है। जो कहो बात सही तो हैं बुरा मानते वो,... Hindi · ग़ज़ल · वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) 31 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ गैरत मंदी में बहुत लोग नही कहते हैं। ज़रुरत मंदों को नही मिलता... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 28 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर मुझको छोड़कर जाने वाले,साथ अगर हो जाएगा। कच्चा पक्का ईंट इ़मारत फिर ये घर हो जाएगा। मेहनत मज़दूरी करके पाल रहा हूं बच्चों को। आज अभी है नन्हा पौधा कल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 2 37 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 2 Jun 2024 · 1 min read "अंधेरों को बढ़ाया जा रहा है" _मासूमों को फँसाया जा रहा है_ _मुजरिमों को बचाया जा रहा है_ _मिटाकर सबूतों को गुनाह के_ _मामला दबाया जा रहा है_ _परिंदा आखिर उड़ेगा कैसे_ _परों को कटाया जा... Hindi · ग़ज़ल 67 Share Seema Garg 2 Jun 2024 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल चलो प्यार के साथ मंदर अकेले। मिलेगा खुदा यार अंदर अकेले।। लियाकत बढ़ी तो लिखें शायरी हम। नवाज़ा उसी ने ये दफ्तर अकेले।। रहेगा यही प्यार ज़िंदा हमेशा। चले... Hindi · ग़ज़ल 2 39 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 2 Jun 2024 · 1 min read "वो प्रेमिका बन जाती है" _आवाज़ दिल की पन्नों पे उतर आती है_ _फिर इस तरह एक ग़ज़ल बन जाती है_ _बाकी ना रहे कुछ भी दिल के अन्दर_ _रहे तो शायर की जान पे... Hindi · ग़ज़ल 50 Share Page 1 Next